ऋषिकेश: चारधाम यात्रा को लेकर परिवहन विभाग ने भी व्यवस्था बनाने के लिए अपनी कमर कस ली है. आरटीओ ने निजी बस ऑपरेटरों के साथ बैठक कर जल्दी ही रोटेशन नियम का गठन करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा यात्रा के दौरान बसों की कमी नहीं होने का भरोसा भी आरटीओ ने दिया है.
रोटेशन गठन करने का निर्देश: शुक्रवार को ऋषिकेश के एआरटीओ कार्यालय में आरटीओ देहरादून सुनील शर्मा पहुंचे. उन्होंने चारधाम यात्रा संचालित करने वाली निजी बसों के ऑपरेटरों के साथ बैठक की. यात्रा को लेकर गहन विचार विमर्श किया. बैठक में निर्णय लिया कि 13 मार्च को यात्रा संचालित करने वाली बसों की सभी कंपनियों के पदाधिकारी बैठक कर रोटेशन का गठन करेंगे. आरटीओ सुनील शर्मा के मुताबिक चारधाम यात्रा को दुर्घटना रहित और व्यवस्थित रूप से चलाने के लिए कई अहम निर्णय भी लिए गए हैं.
कुछ इस तरह हैं व्यवस्थायें: सबसे पहले सड़क हादसों को रोकने के लिए यात्रा मार्ग पर पांच जगह कैमरों से लैस चेकपोस्ट स्थापित किए जाएंगे. आधा दर्जन सचल दस्ते लगातार वाहनों की चेकिंग करेंगे. 166 ह्वील बेस से अधिक लंबी बसों को पहाड़ नहीं चढ़ने दिया जाएगा. ग्रीन कार्ड देते समय बसों में लगे पैनिक बटन की जांच होगी. पर्यटन विभाग से तालमेल कर रजिस्टर्ड होने वाले यात्रियों का डाटा एकत्रित किया जाएगा, जिससे बसों की उपलब्धता को बरकरार रखा जा सके.
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आरटीओ सुनील शर्मा ने बताया कि यात्रा हर साल की तरह ऋषिकेश से ही संचालित होगी. बसों की कमी होने पर कुमाऊं से बसें मंगाई जाएंगी. नशे में वाहन चलाने वाले चालकों के पकड़े जाने पर उनका लाइसेंस निरस्त किया जाएगा.