देहरादून: नगर में डेंगू अपना विकराल रूप दिखाता जा रहा है. प्रति दिन डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार 78 नए मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है. जिसके चलते देहरादून में डेंगू से पीड़ित मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 1866 हो चुका है. जिसके चलते निजी पैथोलॉजी सेंटर्स ने भी डेंगू की सस्ती जांचें करने का निर्णय लिया है.
बता दें कि देहरादून के विभिन्न क्षेत्रों में लोग वायरल बुखार से ग्रसित हैं. सरकारी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों से बेड फूल हैं. यही स्थिति गैर सरकारी अस्पतालों और नर्सिंग होम्स में भी देखने को मिल रही है. डेंगू से पीड़ित मरीजों का अस्पतालों में आने का सिलसिला बदस्तूर जारी है. लगातार बढ़ते मरीजों को देखते हुए निजी पैथोलॉजी लैबों ने भी डेंगू की जांचें सस्ती करने का निर्णय लिया है.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एस के गुप्ता ने बताया कि निजी पैथोलॉजी सेंटर्स में डेंगू की पुष्टि के लिए एलाइजा और रैपिड टेस्ट की जांच दरों को लेकर कुछ दिक्कतें आ रही थी. पैथोलॉजी लैब्स डेंगू जांच की दरों को अलग-अलग रूप में ले रही थे. देहरादून के विभिन्न निजी सेंटरो में आम जनता से 800, 1000 ,1200 और 1600 रुपयों की दरों से चार्ज लिया जा रहा था. जिसे देखते हुए विभाग ने सभी निजी पैथोलॉजी सेंटरों से डेंगू जांच की दरों में आम जनता को राहत प्रदान कराने का निवेदन किया था. जिसे मानते हुए निजी पैथोलॉजी सेंटर्स अब रैपिड टेस्ट के 100 रुपए और एलाइजा जांच के 500 रुपये की दर से चार्ज लेंगे.
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दरअसल, बीते 3 महीनों से देहरादून सहित पूरे प्रदेश में डेंगू का प्रकोप देखने को मिल रहा है. निजी पैथोलॉजी सेंटर और अस्पताल डेंगू की जांच करने के नाम पर मनमानी फीस वसूल कर रहे थे. जिसे देखते हुए स्वास्थ्य महकमे ने निजी पैथोलॉजी सेंटरों से डेंगू जांच की दरों में राहत प्रदान करने का निवेदन किया था. हालांकि सभी सरकारी अस्पतालो मे डेंगू की जांच और पीड़ित मरीज का इलाज निशुल्क किया जा रहा है.