देहरादून: विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन के भीतर विपक्ष ने तमाम मुद्दे उठाए. इस बीच कई मुद्दों पर सत्ता पक्ष घिरता नजर आया. इसी क्रम में कांग्रेस विधायक हरीश धामी ने धारचूला के तल्ला जौहार क्षेत्र के आपदा प्रभावितों का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने सरकार से साल 2013 में आयी आपदा को ध्यान में रखते हुए धारचूला के आपदा प्रभावितों को मुआवजा देने की मांग की.
संसदीय कार्यमंत्री मदन कौशिक ने बताया कि राज्य सरकार ने आपदा के मानक तय करने और पर्वतीय क्षेत्र में अलग से आपदा की नीति बनाने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा है. जवाब आने के बाद ही इस पर नीति बनाई जाएगी. जिसके बाद भी विपक्ष के विधायक वेल में उतार आये और अपना आक्रोश व्यक्त किया. जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्ष को इस मामले में उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया.
कांग्रेस विधायक हरीश धामी का कहना है कि 2016-17 से अभी तक धारचूला के आपदा प्रभावितों को न तो मुआवजा मिला है और न ही उनके पुनर्वास हुए हैं. ऐसे में आज भी आपदा प्रभावित प्राइमरी स्कूल में रहने को मजबूर हैं. स्कूलों में रह रहे आपदा प्रभावितों को तमाम दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है.
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धामी ने साल 2013 में आई आपदा का जिक्र करते हुए बताया कि उस दौरान कांग्रेस की सरकार थी और कांग्रेस सरकार ने आपदा प्रभावितों के सभी परिवारों को 7-7 लाख मुआवजा दिया था. अब तो डबल इंजन की सरकार है ऐसे में धारचूला के आपदा प्रभावितों को पुनर्वास के लिए 10-10 लाख देने की मांग की.