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Joshimath Crisis: हाई पावर कमेटी की बैठक में विस्थापन और पुनर्वास का ड्राफ्ट तैयार

जोशीमठ में विस्थापन और पुनर्वास को लेकर ACS वित्त की अध्यक्षता में हाई पावर कमेटी की बैठक हुई. जिसमें विस्थापन और पुनर्वास को लेकर ड्राफ्ट तैयार किया गया. इसके साथ ही जोशीमठ में पानी का डिस्चार्ज काफी कम हो गया है. साथ ही दरार वाले भवनों की संख्या भी स्थिर बनी हुई है.

Joshimath Crisis Bulletin:
जोशीमठ को हाई पावर कमेटी की बैठक
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Published : Jan 30, 2023, 7:41 PM IST

देहरादून/चमोली: जोशीमठ में धीरे धीरे हालात सामन्य हो रहे हैं. जोशीमठ में फिलहाल दरार वाले घरों की संख्या स्थिर बनी हुई है. जोशीमठ में दरारों वाले भवनों की संख्या 863 है. जोशीमठ में असुरक्षित जोन में 181 भवन चिन्हित किये गये हैं. साथ ही जेपी कॉलोनी में वाटर डिस्चार्ज घटा है. जोशीमठ में अबतक 253 परिवारों को विस्थापित किया गया है. अंतरिम राहत के रूप में 235 परिवारों को 3.49 करोड़ एडवांस राशि दी जा चुकी है.

ACS वित्त की अध्यक्षता में हुई हाई पावर कमेटी की बैठक: सोमवार को जोशीमठ में विस्थापन और पुनर्वास के संबंध में अपर मुख्य सचिव वित्त आनंद वर्धन की अध्यक्षता में बैठक हुई. जिसमें आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा ने बताया इस बैठक में चमोली जनपद से दो विधायक अनिल नौटियाल और भूपाल राम टम्टा के अलावा मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि भी इस बैठक में शामिल हुए. जिला प्रशासन भी वर्चुअल माध्यम से इस बैठक में शामिल हुआ.

इस बैठक में जोशीमठ की परिस्थितियों और सभी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा हुई. बैठक में समिति को जानकारी दी गई कि जोशीमठ क्षेत्र में हो रहे भू-धंसाव एवं भूस्खलन के कारण प्रभावित परिवारों के पुनर्वास एवं विस्थापन हेतु जिलाधिकारी चमोली द्वारा तीन विकल्प प्रस्तुत किये गये हैं. पहले विकल्प में प्रभावित भू-भवन स्वामियों को वित्तीय सहायता प्रदान करते हुये वन टाईम सेटलमेंट किया जायेगा. प्रभावित हुए भूमि या भवन की क्षति के मुआवजे के रूप में वन टाइम सेटलमेंट करते हुए भूमि या भवन का निर्धारित मानकों के अनुसार भुगतान किया जाएगा.

पढे़ं- Maa Dhari Devi Murti: मूल स्थान पर शिफ्ट हुई धारी देवी की मूर्ति, 25 क्विंटल फूलों से सजा मां का दरबार

सम्पूर्ण भुगतान करने से पूर्व संबंधित प्रभावित की भूमि या भवन की रजिस्ट्री राज्य सरकार के पक्ष में की जानी होगी. दूसरे विकल्प के तहत प्रभावित भू-भवन स्वामियों को प्रभावित भूमि के सापेक्ष गृह निर्माण के लिए निश्चित अधिकतम क्षेत्रफल 100 वर्ग मीटर तक की भूमि प्रदान की जायेगी तथा प्रभावित भवन का मुआवजा दिया जायेगा.

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सचिव आपदा प्रबंधन ने बताया जोशीमठ में आपदा प्रभावित क्षेत्र के संबंध में विभिन्न तकनीकी संस्थाओं द्वारा किए जा रहे सर्वे की अन्तिम रिपोर्ट आने के उपरान्त ही यह स्पष्ट हो पायेगा कि जोशीमठ के कितने क्षेत्र से स्थायी रूप से विस्थापन किया जाना आवश्यक है. रिपोर्ट प्राप्त होने के उपरांत प्रभावित परिवारों या व्यक्तियों से उक्त प्रस्तावित विकल्पों के अनुसार सहमति प्राप्त की जायेगी.

सचिव आपदा प्रबंधन ने बताया जोशीमठ में प्रारम्भ में निकलने वाले पानी का डिस्चार्ज जो 6 जनवरी 2023 को 540 एलपीएम था, वर्तमान में घटकर 67 एलपीएम हो गया है. क्षेत्र में दरार ग्रस्त भवनों की संख्या में वृद्धि नहीं हुई है. दरारग्रस्त भवनों की संख्या 863 ही है. जोशीमठ में 235 भूस्वामियों को 3.53 करोड़ रुपए की धनराशि तथा 121 किरायेदारों को 60.50 लाख रूपये की धनराशि वितरित की जा चुकी है.

देहरादून/चमोली: जोशीमठ में धीरे धीरे हालात सामन्य हो रहे हैं. जोशीमठ में फिलहाल दरार वाले घरों की संख्या स्थिर बनी हुई है. जोशीमठ में दरारों वाले भवनों की संख्या 863 है. जोशीमठ में असुरक्षित जोन में 181 भवन चिन्हित किये गये हैं. साथ ही जेपी कॉलोनी में वाटर डिस्चार्ज घटा है. जोशीमठ में अबतक 253 परिवारों को विस्थापित किया गया है. अंतरिम राहत के रूप में 235 परिवारों को 3.49 करोड़ एडवांस राशि दी जा चुकी है.

ACS वित्त की अध्यक्षता में हुई हाई पावर कमेटी की बैठक: सोमवार को जोशीमठ में विस्थापन और पुनर्वास के संबंध में अपर मुख्य सचिव वित्त आनंद वर्धन की अध्यक्षता में बैठक हुई. जिसमें आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा ने बताया इस बैठक में चमोली जनपद से दो विधायक अनिल नौटियाल और भूपाल राम टम्टा के अलावा मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि भी इस बैठक में शामिल हुए. जिला प्रशासन भी वर्चुअल माध्यम से इस बैठक में शामिल हुआ.

इस बैठक में जोशीमठ की परिस्थितियों और सभी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा हुई. बैठक में समिति को जानकारी दी गई कि जोशीमठ क्षेत्र में हो रहे भू-धंसाव एवं भूस्खलन के कारण प्रभावित परिवारों के पुनर्वास एवं विस्थापन हेतु जिलाधिकारी चमोली द्वारा तीन विकल्प प्रस्तुत किये गये हैं. पहले विकल्प में प्रभावित भू-भवन स्वामियों को वित्तीय सहायता प्रदान करते हुये वन टाईम सेटलमेंट किया जायेगा. प्रभावित हुए भूमि या भवन की क्षति के मुआवजे के रूप में वन टाइम सेटलमेंट करते हुए भूमि या भवन का निर्धारित मानकों के अनुसार भुगतान किया जाएगा.

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सम्पूर्ण भुगतान करने से पूर्व संबंधित प्रभावित की भूमि या भवन की रजिस्ट्री राज्य सरकार के पक्ष में की जानी होगी. दूसरे विकल्प के तहत प्रभावित भू-भवन स्वामियों को प्रभावित भूमि के सापेक्ष गृह निर्माण के लिए निश्चित अधिकतम क्षेत्रफल 100 वर्ग मीटर तक की भूमि प्रदान की जायेगी तथा प्रभावित भवन का मुआवजा दिया जायेगा.

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सचिव आपदा प्रबंधन ने बताया जोशीमठ में आपदा प्रभावित क्षेत्र के संबंध में विभिन्न तकनीकी संस्थाओं द्वारा किए जा रहे सर्वे की अन्तिम रिपोर्ट आने के उपरान्त ही यह स्पष्ट हो पायेगा कि जोशीमठ के कितने क्षेत्र से स्थायी रूप से विस्थापन किया जाना आवश्यक है. रिपोर्ट प्राप्त होने के उपरांत प्रभावित परिवारों या व्यक्तियों से उक्त प्रस्तावित विकल्पों के अनुसार सहमति प्राप्त की जायेगी.

सचिव आपदा प्रबंधन ने बताया जोशीमठ में प्रारम्भ में निकलने वाले पानी का डिस्चार्ज जो 6 जनवरी 2023 को 540 एलपीएम था, वर्तमान में घटकर 67 एलपीएम हो गया है. क्षेत्र में दरार ग्रस्त भवनों की संख्या में वृद्धि नहीं हुई है. दरारग्रस्त भवनों की संख्या 863 ही है. जोशीमठ में 235 भूस्वामियों को 3.53 करोड़ रुपए की धनराशि तथा 121 किरायेदारों को 60.50 लाख रूपये की धनराशि वितरित की जा चुकी है.

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