देहरादून: राजधानी की सड़कों पर मौजूद तारों का जाल अब समस्या नहीं बनेगा. दरअसल जल्द ही उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड देहरादून में विद्युत लाइनों को अंडरग्राउंड करने जा रहा है. खास बात यह है कि पिछले लंबे समय बाद एशियन डेवलपमेंट बैंक में स्वीकृतियों को लेकर मौजूदा औपचारिकताओं को पूरा कर लिया गया है.
देहरादून में अब सड़कें बिजली की तारों से मुक्त होगी. उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड स्मार्ट सिटी योजना के तहत जल्द ही इस काम को करने जा रहा है. स्मार्ट सिटी के तहत काफी समय से इसके लिए प्रयास किया जा रहा था, लेकिन अब एशियन डेवलपमेंट बैंक से इसके लिए सभी स्वीकृति मिल गई है.
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बता दें कि यह योजना 500 करोड़ के बजट से पूरी की जानी है. देहरादून को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इसके लिए चुना गया है. यहां सभी लाइनों को भूमिगत किया जाएगा. जानकारी के अनुसार करीब 3 से 4 महीनों में लाइनों को भूमिगत करने के लिए उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड काम शुरू कर देगा और इस तरह अगले 1 साल में देहरादून में विद्युत लाइनों को भूमिगत करने की योजना है.
यूपीसीएल एमडी अनिल कुमार ने कहा विद्युत लाइनों के अंडरग्राउंड होने से जहां शहर में बिजली के पोल हटेंगे. वहीं बिजली पोल निर्माण नहीं कराने से भी विभाग को बचत होगी. वहीं, विद्युत पोल हटने से शहर का सौंदर्यीकरण बढ़ जाएगा. यूपीसीएल एमडी ने कहा सड़क चौड़ीकरण या फिर दूसरे निर्माण कार्यों के चलते अक्सर बिजली की लाइनों को शिफ्ट करना पड़ता था. जिसमें कई बार लागत से ज्यादा खर्च आता था, लेकिन अब बिजली की तार अंडरग्राउंड होने से इन सभी दिक्कतों से विभाग को राहत मिलेगी.