देहरादून: उत्तराखंड सरकार ने एक जुलाई से उत्तराखंड चारधाम यात्रा को प्रदेश स्तर के साथ ही 25 जुलाई से अन्य राज्यों के लिए भी यात्रा शुरू कर दी थी. ऐसे में अच्छी खासी तादाद में श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड पहुंच रहे हैं. बुधवार की शाम 5 बजे तक उत्तराखंड देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड की वेबसाइट www.badrinath-kedarnath.gov.in में 2,159 लोगों ने चारधाम की यात्रा पर आने के लिए ई-पास बुक कराये हैं.
बता दें कि बुधवार को बदरीनाथ धाम के लिए 604, केदारनाथ धाम के लिए 1284, गंगोत्री धाम के लिए 153, यमुनोत्री धाम के लिए 118 लोगों ने ई-पास बुक कराये हैं. साथ ही अभी तक करीब दो लाख 40 हज़ार से अधिक तीर्थयात्री चारधाम के दर्शन कर चुके हैं.
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अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीडी सिंह ने बताया कि देवस्थानम बोर्ड द्वारा 1 जुलाई से 4 नवंबर शाम तक 25,5,492 ई-पास जारी किये जा चुके हैं. ई-पास तीर्थ यात्रियों को उनके द्वारा तय की गयी तिथियों के लिए जारी किया गया हैं. हालांकि ई-पास लेकर तीर्थयात्री दर्शन को पहुंच रहे हैं.
लिहाजा, दर्शनार्थियों की प्रतिदिन की संख्या बढायी दी गयी है, जिससे अधिक तीर्थ यात्री चारधाम पहुंच रहे हैं. देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि 4 नवंबर तक दो लाख 40 हजार से अधिक तीर्थ यात्री चार धाम दर्शन हेतु पहुंच गये हैं. जिसमें 2 लाख 10 हजार तीर्थ यात्री बदरीनाथ और केदारनाथ पहुंचे हैं. वहीं, बदरीनाथ और केदारनाथ में बर्फबारी के बावजूद भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं.
जल्द बंद होंगे चारधाम के कपाट
श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर को दोपहर 3 बजकर 35 मिनट, श्री केदारनाथ धाम के कपाट 16 नवंबर को भैयादूज पर सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर बंद होंगे. वहीं, श्री गंगोत्री धाम के कपाट 15 नवंबर अन्नकूट (गोवर्धन पूजा) के अवसर पर दोपहर 12.15 बजे, श्री यमुनोत्री धाम के कपाट भैयादूज 16 नवंबर के दिन में 12.15 बजे शीतकाल के लिए बंद हो जायेंगे.
इसके साथ ही द्वितीय केदारनाथ श्री मद्महेश्वर के कपाट 19 नवंबर को प्रात: 7 बजे और तृतीय केदार तुंगनाथ जी के कपाट आज दिन में 11.30 बजे बंद हो गये हैं. ऐसे में श्री तुंगनाथ जी की उत्सव मूर्ति आज चोपता पहुंच गयी है. जो कल 5 नवंबर को भनकुंड तथा 6 नवंबर को शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ पहुंचेगी. 7 नवंबर से मक्कूमठ में भगवान तुंगनाथ जी की शीतकालीन पूजाएं शुरू हो जाएगी.