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उत्तराखंडः साइबर अपराधों का अंबार, मुकदमा दर्ज करने में फिसड्डी 'मित्र पुलिस'

उत्तराखंड में साइबर क्राइम के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन न के बराबर ही मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं. इसका मुख्य कारण साइबर प्रशिक्षित पुलिस कर्मियों का अभाव बताया जा रहा है.

cyber crime
साइबर अपराध
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Published : Aug 25, 2020, 8:59 PM IST

Updated : Aug 25, 2020, 10:04 PM IST

देहरादूनः उत्तराखंड में अन्य अपराधों की तुलना हाईटेक साइबर क्राइम का ग्राफ दिनों दिन बढ़ रहा है. इन अपराधों की भारी संख्या में शिकायतें मिल रही है, लेकिन मुकदमे काफी कम दर्ज किए जा रहे हैं. ऐसे में शिकायतों का तो अंबार लगा हुआ है, लेकिन अभियोग पंजीकृत का अनुपात काफी नीचे है. इसकी सबसे बड़ी वजह थाना चौकियों में साइबर क्राइम मामलों की जांच पड़ताल मामलों में प्रशिक्षित पुलिस कर्मियों की भारी कमी को माना जा रहा है.

उत्तराखंड में साइबर क्राइम के मामलों में हो रहा इजाफा.

वहीं, गढ़वाल आईजी अभिनव कुमार ने भी मामले में चिंता जाहिर की है. ऐसे में थाना चौकियों में एक मानक बनाकर साइबर प्रशिक्षित पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ाने की बात कही है. साथ ही नए कर्मियों को साइबर क्राइम जांच पड़ताल से जुड़े मामलों में प्रशिक्षण देने की तैयारी विभागीय स्तर पर शुरू कर दी गई है.

साल 2018 से जुलाई 2020 तक गढ़वाल परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 7 जिलों में साइबर क्राइम अपराध की शिकायतों और दर्ज मुकदमों की आधिकारिक सूची एक नजर डालते हैं.

7 जिलों में साइबर क्राइम अपराध की शिकायत और दर्ज मुकदमे-

देहरादून

साल कुल प्राप्त शिकायतदर्ज मुकदमें
2018 830 52
2019 1308 41
2020 1115 34

हरिद्वार

साल कुल प्राप्त शिकायतदर्ज मुकदमें
2018 16 40
2019 732 29
2020 557 25

पौड़ी

साल कुल प्राप्त शिकायतदर्ज मुकदमें
2018 16 00
2019 62 01
2020 145 01

उत्तरकाशी

साल कुल प्राप्त शिकायतदर्ज मुकदमें
2018 04 02
2019 05 02
2020 31 00

टिहरी

साल कुल प्राप्त शिकायतदर्ज मुकदमें
2018 76 12
2019 125 03
2020 15906

चमोली

साल कुल प्राप्त शिकायतदर्ज मुकदमें
2018 07 02
2019 23 04
2020 46 06

रुद्रप्रयाग

साल कुल प्राप्त शिकायतदर्ज मुकदमें
2018 16 03
2019 47 14
2020 38 01

गढ़वाल परिक्षेत्र के 7 जिलों में प्रशिक्षित पुलिस कर्मियों की संख्या-

जिला उप निरीक्षकहेड कांस्टेबल कांस्टेबल
उत्तरकाशी 08 0313
टिहरी090108
चमोली070110
रुद्रप्रयाग 010111
पौड़ी 450823
हरिद्वार520005
देहरादून 560041

गढ़वाल आईजी की ओर से की गई समीक्षा बैठक में साइबर अपराधों की जांच विवेचना में प्रशिक्षित पुलिसकर्मियों की भारी कमी मिली है. ऐसे में आने वाले दिनों में गढ़वाल रेंज के 7 जिलों में साइबर प्रशिक्षित कर्मचारियों की संख्या विभागीय स्तर पर प्रशिक्षण प्रदान कर नए सिरे से रखने की योजना है.

जिला उप निरीक्षकहेड कांस्टेबल कांस्टेबल
उत्तरकाशी 15 15 50
टिहरी20 20 50
चमोली15 15 50
रुद्रप्रयाग 10 10 50
पौड़ी 4508100
हरिद्वार100100200
देहरादून100100200

साइबर अपराध पर मुकदमा पंजीकृत न होना चिंता का विषय: आईजी
गढ़वाल आईजी अभिनव कुमार ने भी माना कि साइबर क्राइम आज के दौर में अन्य अपराधों की तुलना में तेजी से बढ़ रहा है. जो हाईटेक अपराध है. उत्तराखंड में मैदानी जिलों के साथ-साथ अब पहाड़ी जिलों में भी साइबर क्राइम का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. इसमें सबसे बड़ी चिंता का विषय ये है कि भारी संख्या में आने वाली साइबर अपराध की शिकायतों पर प्रशिक्षित पुलिसकर्मियों के अभाव में पंजीकृत अभियोग बेहद कम हो रहे हैं. ऐसे में आने वाले दिनों में गढ़वाल परीक्षेत्र के थाना चौकी में साइबर प्रशिक्षित कर्मियों की संख्या बढ़ोत्तरी करनी आवश्यक है.

देहरादूनः उत्तराखंड में अन्य अपराधों की तुलना हाईटेक साइबर क्राइम का ग्राफ दिनों दिन बढ़ रहा है. इन अपराधों की भारी संख्या में शिकायतें मिल रही है, लेकिन मुकदमे काफी कम दर्ज किए जा रहे हैं. ऐसे में शिकायतों का तो अंबार लगा हुआ है, लेकिन अभियोग पंजीकृत का अनुपात काफी नीचे है. इसकी सबसे बड़ी वजह थाना चौकियों में साइबर क्राइम मामलों की जांच पड़ताल मामलों में प्रशिक्षित पुलिस कर्मियों की भारी कमी को माना जा रहा है.

उत्तराखंड में साइबर क्राइम के मामलों में हो रहा इजाफा.

वहीं, गढ़वाल आईजी अभिनव कुमार ने भी मामले में चिंता जाहिर की है. ऐसे में थाना चौकियों में एक मानक बनाकर साइबर प्रशिक्षित पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ाने की बात कही है. साथ ही नए कर्मियों को साइबर क्राइम जांच पड़ताल से जुड़े मामलों में प्रशिक्षण देने की तैयारी विभागीय स्तर पर शुरू कर दी गई है.

साल 2018 से जुलाई 2020 तक गढ़वाल परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 7 जिलों में साइबर क्राइम अपराध की शिकायतों और दर्ज मुकदमों की आधिकारिक सूची एक नजर डालते हैं.

7 जिलों में साइबर क्राइम अपराध की शिकायत और दर्ज मुकदमे-

देहरादून

साल कुल प्राप्त शिकायतदर्ज मुकदमें
2018 830 52
2019 1308 41
2020 1115 34

हरिद्वार

साल कुल प्राप्त शिकायतदर्ज मुकदमें
2018 16 40
2019 732 29
2020 557 25

पौड़ी

साल कुल प्राप्त शिकायतदर्ज मुकदमें
2018 16 00
2019 62 01
2020 145 01

उत्तरकाशी

साल कुल प्राप्त शिकायतदर्ज मुकदमें
2018 04 02
2019 05 02
2020 31 00

टिहरी

साल कुल प्राप्त शिकायतदर्ज मुकदमें
2018 76 12
2019 125 03
2020 15906

चमोली

साल कुल प्राप्त शिकायतदर्ज मुकदमें
2018 07 02
2019 23 04
2020 46 06

रुद्रप्रयाग

साल कुल प्राप्त शिकायतदर्ज मुकदमें
2018 16 03
2019 47 14
2020 38 01

गढ़वाल परिक्षेत्र के 7 जिलों में प्रशिक्षित पुलिस कर्मियों की संख्या-

जिला उप निरीक्षकहेड कांस्टेबल कांस्टेबल
उत्तरकाशी 08 0313
टिहरी090108
चमोली070110
रुद्रप्रयाग 010111
पौड़ी 450823
हरिद्वार520005
देहरादून 560041

गढ़वाल आईजी की ओर से की गई समीक्षा बैठक में साइबर अपराधों की जांच विवेचना में प्रशिक्षित पुलिसकर्मियों की भारी कमी मिली है. ऐसे में आने वाले दिनों में गढ़वाल रेंज के 7 जिलों में साइबर प्रशिक्षित कर्मचारियों की संख्या विभागीय स्तर पर प्रशिक्षण प्रदान कर नए सिरे से रखने की योजना है.

जिला उप निरीक्षकहेड कांस्टेबल कांस्टेबल
उत्तरकाशी 15 15 50
टिहरी20 20 50
चमोली15 15 50
रुद्रप्रयाग 10 10 50
पौड़ी 4508100
हरिद्वार100100200
देहरादून100100200

साइबर अपराध पर मुकदमा पंजीकृत न होना चिंता का विषय: आईजी
गढ़वाल आईजी अभिनव कुमार ने भी माना कि साइबर क्राइम आज के दौर में अन्य अपराधों की तुलना में तेजी से बढ़ रहा है. जो हाईटेक अपराध है. उत्तराखंड में मैदानी जिलों के साथ-साथ अब पहाड़ी जिलों में भी साइबर क्राइम का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. इसमें सबसे बड़ी चिंता का विषय ये है कि भारी संख्या में आने वाली साइबर अपराध की शिकायतों पर प्रशिक्षित पुलिसकर्मियों के अभाव में पंजीकृत अभियोग बेहद कम हो रहे हैं. ऐसे में आने वाले दिनों में गढ़वाल परीक्षेत्र के थाना चौकी में साइबर प्रशिक्षित कर्मियों की संख्या बढ़ोत्तरी करनी आवश्यक है.

Last Updated : Aug 25, 2020, 10:04 PM IST
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