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देहरादून में इस रेट में कराएं डेंगू का टेस्ट, लक्षण और बचाव के तरीके भी जानिए

Dengue in Uttarakhand जुलाई से नवंबर महीने के बीच यानी मॉनसून सीजन में डेंगू संक्रमण के फैलने का खतरा काफी ज्यादा होता है. इस बार भी तेजी से डेंगू के केस बढ़ रहे हैं. जिसने लोगों में दहशत तो स्वास्थ्य महकमे में चिंता बढ़ा दी है. ऐसे में लोग भागे-भागे डेंगू का टेस्ट कराने अस्पताल पहुंच रहे हैं. इसी बीच नीजि अस्पताल या लैब भी इसका फायदा उठाते हुए रेट बढ़ा रहे हैं. जिसे देखते हुए देहरादून में डेंगू टेस्ट के रेट जारी कर दिए गए हैं.

Dengue in Uttarakhand
उत्तराखंड में डेंगू
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 30, 2023, 9:29 PM IST

देहरादूनः उत्तराखंड में डेंगू पैर पसारने लगा है. अभी तक करीब 700 लोग डेंगू की चपेट में आ चुके हैं. जिसमें सबसे ज्यादा मरीज देहरादून से सामने आए हैं. डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य महकमा अलर्ट हो गया है. खुद स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार कमान संभाले नजर आ रहे हैं. वहीं, डेंगू की जांच को लेकर जिला प्रशासन ने रेट तय किए हैं. ताकि, प्राइवेट अस्पताल या लैब मरीजों से मनमानी पैसा न लें सके.

डेंगू टेस्ट के रेटः दरअसल, देहरादून के मुख्य चिकित्सा अधिकारी संजय जैन ने डेंगू की जांच दरों से संबंधित पत्र जारी किया है. जिसमें निजी अस्पतालों और पैथोलॉजी लैब के लिए डेंगू के एलाइजा और रैपिड टेस्ट की दरें तय की गई है. जिसके तहत डेंगू एलाइजा टेस्ट (Dengue ELISA Test) के लिए ₹1100 चुकाने होंगे. इसके अलावा (Dengue Rapid Test) के लिए ₹500 (NSI) और ₹800 (NSI+IgG+IgM ComboTst) देने होंगे.

Dengue in Uttarakhand
देहरादून सीएमओ संजय जैन की ओर से जारी दर

देहरादून सीएमओ संजय जैन के मुताबिक, सभी निजी अस्पतालों और पैथोलॉजी लैब संचालकों को यह रेट लिस्ट चस्पा करना होगा. निर्धारित दरों के हिसाब से डेंगू जांच शुल्क लेना होगा. उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में डेंगू को अधिसूचित रोग (Notifiable Disease) घोषित की जा चुकी है. वहीं, सभी जगहों पर फॉगिक कराने के निर्देश दिए गए हैं.
ये भी पढ़ेंः लक्सर में डेंगू से एक मरीज की मौत, स्वास्थ्य महकमे में मचा हड़कंप

देहरादून में साल 2019 में डेंगू ने बरपाया था कहरः देहरादून में साल 2019 के दौरान सबसे ज्यादा डेंगू के मरीज पाए गए थे. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, साल 2019 में 4,991 डेंगू के मरीज मिले थे. जबकि, साल 2020 में कोरोना के कारण जांच नहीं हो पाई थी. इस तरह साल 2021 में डेंगू के 126 केस सामने आए थे.

वहीं, साल 2022 में 1,434 केस और अब 2023 में देहरादून जिले में 431 से ज्यादा (अब तक) डेंगू के केस सामने आ चुके हैं. जिस तरह से देहरादून में डेंगू अपने पैर पसार रहा है, उसकी रोकथाम होना जरूरी है. अन्यथा साल 2019 जैसे हालात एक बार फिर पैदा हो सकते हैं. वहीं, डेंगू रोकथाम से संबंधित शिकायत, सुझाव एवं सलाह के लिए टोल फ्री नंबर पर 18001802525 संपर्क कर सकते हैं.

डेंगू के लक्षण क्या हैं? बता दें कि डेंगू और मलेरिया मादा मच्छर के काटने से होती है. डेंगू एडीस नाम के मादा मच्छर के काटने से फैलता है. अगर किसी व्यक्ति को डेंगू हो जाता है तो उसे तेज बुखार आता है. साथ ही उल्टी होती है. शरीर में दर्द के साथ जकड़न की शिकायत होती है. इसके अलावा प्लेटलेट्स भी काफी तेजी से घटने लगती है.

डेंगू को फैलने से कैसे रोकें? बरसात के दौरान अपने घरों में पानी बिल्कुल जमा न होने दें. कूलर, बाल्टी आदि से पानी निकालते रहें. इसके अलावा टायरों और गमलों आदि में पानी जमा न होने दें. मच्छरों को दूर रखने के लिए अपने आस पास साफ सफाई रखें. पूरे बाजू वाले कपड़े पहनें. सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें.

देहरादूनः उत्तराखंड में डेंगू पैर पसारने लगा है. अभी तक करीब 700 लोग डेंगू की चपेट में आ चुके हैं. जिसमें सबसे ज्यादा मरीज देहरादून से सामने आए हैं. डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य महकमा अलर्ट हो गया है. खुद स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार कमान संभाले नजर आ रहे हैं. वहीं, डेंगू की जांच को लेकर जिला प्रशासन ने रेट तय किए हैं. ताकि, प्राइवेट अस्पताल या लैब मरीजों से मनमानी पैसा न लें सके.

डेंगू टेस्ट के रेटः दरअसल, देहरादून के मुख्य चिकित्सा अधिकारी संजय जैन ने डेंगू की जांच दरों से संबंधित पत्र जारी किया है. जिसमें निजी अस्पतालों और पैथोलॉजी लैब के लिए डेंगू के एलाइजा और रैपिड टेस्ट की दरें तय की गई है. जिसके तहत डेंगू एलाइजा टेस्ट (Dengue ELISA Test) के लिए ₹1100 चुकाने होंगे. इसके अलावा (Dengue Rapid Test) के लिए ₹500 (NSI) और ₹800 (NSI+IgG+IgM ComboTst) देने होंगे.

Dengue in Uttarakhand
देहरादून सीएमओ संजय जैन की ओर से जारी दर

देहरादून सीएमओ संजय जैन के मुताबिक, सभी निजी अस्पतालों और पैथोलॉजी लैब संचालकों को यह रेट लिस्ट चस्पा करना होगा. निर्धारित दरों के हिसाब से डेंगू जांच शुल्क लेना होगा. उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में डेंगू को अधिसूचित रोग (Notifiable Disease) घोषित की जा चुकी है. वहीं, सभी जगहों पर फॉगिक कराने के निर्देश दिए गए हैं.
ये भी पढ़ेंः लक्सर में डेंगू से एक मरीज की मौत, स्वास्थ्य महकमे में मचा हड़कंप

देहरादून में साल 2019 में डेंगू ने बरपाया था कहरः देहरादून में साल 2019 के दौरान सबसे ज्यादा डेंगू के मरीज पाए गए थे. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, साल 2019 में 4,991 डेंगू के मरीज मिले थे. जबकि, साल 2020 में कोरोना के कारण जांच नहीं हो पाई थी. इस तरह साल 2021 में डेंगू के 126 केस सामने आए थे.

वहीं, साल 2022 में 1,434 केस और अब 2023 में देहरादून जिले में 431 से ज्यादा (अब तक) डेंगू के केस सामने आ चुके हैं. जिस तरह से देहरादून में डेंगू अपने पैर पसार रहा है, उसकी रोकथाम होना जरूरी है. अन्यथा साल 2019 जैसे हालात एक बार फिर पैदा हो सकते हैं. वहीं, डेंगू रोकथाम से संबंधित शिकायत, सुझाव एवं सलाह के लिए टोल फ्री नंबर पर 18001802525 संपर्क कर सकते हैं.

डेंगू के लक्षण क्या हैं? बता दें कि डेंगू और मलेरिया मादा मच्छर के काटने से होती है. डेंगू एडीस नाम के मादा मच्छर के काटने से फैलता है. अगर किसी व्यक्ति को डेंगू हो जाता है तो उसे तेज बुखार आता है. साथ ही उल्टी होती है. शरीर में दर्द के साथ जकड़न की शिकायत होती है. इसके अलावा प्लेटलेट्स भी काफी तेजी से घटने लगती है.

डेंगू को फैलने से कैसे रोकें? बरसात के दौरान अपने घरों में पानी बिल्कुल जमा न होने दें. कूलर, बाल्टी आदि से पानी निकालते रहें. इसके अलावा टायरों और गमलों आदि में पानी जमा न होने दें. मच्छरों को दूर रखने के लिए अपने आस पास साफ सफाई रखें. पूरे बाजू वाले कपड़े पहनें. सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें.

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