देहरादूनः रायवाला पुलिस और एसओजी ग्रामीण की टीम ने अंतरराज्यीय सपेरा गिरोह के 6 शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. मौके पर आरोपियों के पास से लाखों रुपए का आभूषण बरामद किया गया है. साथ ही रायवाला, ऋषिकेश और सहसपुर क्षेत्र में हुई 5 चोरियों का भी खुलासा कर दिया है. वहीं, गिरोह के फरार दो आरोपियों की तलाश जारी है.
बता दें कि बीते 13 सिंतबर को सोबत सिंह निवासी छिद्दरवाला ने पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें उन्होंने बताया कि 12 सितंबर की रात को अज्ञात चोरों ने उनके भतीजे मनोज कलूड़ा के घर का ताला तोड़ कर सोने व चांदी के जेवरात और कुछ नकदी चोरी कर लिए हैं. जिसके आधार पर थाना रायवाला में अज्ञात चोरों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया.
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दूसरा मामला 14 दिसंबर को वीरेंद्र सिंह रावत निवासी छिद्दरवाला ने शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें उन्होंने बताया था कि 29 नवंबर की रात को कुछ अज्ञात लोगों ने खिड़की की ग्रिल उखाड़कर उनकी मां के कमरे से टिन के बॉक्स से 17,000 हजार रुपए चुरा लिए. जिसके आधार पर थाना रायवाला मुकदमा पंजीकृत किया गया. चोरी की लगातार हो रही घटना के मद्देनजर पुलिस ने टीम गठित की.
वहीं, घटना के खुलासे के लिए गठित टीमों में से पहली टीम ने घटना स्थलों के आसपास और हाइवे पर स्थित सीसीटीवी फुटेज खंगाले. दूसरी टीम ने डंप डाटा उठाकर उसमें संदिग्ध नंबरों के संबंध में जानकारी जुटाई. जबकि, तीसरी टीम ने स्थानीय अपराधियों और पूर्व में चोरी की घटनाओं में जेल गए आरोंपियों की वर्तमान स्थिति के संबंध में जानकारी एकत्रित की.
संबंधित घटना स्थलों में घटित हुई चोरियों के खुलासे के लिए जुटाए गए संदिग्ध नंबरों का सर्विलांस के माध्यम से चेक किया गया. इसी दौरान पुलिस टीम को मुखबिर से एक सूचना मिली. जिसमें बताया गया कि रायवाला क्षेत्र में चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले आरोपी पूर्व में रायवाला और अन्य स्थानों से की गई चोरी का सामान बांटने के लिए तीन पानी पुलिया छिद्दरवाला आए हैंं.
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चोरी की सामान का कर रहे थे बंटवारा, पुलिस ने रंगे हाथ दबोचाः सूचना पर पुलिस टीम मुखबिर के बताए स्थान तीन पानी पुलिया पर पहुंची तो मौके पर कुछ लोग खडे़ नजर आए. जो आपस में सामान का बंटवारा कर रहे थे. तभी पुलिस टीम ने तीन पानी पुलिया पर दबिश देकर मौके पर मौजूद 6 आरोपियों सूरजनाथ, लवनाथ, चीनू, नागा, फौरिस और संदीप को हिरासत में लिया. जिनकी तलाशी लेने पर उनके पास से थाना रायवाला, थाना ऋषिकेश, थाना सहसपुर में हुई चोरी की घटनाओं से संबंधित माल और घटना में ताला तोड़ने और खिड़की की ग्रिल निकालने के लिए रखे गए औजार भी बरामद हुए.
इस तरह देते थे चोरी की घटना को अंजामः अंतरराज्यीय गिरोह (सपेरा) के सदस्य अपने साथी सपेरा चोरों को नहटौर, कोटआली चिडियापुर मंडावली, धोसीपुरा पथरी और भानियावाला डोइवाला क्षेत्र से बुलाते थे. घटना को अंजाम देने के लिए शाम के समय अंधेरा होने पर रोडवेज बसों से आकर घटना वाले क्षेत्र में उतर जाते थे. जिन्हें स्थानीय सपेरों की ओर से अपने वाहनों से घटना स्थल तक पहुंचाया जाता था.
गिरोह के सदस्यों ने बताया कि वो चोरी की घटना के दौरान मोबाइल फोन और वाहन का उपयोग नहीं करते हैं. जिससे वे सीसीटीवी और सर्विलांस की पकड़ में न आ सके. जिस घर में चोरी करनी होती थी, उस घर के अन्य कमरों को जिनमें घर के व्यक्ति सो रहे होते थे, उन्हें बाहर से बंद कर कुंडी लगा देते थे.
वहीं, जिन दरवाजों में कुंडी नहीं होती थी, उन्हें कपड़े से बांधकर बंद कर देते थे. इस दौरान यदि कोई व्यक्ति सामने आ जाए तो उस पर अपने पास मौजूद औजारों से हमला कर मार देते थे. चोरी की घटना को अंजाम देने के लिए कमरे की ग्रिल और जाली को सरिया आदि साधनों से काट या फिर उखाड़ देते थे. फिर घटना को अंजाम देने के बाद वापस जंगल के रास्ते चले जाते थे.
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नंगे पांव शातिराना अंदाज में करते थे चोरीः देहरादून एसएसपी जन्मेजय खंडूरी (Dehradun SSP Janmejay Khanduri) ने बताया कि आरोपी घटना को अंजाम देने से पहले छानबीन कर स्थान को चिन्हित करते थे. उसके बाद अलग-अलग जगह से रोड़वेज बस से आकर घटना करने वाले क्षेत्र में उतरते थे. जहां से स्थानीय सपेरे उन्हें मोटर साइकिलों से घटनास्थल तक ले जाते हैं. जहां रात के समय चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया जाता है. चोरी करते समय आरोपी जूते चप्पलों नहीं पहनते थे और नंगे पैर ही जाकर घटना को अंजाम देते थे.