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डेंगू का खौफ दिखाकर लूट रहे दून के निजी अस्पताल! एक ही मरीज की सरकारी और प्राइवेट लैब की रिपोर्ट में अंतर

उत्तराखंड इन दिनों डेंगू से बेहाल है. प्रदेश में डेंगू के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. वहीं, डेंगू को लेकर कुछ प्राइवेट हॉस्पिटलों की रिपोर्ट पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. एक तरफ जहां सरकारी लैब की रिपोर्ट में प्लेटलेट्स 30,000 तक आ रहे हैं तो वहीं प्राइवेट लैब की रिपोर्ट में इनकी संख्या 20 हजार से भी कम आ रही है. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने कुछ हॉस्पिटलों को नोटिस भी जारी किया है.

dengue reports
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 11, 2023, 3:49 PM IST

Updated : Sep 11, 2023, 8:17 PM IST

मरीजों को डेंगू का खौफ दिखाकर लूट रहे हैं दून के निजी अस्पताल!

देहरादून: उत्तराखंड में डेंगू के बढ़ते मामले एक तरफ लोगों की घबराहट को बढ़ा रहे हैं, तो दूसरी तरफ प्राइवेट हॉस्पिटल इस डर का फायदा उठाकर मरीजों से मुनाफा कमाने में लगे हुए हैं. ये बात इसलिए कही जा रही है क्योंकि कुछ प्राइवेट हॉस्पिटल की रिपोर्ट्स पर अब सवाल खड़े किए जाने लगे हैं.

स्थिति यह है कि कई मामलों में सरकारी अस्पताल में सामान्य दिखने वाली रिपोर्ट, निजी अस्पतालों की पैथोलॉजी लैब की रिपोर्ट में मरीजों की खराब हालत को दर्शा रही है. यही कारण है कि अब स्वास्थ्य विभाग ने निजी अस्पतालों पर पैनी नजर रखने के साथ गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दे दी है.

डेंगू का प्रकोप देहरादून में किसी महामारी से कम नहीं दिख रहा है. स्थिति यह है कि सरकारी अस्पतालों से लेकर निजी अस्पतालों तक में डेंगू के मरीज ठसाठस भरे हुए हैं. खासतौर पर रायपुर क्षेत्र में तो डेंगू के सबसे ज्यादा मामले नजर आ रहे हैं. इस बीच चिंता की बात यह है कि कुछ अस्पतालों में प्रशासन की तरफ से रेंडम चेकिंग के दौरान प्लेटलेट्स को लेकर की गई जांच में अंतर पाया जा रहा है. पिछले दिनों देहरादून के कई अस्पतालों को इसके लिए कारण बताओ नोटिस भी जारी कर दिए गए हैं.

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अस्पतालों को भेजा गया नोटिस
पढ़ें- Dengue Virus : इन कंडीशन में डेंगू वायरस अधिक खतरनाक हो जाता है

पैथोलॉजी लैब को भेजा गया नोटिस: बड़ी बात यह है कि जहां एक तरफ शहर में प्लेटलेट्स की कमी दिखाई दे रही है तो दूसरी तरफ जांच रिपोर्ट में प्लेटलेट्स कम दिखाकर मरीज में घबराहट की स्थिति पैदा की जा रही है. इसी को लेकर देहरादून के कई प्राइवेट पैथोलॉजी लैब और हॉस्पिटलों को भी नोटिस जारी हुए हैं.

स्वास्थ्य सचिव ने दिए निर्देश: नोटिस में कहा गया है कि एक तरफ जहां कुछ मरीजों की सरकारी अस्पताल में प्लेटलेट्स 30,000 तक काउंट की गई हैं तो वहीं निजी अस्पतालों में इनकी संख्या 20,000 से भी कम रही है. इसी को लेकर स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर आर राजेश कुमार ने अधिकारियों की बैठक ली और एक नए माइक्रो प्लान के साथ शहर भर में डेंगू को लेकर नई व्यवस्थाएं करने के दिशा निर्देश दिए हैं.
पढ़ें- उत्तराखंड में डेंगू का कहर, वन दारोगा और पुलिसकर्मी की मौत, कोतवाल भी अस्पताल में भर्ती

लापरवाही या गड़बड़ी? इतना ही नहीं किसी भी अस्पताल में इन मामलों में लापरवाही या गड़बड़ी किये जाने पर 50,000 से ₹200,000 तक के जुर्माने की चेतावनी भी दी गई है. देहरादून में इस वक्त सबसे बड़ी समस्या प्लेटलेट्स की बनी हुई है. तमाम ब्लड बैंक में पर्याप्त मात्रा में इसकी उपलब्धता भी नहीं दिखाई दे रही है.

प्लेटलेट्स की डिमांड नहीं हो पा रही पूरी: देहरादून के दून हॉस्पिटल में स्थित ब्लड बैंक की बात करें तो यहां हर दिन 50 से 60 यूनिट प्लेटलेट्स की डिमांड आ रही है. इसमें से करीब 40 यूनिट की डिमांड ही ब्लड बैंक पूरी कर पा रहा है. इसी तरह 7 से 8 जंबो पैक प्लेटलेट्स भी यहां से लिए जा रहे हैं.

उत्तराखंड में आपदा को अवसर बनाने वाले अक्सर आपदाओं के दौरान सक्रिय दिखाई देते हैं. देहरादून में डेंगू के बढ़ते मरीजों के बीच स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर कोई गड़बड़ी न करें इसके लिए भी स्वास्थ्य विभाग अब नई प्लानिंग तैयार कर रहा है. अफसरों को भी मॉनिटरिंग सिस्टम और सतर्कता के साथ तैयार करने के लिए कह दिया गया है.

मरीजों को डेंगू का खौफ दिखाकर लूट रहे हैं दून के निजी अस्पताल!

देहरादून: उत्तराखंड में डेंगू के बढ़ते मामले एक तरफ लोगों की घबराहट को बढ़ा रहे हैं, तो दूसरी तरफ प्राइवेट हॉस्पिटल इस डर का फायदा उठाकर मरीजों से मुनाफा कमाने में लगे हुए हैं. ये बात इसलिए कही जा रही है क्योंकि कुछ प्राइवेट हॉस्पिटल की रिपोर्ट्स पर अब सवाल खड़े किए जाने लगे हैं.

स्थिति यह है कि कई मामलों में सरकारी अस्पताल में सामान्य दिखने वाली रिपोर्ट, निजी अस्पतालों की पैथोलॉजी लैब की रिपोर्ट में मरीजों की खराब हालत को दर्शा रही है. यही कारण है कि अब स्वास्थ्य विभाग ने निजी अस्पतालों पर पैनी नजर रखने के साथ गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दे दी है.

डेंगू का प्रकोप देहरादून में किसी महामारी से कम नहीं दिख रहा है. स्थिति यह है कि सरकारी अस्पतालों से लेकर निजी अस्पतालों तक में डेंगू के मरीज ठसाठस भरे हुए हैं. खासतौर पर रायपुर क्षेत्र में तो डेंगू के सबसे ज्यादा मामले नजर आ रहे हैं. इस बीच चिंता की बात यह है कि कुछ अस्पतालों में प्रशासन की तरफ से रेंडम चेकिंग के दौरान प्लेटलेट्स को लेकर की गई जांच में अंतर पाया जा रहा है. पिछले दिनों देहरादून के कई अस्पतालों को इसके लिए कारण बताओ नोटिस भी जारी कर दिए गए हैं.

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अस्पतालों को भेजा गया नोटिस
पढ़ें- Dengue Virus : इन कंडीशन में डेंगू वायरस अधिक खतरनाक हो जाता है

पैथोलॉजी लैब को भेजा गया नोटिस: बड़ी बात यह है कि जहां एक तरफ शहर में प्लेटलेट्स की कमी दिखाई दे रही है तो दूसरी तरफ जांच रिपोर्ट में प्लेटलेट्स कम दिखाकर मरीज में घबराहट की स्थिति पैदा की जा रही है. इसी को लेकर देहरादून के कई प्राइवेट पैथोलॉजी लैब और हॉस्पिटलों को भी नोटिस जारी हुए हैं.

स्वास्थ्य सचिव ने दिए निर्देश: नोटिस में कहा गया है कि एक तरफ जहां कुछ मरीजों की सरकारी अस्पताल में प्लेटलेट्स 30,000 तक काउंट की गई हैं तो वहीं निजी अस्पतालों में इनकी संख्या 20,000 से भी कम रही है. इसी को लेकर स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर आर राजेश कुमार ने अधिकारियों की बैठक ली और एक नए माइक्रो प्लान के साथ शहर भर में डेंगू को लेकर नई व्यवस्थाएं करने के दिशा निर्देश दिए हैं.
पढ़ें- उत्तराखंड में डेंगू का कहर, वन दारोगा और पुलिसकर्मी की मौत, कोतवाल भी अस्पताल में भर्ती

लापरवाही या गड़बड़ी? इतना ही नहीं किसी भी अस्पताल में इन मामलों में लापरवाही या गड़बड़ी किये जाने पर 50,000 से ₹200,000 तक के जुर्माने की चेतावनी भी दी गई है. देहरादून में इस वक्त सबसे बड़ी समस्या प्लेटलेट्स की बनी हुई है. तमाम ब्लड बैंक में पर्याप्त मात्रा में इसकी उपलब्धता भी नहीं दिखाई दे रही है.

प्लेटलेट्स की डिमांड नहीं हो पा रही पूरी: देहरादून के दून हॉस्पिटल में स्थित ब्लड बैंक की बात करें तो यहां हर दिन 50 से 60 यूनिट प्लेटलेट्स की डिमांड आ रही है. इसमें से करीब 40 यूनिट की डिमांड ही ब्लड बैंक पूरी कर पा रहा है. इसी तरह 7 से 8 जंबो पैक प्लेटलेट्स भी यहां से लिए जा रहे हैं.

उत्तराखंड में आपदा को अवसर बनाने वाले अक्सर आपदाओं के दौरान सक्रिय दिखाई देते हैं. देहरादून में डेंगू के बढ़ते मरीजों के बीच स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर कोई गड़बड़ी न करें इसके लिए भी स्वास्थ्य विभाग अब नई प्लानिंग तैयार कर रहा है. अफसरों को भी मॉनिटरिंग सिस्टम और सतर्कता के साथ तैयार करने के लिए कह दिया गया है.

Last Updated : Sep 11, 2023, 8:17 PM IST
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