डोइवाला: सिमलास ग्रांट में लड़की पक्ष ने दहेज न देने पर दूल्हा पक्ष पर शादी से इनकार करते हुए उत्पीड़न का आरोप लगाया है. पीड़ित परिजनों ने युवक के खिलाफ कोतवाली में तहरीर देकर सख्त कार्रवाई की मांग की है. वहीं, दूल्हा पक्ष का कहना है कि लड़की के मांगलिक होने के कारण शादी से इनकार किया गया है.
पीड़ित पक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीते 23 दिसंबर 2018 को हिन्दू रीति रिवाज के साथ सगाई की रस्म अदा की गई. 8 अक्टूबर 2019 को शादी की तारीख भी तय हो गई और युवक घुमाने के बहाने युवती को बाहर ले गया. युवक ने लड़की के साथ शारीरिक संबंध भी बनाए, इसके बाद युवक के परिजनों ने लड़की के परिवार वालों से दहेज की मांग की. दूल्हा पक्ष के लोगों ने युवती के मांगलिक होने की बात कही है.
ये भी पढ़ें: उत्तराखंड विभागीय लेखा निदेशालय में चल रहा ये बड़ा खेल, चौंकाने वाली बात आई सामने
पीड़ित युवती ने बताया कि उसकी सगाई जोगीवाला के युवक के साथ पिछले साल 23 दिसंबर 2018 को हुई थी. शादी की तारीख 8 अक्टूबर 2019 तय की गई थी. इस बीच युवक घुमाने के बहाने लड़की को बाहर ले गया और शारीरिक शोषण किया. वहीं, अचानक लड़के पक्ष वालों ने लड़की के मांगलिक होने का आरोप लगाया.
लड़की पक्ष के मुताबिक दुल्हा पक्ष को मनाने की कोशिश की, लेकिन युवक के परिजनों ने शादी से साफ इनकार कर दिया. इसके बाद परिजनों ने कोतवाली में तहरीर देकर युवक के खिलाफ कार्रवाई की है.
सामाजिक कार्यकर्ता उम्मेद बोरा ने बताया कि इस तरह से सगाई के बाद शादी से इनकार करने पर लड़की पक्ष के लोग मानसिक रूप से परेशान हैं. दहेज की मांग को लेकर और मांगलिक होने का बहाना बनाकर शादी से इनकार किया जा रहा है.
ये भी पढ़ें: विधानसभा सत्र: कानून व्यवस्था को लेकर अपने ही विधायकों ने सरकार को कटघरे में किया खड़ा
एसएसआई मनमोहन सिंह नेगी ने बताया कि दोनों पक्षों को सुनने के बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है. अगर युवक की गलती पाई गई तो संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाएगी.