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बैंक से फर्जी लोन लेकर 36 लाख से अधिक की धोखाधड़ी, दो आरोपी गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी

देहरादून पुलिस ने जिला सहकारी बैंक से फर्जी लोन लेने के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपियों ने अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर 8 फर्जी लोन लेकर बैंक से 36 लाख रुपए से अधिक का गबन किया.

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Published : Jul 15, 2023, 7:47 PM IST

देहरादूनः पटेलनगर कोतवाली पुलिस ने डिस्ट्रिक्ट को-ऑपरेटिव बैंक की माजरा शाखा से 36 लाख 18 हजार 260 रुपये की धोखाधड़ी के संबंध में 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है. जबकि 2 आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है. मामले में शाखा प्रबंधक ने अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए पूर्व में हाईकोर्ट से स्टे ले लिया है. इन 5 आरोपियों द्वारा अलग-अलग 8 तरीकों पर बैंक से फर्जी लोन लिया गया था.

4 फरवरी 2023 को मुखराम प्रसाद उप-महाप्रबंधक (प्रशासन) डिस्ट्रिक्ट को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड माजरा शाखा ने शिकायत दर्ज कराई थी कि नरेंद्र कुमार शर्मा कनिष्ठ शाखा प्रबंधक (निलंबित) ने डिस्ट्रिक्ट को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड की माजरा शाखा में कार्यकाल के दौरान गलत तरीके से बैंक से अन्य 4 लोगों के साथ मिलकर बैंक से 36 लाख 18 हजार 260 रुपए की धोखाधड़ी की. मामले पर थाना पटेलनगर पर मुकदमा दर्ज किया गया है.

थाना पटेलनगर प्रभारी सूर्य भूषण नेगी ने बताया कि पुलिस टीम द्वारा बैंक दस्तावेज प्राप्त कर पूछताछ की गई. जांच में पता चला कि विनोद कुमार टम्टा (मुख्य आरोपी) ने आरोपी नरेंद्र कुमार शर्मा (कनिष्ठ शाखा प्रबंधक), शंकर थापा और सौरभ कपूर के साथ मिलकर अपना और अंकुर अरोड़ा, राजवीर और प्रमिला शर्मा के 7 लोन आवेदन पत्र पर करीब 21 लाख रुपए का लोन लिया, जबकि एक अन्य मामले पर 15 लाख रुपए का गबन किया. कुल 8 मामलों में 36 लाख 18 हजार रुपए की बैंक से धोखाधड़ी की गई.
ये भी पढ़ेंः चटोरे चोर! चोरी से पहले बनाया लजीज खाना, उड़ाई दावत, फिर तोड़ डाले तीन घरों के ताले

पुलिस ने बताया कि विनोद कुमार ने एक मामले में डीके गुप्ता उप निदेशक उत्तरांचल पीजी कॉलेज ऑफ बायो मेडिकल साइंस एंड हॉस्पिटल की फर्जी अंडर टेकिंग और सैलरी स्लिप बनाकर संस्थान की मोहर और हस्ताक्षर का प्रयोग कर धोखाधड़ी की. एक अन्य मामले में संजय जोशी ने आरोपी नरेंद्र कुमार शर्मा (कनिष्ठ शाखा प्रबंधक), शंकर थापा और सौरभ कपूर के साथ मिलकर भूमि की रजिस्ट्री जो कि पहले से ही यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में बंधक थी, इस मामले पर कुल 15 लाख रुपए का फर्जी तरीके से होम लोन लिया. साथ ही संजय जोशी ने अपने भाई विजय जोशी की बिना सहमति के उसके नाम के फर्जी दस्तावेजों का अपयोग कर ड्रिस्ट्रिक्ट को-ऑपरेटिव बैंक में खाता खुलवाकर लोन प्राप्त कर बैंक को आर्थिक क्षति पहुंचाई. इस पर पुलिस ने 15 जुलाई को मुख्य आरोपी विनोद कुमार टम्टा और संजय जोशी को हाथीबड़कला से गिरफ्तार किया.

देहरादूनः पटेलनगर कोतवाली पुलिस ने डिस्ट्रिक्ट को-ऑपरेटिव बैंक की माजरा शाखा से 36 लाख 18 हजार 260 रुपये की धोखाधड़ी के संबंध में 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है. जबकि 2 आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है. मामले में शाखा प्रबंधक ने अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए पूर्व में हाईकोर्ट से स्टे ले लिया है. इन 5 आरोपियों द्वारा अलग-अलग 8 तरीकों पर बैंक से फर्जी लोन लिया गया था.

4 फरवरी 2023 को मुखराम प्रसाद उप-महाप्रबंधक (प्रशासन) डिस्ट्रिक्ट को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड माजरा शाखा ने शिकायत दर्ज कराई थी कि नरेंद्र कुमार शर्मा कनिष्ठ शाखा प्रबंधक (निलंबित) ने डिस्ट्रिक्ट को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड की माजरा शाखा में कार्यकाल के दौरान गलत तरीके से बैंक से अन्य 4 लोगों के साथ मिलकर बैंक से 36 लाख 18 हजार 260 रुपए की धोखाधड़ी की. मामले पर थाना पटेलनगर पर मुकदमा दर्ज किया गया है.

थाना पटेलनगर प्रभारी सूर्य भूषण नेगी ने बताया कि पुलिस टीम द्वारा बैंक दस्तावेज प्राप्त कर पूछताछ की गई. जांच में पता चला कि विनोद कुमार टम्टा (मुख्य आरोपी) ने आरोपी नरेंद्र कुमार शर्मा (कनिष्ठ शाखा प्रबंधक), शंकर थापा और सौरभ कपूर के साथ मिलकर अपना और अंकुर अरोड़ा, राजवीर और प्रमिला शर्मा के 7 लोन आवेदन पत्र पर करीब 21 लाख रुपए का लोन लिया, जबकि एक अन्य मामले पर 15 लाख रुपए का गबन किया. कुल 8 मामलों में 36 लाख 18 हजार रुपए की बैंक से धोखाधड़ी की गई.
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पुलिस ने बताया कि विनोद कुमार ने एक मामले में डीके गुप्ता उप निदेशक उत्तरांचल पीजी कॉलेज ऑफ बायो मेडिकल साइंस एंड हॉस्पिटल की फर्जी अंडर टेकिंग और सैलरी स्लिप बनाकर संस्थान की मोहर और हस्ताक्षर का प्रयोग कर धोखाधड़ी की. एक अन्य मामले में संजय जोशी ने आरोपी नरेंद्र कुमार शर्मा (कनिष्ठ शाखा प्रबंधक), शंकर थापा और सौरभ कपूर के साथ मिलकर भूमि की रजिस्ट्री जो कि पहले से ही यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में बंधक थी, इस मामले पर कुल 15 लाख रुपए का फर्जी तरीके से होम लोन लिया. साथ ही संजय जोशी ने अपने भाई विजय जोशी की बिना सहमति के उसके नाम के फर्जी दस्तावेजों का अपयोग कर ड्रिस्ट्रिक्ट को-ऑपरेटिव बैंक में खाता खुलवाकर लोन प्राप्त कर बैंक को आर्थिक क्षति पहुंचाई. इस पर पुलिस ने 15 जुलाई को मुख्य आरोपी विनोद कुमार टम्टा और संजय जोशी को हाथीबड़कला से गिरफ्तार किया.

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