मसूरी: पहाड़ों की रानी में सरकार और प्रशासन द्वारा 121 साइकिल रिक्शा को हटाकर उनके बदले ई रिक्शा संचालित किए जाने की योजना पर काम शुरू कर दिया गया है. दरअसल आज एसडीएम कार्यालय में लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी, परिवहन विभाग, नगर पालिका परिषद के अधिकारियों और रिक्शा चालक यूनियन के पदाधिकारी के साथ बैठक की गई. जिसमें ये फैसला लिया गया.
ई-रिक्शा खरीदने के लिए दी जाएगी सब्सिडी: 2017 में परिवहन विभाग द्वारा ई-रिक्शा का ट्रायल भी किया जा चुका था, जो सफल रहा था. इसी योजना को आगे बढ़ाने के लिए एसडीएम नंदन कुमार के नेतृत्व में करीब 121 साइकिल रिक्शा चालकों को ई-रिक्शा दिए जाने की तैयारी की जा रही है. ये योजना प्रशासन द्वारा लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी के सहयोग से बनाई गई है. बताया जा रहा है कि आने वाले कुछ महीनों में 121 साइकिल रिक्शाओं को ई-रिक्शा में बदल दिया जाएगा. साथ ही सरकार द्वारा ई-रिक्शा खरीदने के लिए सब्सिडी भी दी जाएगी.
ई रिक्शा से लोगों मिलेगी अच्छी परिवहन सुविधा: एसडीएम मसूरी नंदन कुमार ने बताया कि मसूरी एक मशहूर पर्यटक स्थल है और यहां पर लगातार पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए विभिन्न योजनाओं के तहत काम किया जा रहा है. हाल ही में मसूरी माल रोड को खूबसूरत बनाने के लिए माल रोड का पुनर्निर्माण किया गया है. इसी को लेकर माल रोड पर चलने वाले साइकिल रिक्शा को ई रिक्शा में बदला जा रहा है. उन्होंने कहा कि मसूरी में ई रिक्शा संचालित होने के बाद लोगों को अच्छी परिवहन सुविधा उपलब्ध हो जाएगी.
ई रिक्शा चालकों को जल्द मिलेंगे लाइसेंस: एआरटीओ राजेंद्र कुमार ने बताया कि मसूरी में ई-रिक्शा को संचालित करने के लिए पहले से योजना तैयार की गई थी, जिसको लेकर 2017 में ई-रिक्शा का मसूरी में ट्रायल भी किया गया था , जो सफल रहा. उन्होंने कहा जल्द ही मसूरी में ई-रिक्शा के रूट निर्धारित कर ई रिक्शा चालकों को लाइसेंस दिया जाएगा और कम दरों में ई-रिक्शा भी उपलब्ध कराया जाएगा.
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मसूरी साइकिल रिक्शा चालक संगठन के अध्यक्ष रंजीत पवार ने बताया कि लगातार सभी क्षेत्रों में विकास हो रहा है. ऐसे में प्रशासन द्वारा साइकिल रिक्शा की जगह ई रिक्शा को संचालित करने की योजना है, जो कि एक अच्छी पहल है. उन्होंने कहा कि भी रिक्शा चालकों को कम दरों पर लोन पर ई रिक्शा के लिए सब्सिडी उपलब्ध कराई जाए. जिससे वह योजना का सही समय पर क्रियान्वन कर सकें.
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