देहरादून: उत्तराखंड में सरकारी दस्तावेजों से छेड़छाड़ या फिर चोरी के मामले सामने आते रहते हैं. दरअसल, पिछले साल नगर निगम के रिकॉर्ड रूम से चोरी का मामला सामने आया था. हाल ही में देहरादून के रजिस्ट्रार कार्यालय में फाइलों से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है. धामी सरकार ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए न सिर्फ एसआईटी जांच के आदेश दिए, बल्कि खुद रजिस्ट्रार कार्यालय पहुंचकर निरीक्षण किया. सीएम ने जमीनों के रिकार्ड्स देखकर हैरानी भी जताई, क्योंकि कई रिकार्ड्स में दीमक लग चुकी थी और वहां सीसीटीवी कैमरे भी नहीं थे. जिससे वहां कई कागजातों के साथ छेड़खानी हुई है. इसके बाद उन्होंने देहरादून के रजिस्ट्रार कार्यालय के रिकार्ड रूम में जाने के लिए पांबदी लगाने के साथ ही सीसीटीवी कैमरे और गार्ड्स लगाने के भी कड़े निर्देश दिए.
अब रिकॉर्ड रूम हुआ सिक्योर: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद अब देहरादून रजिस्ट्रार कार्यालय के रिकॉर्ड रूम में लोगों के आने की पाबंदी लगा दी गई है. साथ ही गार्ड्स और सीसीटीवी कैमरे की भी व्यवस्था की गई है. जिलाधिकारी सोनिका ने बताया कि सीएम के निर्देश पर रिकॉर्ड रूम में गार्ड्स और सीसीसीटीवी की व्यवस्था की गई है. हमेशा ही ऐसे केस आते हैं, लेकिन कुछ समय से लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे थे, जिन्हें एकत्र कर रिपोर्ट तैयार की गई. उन्होंने बताया कि ई-नकल की व्यवस्था है. ऐसे में रिकॉर्ड रूम में जाने की जरूरत नहीं होती है.
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1994 से लेकर 1999 तक के कई रिकार्ड चोरी: देहरादून में रजिस्ट्रार कार्यालय के रिकॉर्ड रूम में दस्तावेजों से छेड़छाड़ का यह पहला मामला नहीं है बल्कि इससे पहली भी पिछले साल नगर निगम के रिकॉर्ड रूम से भी दस्तावेज चोरी की घटना सामने आ चुकी है. देहरादून नगर निगम के रिकॉर्ड रूम से 1994 से लेकर 1999 तक के कई रिकार्ड चोरी हो चुके हैं. जिस मामले में पिछले 8 महीने से पुलिस की तफ्तीश लगातार जारी है, लेकिन अभी तक इस चोरी मामले में कोई सफलता हाथ नहीं लगी है. वहीं, देहरादून के नगर आयुक्त मनुज गोयल ने बताया कि इस मामले में पुलिस को रिमाइंडर भेजा है. साथ ही कार्रवाई पूरा करने का अनुरोध किया है, लेकिन अभी तक कोई भी जानकारी वहां से नहीं मिल पाई है.
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