देहरादून: रिटायर्ड बुजुर्गों के साथ ठगी करने वाले शातिर नटवरलाल को थाना बंसत विहार पुलिस ने हरिद्वार के कनखल से गिरफ्तार किया. आरोपी को न्यायालय में पेश कर जेल भेजा गया है. आरोपी रिटायर्ड शिक्षित बुजुर्ग पेंशनर व्यक्तियों के बारे में जानकारी करके उनके घर जाकर आपसी मेलजोल बढ़ाता था और उन्हें इंडक्शन चूल्हा बेचने की आड़ में सरकारी स्कीमों का झांसा देकर धोखाधड़ी से उनसे पैसे ठगने का काम किया करता था.
30 जनवरी को 69 वर्षीय इन्द्रसेन भाटिया निवासी भागीरथीपुरम रोड ने शिकायत दर्ज कराई कि 28 जनवरी की दोपहर एक अज्ञात व्यक्ति उनके घर पर आया और स्वयं को ऑर्डिनेंस का कर्मचारी बताते हुए बुजुर्ग से मेलजोल बढ़ाकर ऑफर दिया कि वर्तमान में ऑर्डिनेंस के रिटायर्ड कर्मचारियों के लिए सरकार ने एक स्कीम निकाली है. जिसमें पेंशनरों को दो इंडक्शन चूल्हे खरीदने पर 51 हज़ार रुपए का चेक सरकार द्वारा प्रदान किया जा रहा है. सरकार की स्कीम का लाभ उठाने के लिए आवेदक को 18 हजार रुपए और ऑर्डिनेंस का पेंशनभोगी पहचान पत्र लेकर उनके साथ ऑर्डिनेंस ऑफिस चलना होगा. वहीं बुजुर्ग आरोपी के झांसे में आकर 18 हज़ार रुपए दे दिए.
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वहीं, बुजुर्ग की तहरीर के आधार पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा पंजीकृत किया गया. जिसके बाद आरोपी की गिरफ्तारी के लिए संयुक्त टीम गठित करते हुए घटनास्थल के आस-पास के सीसीटीवी फुटेज देख कर हुलिया प्राप्त किया. साथ ही आरोपी की स्कूटी की पहचान कर रूट निर्धारित किया गया और पूर्व के संदिग्ध शातिर ठगों से पूछताछ की गई.
वहीं, थाना बसन्त विहार प्रभारी देवेंद्र चौहान ने बताया कि पुलिस टीम द्वारा आरोपी अनिल कुमार को हरिद्वार कनखल से गिरफ्तार किया गया. जिसके कब्जे से बुजुर्ग का आधार कार्ड, पेंशनभोगी पहचान पत्र और 12 हजार रुपए बरामद किए गए. आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह बीकॉम शिक्षित है और पूर्व में सीए में असफल रहा है. इसके बाद उसके द्वारा प्रेशर कुकर इंडक्शन चूल्हा की फेरी लगाने का कार्य किया गया, लेकिन पारिवारिक खर्च नहीं चल पा रहा था.
इसके साथ ही आरोपी ने बताया कि उसने देहरादून में कई स्थानों पर इस तरह की वारदात को अंजाम दिया है. साथ ही आरोपी द्वारा यह भी बताया गया कि यदि किसी बुजुर्ग के पास घर पर पैसे नहीं होते हैं, तो वह उस बुजुर्ग को अपने स्कूटी पर बैठा कर बैंक अथवा एटीएम तक भी ले जाकर वहां से पैसे प्राप्त कर लेता है. घटना के लिए जब भी देहरादून से हरिद्वार आता है तो घटना से पहले स्कूटी की दोनों नंबर प्लेट उतार लेता था.