डोईवाला: स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में बेहतर रैंकिंग लाने के लिए नगर पालिका डोईवाला प्रयासरत है. ऋषिकेश की मुनि की रेती की नगर पालिका से ट्रांसफर होकर आए नए अधिशासी अधिकारी ने नगर पालिका डोईवाला को भी स्टार रैंकिंग में नंबर वन पर लाने के किए डोईवाला की जनता से सहयोग की अपील की है. डोईवाला नगर पालिका को स्वच्छ बनाने के लिए 20 वार्डों में स्वच्छता प्रहरी महिलाओं को नियुक्त किया जा रहा है.
नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी बदरी प्रसाद भट्ट ने बताया कि स्वच्छता के मामले में उत्तराखंड की तीन नगर पालिका देहरादून नगर निगम, मुनि की रेती और रुड़की नगर निगम ने स्टार रेटिंग में बेहतर प्रदर्शन किया है. नगर पालिका डोईवाला भी स्टार रेटिंग में नंबर वन पर आए सभी के सहयोग से प्रयास किए जा रहे हैं.
नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी बदरी प्रसाद भट्ट ने बताया कि डोईवाला नगर पालिका के अंतर्गत बेहतर कार्य करने वाले समूह की महिलाओं के साथ एक बैठक आयोजित की गई. डोईवाला नगर पालिका स्वच्छता के प्रति बेहतर प्रदर्शन करे समूह की महिलाओं से सुझाव मांगे गए हैं. डोईवाला नगर पालिका के 20 वार्डों में पालिका के लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए श्रमदान के माध्यम से स्वच्छता प्रहरी महिलाएं नियुक्त की जा रही हैं. ये महिलाएं हर वार्ड में घूम कर लोगों को जागरूक करेंगी. उन लोगों को भी चिन्हित किया जाएगा जो इधर-उधर गंदगी फैलाते पाये जाएंगे. ऐसे लोगों के खिलाफ पालिका द्वारा जुर्माना भी लगाया जाएगा.
पढ़ें: डीडीहाट में पोस्टल बैलेट से कथित छेड़छाड़ वाले वायरल वीडियो पर कांग्रेस की मांग, हो उच्च स्तरीय जांच
समूह की महिलाओं का कहना है कि डोईवाला नगर पालिका के द्वारा समूह की महिलाओं को रोजगार देने और डोईवाला नगर पालिका को स्वच्छ बनाने के लिए एक बैठक आयोजित की गई. इसमें डोईवाला नगर पालिका द्वारा समूह की महिलाओं से श्रमदान के माध्यम से डोईवाला नगर पालिका की जनता को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने की अपील की गई है. वहीं समूह की सभी महिलाओं ने डोईवाला नगर पालिका को स्वच्छता के प्रति स्टार रैंकिंग में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए पूरी मदद का भरोसा दिया है.
श्रीनगर कूड़े के ढेर में तब्दील: वहीं, श्रीनगर इन दिनों कूड़े के ढेर में तब्दील हो गया है. इससे लोगों का सड़कों पर चलना दूभर हो गया है. आलम ये है कि कूड़े के ढेरों से आने वाली दुर्गंध लोगों के घरों तक जा रही है, लेकिन समस्या का समाधान होने के बजाय समस्या रोज विकराल रूप लेने लगी है.
दरअसल श्रीनगर नगर पालिका के सफाई कर्मियों और अन्य सभी स्टाफ को दो माह से वेतन नहीं मिल सका है. इस कारण सभी कर्मी और सफाई सेवक हड़ताल पर चले गए हैं. कर्मियों का कहना है कि जब तक उन्हें उनकी सेलरी नहीं दी जाती तब तक कर्मी हड़ताल पर ही रहेंगे. इससे पूर्व हड़ताल करने से पहले कर्मियों ने उपजिलाधिकारी श्रीनगर का भी घेराव किया था और उन्हें भी अपनी समस्या के बारे में बताया था. लेकिन समस्या के हल न होने से कर्मी हड़ताल पर चले गए हैं. 20 से 30 जगहों पर कूड़े के ढेर लोगों को अब परेशानी में डाल रहे हैं.