देहरादून: कृषि कानूनों के विरोध में 27 सितंबर को किसानों ने भारत बंद का ऐलान किया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए उत्तराखंड पुलिस ने भारत बंद को लेकर कमर कस ली है. प्रदेश में इस दौरान किसी तरह की शांति व्यवस्था न बिगड़े, इसको लेकर डीजीपी अशोक कुमार ने सभी जिलों के पुलिस प्रभारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की.
27 सितंबर को किसानों ने भारत बंद का आह्वान किया है. ऐसे में पुलिस भी काफी एतियाहत बरत रही है. भारत बंद के दौरान प्रदेश का माहौल न खराब हो इसको लेकर पुलिस सचेत है. किसानों के भारत बंद के दौरान आम आदमी को परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए भी पुलिस ने तैयारी की. इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए डीजीपी अशोक कुमार ने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की.
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डीजीपी ने सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे लोगों से संपर्क और बैठक कर प्रस्तावित भारत बंद को शान्तिपूर्वक करने का आह्वान करेंगे. इस बात भी ध्यान रखा जाए की कही पर भी दुकानों को बंद कराने के लिए जबरदस्ती की जाए. भारत बंद के नाम पर किसी भी तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
साथ ही उन्होंने कहा कि जनपद प्रभारी जिलाधिकारी के साथ समन्वय स्थापित कर जोन और सेक्टर में पुलिस अधिकारियों के साथ संबंधित मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति करें. स्थानीय अभिसूचना तंत्र को सर्तक रखते हुये सूचना संकलित करने के निर्देश दिए गए हैं. अफवाहों को किसी भी दशा में फैलने न दिया जाए. सोशल मीडिया पर निरन्तर निगरानी रखी जाये यदि कोई भ्रामक सूचना फैलायी जाती है, तो तुरन्त उसका प्रतिरोध किया जाए. वहीं भ्रामक सूचना फैलाने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
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डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि 27 सितंबर को किसानों द्वारा प्रस्तावित भारत बंद के संबंध में शांति और कानून व्यवस्था की तैयारियों को लेकर आज सभी जनपदों के थाना प्रभारियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए निर्देशित किया गया है कि सभी शांति और कानून व्यवस्था बनाकर रखेंगे.