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DGP की समीक्षा में फेल हुए पुराने साइबर प्रभारी निरीक्षक, नए उपाधीक्षक को चेतावनी

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Published : Mar 24, 2021, 8:57 AM IST

प्रदेश में अपराध पर अंकुश लगाने के लिए डीजीपी अशोक कुमार ने सभी जनपद और परिक्षेत्र प्रभारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिग की. उन्होंने कानून व्यवस्था की समीक्षा कर दिशा-निर्देश दिये.

DGP ashok kumar
DGP ashok kumar

देहरादूनः डीजीपी अशोक कुमार ने सभी जनपद और परिक्षेत्र प्रभारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के माध्यम से कानून व्यवस्था की समीक्षा कर दिशा-निर्देश दिये. समीक्षा के दौरान कानून व्यवस्था से संबंधित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्रत्येक महीने के द्वितीय और तृतीय सप्ताह में की जाएगी. साथ ही सभी पुलिस कर्मियों की जिम्मेदारियां धीरे-धीरे बढ़ाई जाएंगी, जिससे कानून व्यवस्था की स्थिति बनी रहे.

वहीं, डीजीपी द्वारा निर्देशित किया गया कि वर्तमान में मुख्य रूप से साइबर संबंधित अपराध, महिला संबंधित अपराध, यातायात से संबंधित अपराध और ड्रग्स से अधिकांश लोग प्रभावित हैं. इसलिए विशेष रूप से प्रभावी कार्रवाई किया जाना सुनिश्चित करें. इन अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण लगाये जाने के लिए संबंधित की जिम्मेदारी तय करते हुए कार्रवाई करना सुनिश्चित करें. यदि इन अपराधों के नियंत्रण में किसी प्रकार की लापरवाही सामने आई तो जनपद प्रभारी भी जिम्मेदार होंगे.

साइबर अपराध से संबंधित निर्देश

साइबर अपराध के संबंध में निर्देशित किया गया कि साइबर अपराध के पंजीकण और निस्तारण की दशा बहुत दयनीय है. इसलिए इस ओर ध्यान दिया जाना आवश्यक है. इस प्रकार के अपराध के निस्तारण में लगे निरीक्षकों और अन्य अधिकारियों को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है. कुछ जनपदों में विशेषकर जनपद ऊधम सिंह नगर में साइबर अपराध की घटनाओं के निस्तारण की स्थिति निराशाजनक है. इसलिए जनपद ऊधम सिंह नगर के पुलिस उपाधीक्षक साइबर को चेतावनी और साल 2019 व 2020 में तैनात प्रभारी निरीक्षक को निलंबित किया जाता है. वर्तमान समय में साइबर अपराध एक प्रमुख अपराधों में है, जिससे काफी लोग प्रभावित हैं. इसलिए प्रत्येक जनपद के एसएसपी और एसपी द्वारा इसकी मॉनिटरिंग व्यक्तिगत रूप से करते हुए संबंधित पर जिम्मेदारी को तय करते हुए कार्रवाई की जानी आवश्यक है. साथ ही इस तरह के अपराधों के जल्द निस्तारण के लिए संबंधित को प्रशिक्षण दिये जाने की आवशयकता है. जिसके लिए एसएसपी एसटीएफ द्वारा तीन दिन में एक प्रशिक्षण पुस्तिका बनाकर प्रत्येक जनपद को भेजी जाएगी.

महिला अपराध से संबंधित निर्देश

प्रत्येक थाना स्तर पर महिला हेल्प डेस्क को रिसेप्शन के रूप में इस्तेमाल के लिए निर्देशित किया गया था. उसमें कितने मामलों का निस्तारण हो रहा है ये जानकारी भी ली गई. जनपदों में स्थापित ऐच्छिक ब्यूरो की क्रियाशीलता बढ़ाई जाए और महिला संबंधित अपराधों में उनकी भागीदारी बढ़ाई जाए.

यातायात से संबंधित निर्देश

यातायात को सुचारू रूप से चलाने और यातायात संबंधित अपराधों पर अकुश लागाने के लिए प्रभावी कार्रवाई किया जाना आावश्यक है. पिछले दिनों जानकारी मिली कि रोड एक्सीडेन्ट में होने वाली मौतों में वृद्धि हुई है. इसलिए ऐसे स्थानों का चिह्नीकरण आवश्यक है, जहां एक्सीडेन्ट होते हैं. यह भी देखने में आया है कि जनपदों द्वारा ई-चालान की मशीनों का प्रयोग कम हो रहा है इसलिए उसका प्रयोग बढ़ाना सुनिश्चित करें.

ड्रग्स अपराध से संबंधित निर्देश

ड्रग्स के मामलों को रोकने के लिये प्रभारी कार्रवाई आवश्यक है. व्यावसायिक रूप से ड्रग्स की तस्करी में लिप्त व्यक्तियों पर प्रभावी कार्रवाई आवश्यक है. इन पर गैंगस्टर एक्ट में प्रभावी कार्रवाई करते हुए इनके वित्तीय सहयोगियों पर भी कार्रवाई किया जाना आवश्यक है. व्यावसायिक मात्रा में ड्रग्स मिलने पर वह एसआर केस होगा. जिसकी केस फाइल डीआईजी एसटीएफ को जाएगी.

गैंगस्टर एक्ट से संबंधित निर्देश

गैंगस्टर एक्ट एक प्रभावी एक्ट है. इसका प्रयोग प्रमुखता से करें. संबंधित व्यक्ति की प्रॉपर्टी को भी इसमें जोड़कर कार्रवाई किया जाना सुनिश्चित करें. इसी प्रकार गुण्डा एक्ट में कार्रवाई करते हुए इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करें और संबंधित का अखबार, होर्डिंग लगाकर गुंडा एक्ट को प्रभावी रूप से लागू किया जाए.

इनामी अपराधियों से संबंधित निर्देश

इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए. यदि उनकी गिरफ्तारी नहीं हो पाती है, तो उन पर इनामी राशि बढ़ाई जाए और इस पर संबंधित पर भी जिम्मेदारी तय की जाए. जेल से भागे अपराधियों को पकड़ने के लिए जेल विभाग के साथ समन्वय स्थापित करते हुए उन्हें पकड़ने के लिए संयुक्त अभियान चलाया जाए. भागे अपराधी पर तत्काल इनाम घोषित किया जाए.

इसके साथ ही डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि आगामी होली त्यौहार की तैयारी से संबंधित जनपदों को आवश्यक पुलिस बल उपलब्ध करा दिया गया है. इसलिए अपने अपने क्षेत्रों के संवेदनशील स्थानों में मीटिंग सुनिश्चित करते हुए जनपद प्रभारी स्वयं भी इसमें प्रतिभाग करना सुनिश्चित करेंगे.

देहरादूनः डीजीपी अशोक कुमार ने सभी जनपद और परिक्षेत्र प्रभारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के माध्यम से कानून व्यवस्था की समीक्षा कर दिशा-निर्देश दिये. समीक्षा के दौरान कानून व्यवस्था से संबंधित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्रत्येक महीने के द्वितीय और तृतीय सप्ताह में की जाएगी. साथ ही सभी पुलिस कर्मियों की जिम्मेदारियां धीरे-धीरे बढ़ाई जाएंगी, जिससे कानून व्यवस्था की स्थिति बनी रहे.

वहीं, डीजीपी द्वारा निर्देशित किया गया कि वर्तमान में मुख्य रूप से साइबर संबंधित अपराध, महिला संबंधित अपराध, यातायात से संबंधित अपराध और ड्रग्स से अधिकांश लोग प्रभावित हैं. इसलिए विशेष रूप से प्रभावी कार्रवाई किया जाना सुनिश्चित करें. इन अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण लगाये जाने के लिए संबंधित की जिम्मेदारी तय करते हुए कार्रवाई करना सुनिश्चित करें. यदि इन अपराधों के नियंत्रण में किसी प्रकार की लापरवाही सामने आई तो जनपद प्रभारी भी जिम्मेदार होंगे.

साइबर अपराध से संबंधित निर्देश

साइबर अपराध के संबंध में निर्देशित किया गया कि साइबर अपराध के पंजीकण और निस्तारण की दशा बहुत दयनीय है. इसलिए इस ओर ध्यान दिया जाना आवश्यक है. इस प्रकार के अपराध के निस्तारण में लगे निरीक्षकों और अन्य अधिकारियों को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है. कुछ जनपदों में विशेषकर जनपद ऊधम सिंह नगर में साइबर अपराध की घटनाओं के निस्तारण की स्थिति निराशाजनक है. इसलिए जनपद ऊधम सिंह नगर के पुलिस उपाधीक्षक साइबर को चेतावनी और साल 2019 व 2020 में तैनात प्रभारी निरीक्षक को निलंबित किया जाता है. वर्तमान समय में साइबर अपराध एक प्रमुख अपराधों में है, जिससे काफी लोग प्रभावित हैं. इसलिए प्रत्येक जनपद के एसएसपी और एसपी द्वारा इसकी मॉनिटरिंग व्यक्तिगत रूप से करते हुए संबंधित पर जिम्मेदारी को तय करते हुए कार्रवाई की जानी आवश्यक है. साथ ही इस तरह के अपराधों के जल्द निस्तारण के लिए संबंधित को प्रशिक्षण दिये जाने की आवशयकता है. जिसके लिए एसएसपी एसटीएफ द्वारा तीन दिन में एक प्रशिक्षण पुस्तिका बनाकर प्रत्येक जनपद को भेजी जाएगी.

महिला अपराध से संबंधित निर्देश

प्रत्येक थाना स्तर पर महिला हेल्प डेस्क को रिसेप्शन के रूप में इस्तेमाल के लिए निर्देशित किया गया था. उसमें कितने मामलों का निस्तारण हो रहा है ये जानकारी भी ली गई. जनपदों में स्थापित ऐच्छिक ब्यूरो की क्रियाशीलता बढ़ाई जाए और महिला संबंधित अपराधों में उनकी भागीदारी बढ़ाई जाए.

यातायात से संबंधित निर्देश

यातायात को सुचारू रूप से चलाने और यातायात संबंधित अपराधों पर अकुश लागाने के लिए प्रभावी कार्रवाई किया जाना आावश्यक है. पिछले दिनों जानकारी मिली कि रोड एक्सीडेन्ट में होने वाली मौतों में वृद्धि हुई है. इसलिए ऐसे स्थानों का चिह्नीकरण आवश्यक है, जहां एक्सीडेन्ट होते हैं. यह भी देखने में आया है कि जनपदों द्वारा ई-चालान की मशीनों का प्रयोग कम हो रहा है इसलिए उसका प्रयोग बढ़ाना सुनिश्चित करें.

ड्रग्स अपराध से संबंधित निर्देश

ड्रग्स के मामलों को रोकने के लिये प्रभारी कार्रवाई आवश्यक है. व्यावसायिक रूप से ड्रग्स की तस्करी में लिप्त व्यक्तियों पर प्रभावी कार्रवाई आवश्यक है. इन पर गैंगस्टर एक्ट में प्रभावी कार्रवाई करते हुए इनके वित्तीय सहयोगियों पर भी कार्रवाई किया जाना आवश्यक है. व्यावसायिक मात्रा में ड्रग्स मिलने पर वह एसआर केस होगा. जिसकी केस फाइल डीआईजी एसटीएफ को जाएगी.

गैंगस्टर एक्ट से संबंधित निर्देश

गैंगस्टर एक्ट एक प्रभावी एक्ट है. इसका प्रयोग प्रमुखता से करें. संबंधित व्यक्ति की प्रॉपर्टी को भी इसमें जोड़कर कार्रवाई किया जाना सुनिश्चित करें. इसी प्रकार गुण्डा एक्ट में कार्रवाई करते हुए इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करें और संबंधित का अखबार, होर्डिंग लगाकर गुंडा एक्ट को प्रभावी रूप से लागू किया जाए.

इनामी अपराधियों से संबंधित निर्देश

इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए. यदि उनकी गिरफ्तारी नहीं हो पाती है, तो उन पर इनामी राशि बढ़ाई जाए और इस पर संबंधित पर भी जिम्मेदारी तय की जाए. जेल से भागे अपराधियों को पकड़ने के लिए जेल विभाग के साथ समन्वय स्थापित करते हुए उन्हें पकड़ने के लिए संयुक्त अभियान चलाया जाए. भागे अपराधी पर तत्काल इनाम घोषित किया जाए.

इसके साथ ही डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि आगामी होली त्यौहार की तैयारी से संबंधित जनपदों को आवश्यक पुलिस बल उपलब्ध करा दिया गया है. इसलिए अपने अपने क्षेत्रों के संवेदनशील स्थानों में मीटिंग सुनिश्चित करते हुए जनपद प्रभारी स्वयं भी इसमें प्रतिभाग करना सुनिश्चित करेंगे.

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