देहरादून: आज के डिजिटल दौर में हम सबकी लाइफ काफी आसान हो गई है. हम घर बैठे ही देश-दुनिया के किसी भी कोने से कोई भी सामान ऑर्डर कर सकते हैं. बैंक में पैसा ट्रांसफर करना हो या फिर गैस बुकिंग. पिज्जा खाना हो या फिर शॉपिंग हम अपने मोबाइल से चंद सेकेंड में ऑर्डर बुक कर अपने पास मंगा सकते हैं, लेकिन इसका दूसरा पहलू भी यह आजकल साइबर क्रिमिनल भी काफी सक्रिय हो चुके हैं. जो चंद मिनटों में ही आपके खाते में डाका डालकर लाखों की चपत लगा सकते हैं. देशभर के साथ-साथ उत्तराखंड में भी साइबर अपराध का ग्राफ काफी बढ़ा है. बीते साल की तुलना में इस साल फाइनेंशियल साइबर फ्रॉड के मामलों में 150 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी हुई है.
52 करोड़ से ज्यादा की साइबर ठगी: अगर इन आंकड़ों को देखें तो जून 2021 से वर्तमान समय तक फाइनेंशियल फ्रॉड के मामले को लेकर साइबर हेल्प लाइन नंबर 1930 में 17763 शिकायतें दर्ज की गई है. जिसमें अलग-अलग लोगों से करीब 52 करोड़ 27 लाख 9 हजार 576 रुपए की साइबर ठगी की गई है. हालांकि, इसमें समय से शिकायत दर्ज कराने वाले पीड़ित लोगों को करीब 3 करोड़ रुपए साइबर क्राइम पुलिस द्वारा रिकवर कराए जा चुका है.
देहरादून में ठगी के सबसे ज्यादा मामले: देहरादून साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन से मिले आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक जनवरी 2021 से वर्तमान समय तक देहरादून साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में जीरो एफआईआर के रूप में 800 से अधिक साइबर फाइनेंशियल धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज किए गए हैं. जीरो एफआईआर को संबंधित जिलों में ट्रांसफर किया गया है. इनमें से केवल देहरादून के ही 507 मामले दर्ज हैं.
हैवी डिस्काउंट की लालच में फंसने से बचे: त्योहारी सीजन में एक बार फिर ऑनलाइन शॉपिंग ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं. उत्तराखंड में प्रतिदिन दर्जनों मामले सामने आ रहे हैं. जिसमें ऑनलाइन शॉपिंग के नाम पर ठगी हो रही है. दीपावली त्योहारी सीजन में 90 और 80 फीसदी की छूट का झांसा देकर ऑनलाइन खरीदारी करने वालों को लाखों रुपए की चपत लगाई जा रही है. उत्तराखंड साइबर क्राइम पुलिस डिप्टी एसपी अंकुश मिश्रा के मुताबिक अमेजॉन और फ्लिपकार्ट जैसी नामचीन कंपनियों की फर्जी वेबसाइट बनाकर साइबर क्रिमिनल त्योहारी सीजन में बेहद सक्रिय है.
फर्जी एप और वेबसाइट्स से बचें: फेस्टिव सीजन में इन दिनों इन कई फर्जी वेबसाइट और एप पर कीमती मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक आइटम और महंगी ज्वेलरी जैसे कई प्रोडक्ट्स पर भारी भरकम डिस्काउंट देने के नाम पर ठगी की जा रही है. ऐसे में ऑनलाइन शॉपिंग करने वालों को बेहद सतर्क रहने की आवश्यकता है. किसी भी ऑनलाइन शॉपिंग एप से खरीदारी करने से पहले उसके सत्यापन और Original App को सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है. वहीं, प्रलोभन देने वाले App डाउनलोड से भी बचना है. इसके बावजूद अगर किसी भी तरह की फाइनेंशियल धोखाधड़ी होती हैं तो तत्काल साइबर क्राइम पुलिस के केंद्रीय हेल्पलाइन 1930 में शिकायत दर्ज करानी हैं. ताकि, समय रहते धोखाधड़ी की रकम की रिकवरी कराई जा सके.
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ऑनलाइन बिल पेमेंट के फर्जी मैसेज से बचें: उत्तराखंड साइबर क्राइम डिप्टी एसपी अंकुश मिश्रा के मुताबिक इन दिनों उत्तराखंड सहित देशभर में बिजली के बकाया बिल भुगतान को लेकर भी फर्जी मैसेज की बाढ़ आई हुई है. बिहार के नालंदा और नवादा के अलावा झारखंड के जामताड़ा, राजस्थान के मेवात और ईस्ट यूपी के कानपुर, बलिया, गोरखपुर सहित दिल्ली NCR जैसे स्थानों से साइबर क्रिमिनल ऐसे लोगों को आईडेंटिफाई कर संबंधित राज्य के पावर कॉरपोरेशन के बकाया बिजली बिल भुगतान कराने के नाम पर खूब ठगी कर रहे हैं. साइबर क्रिमिनल अपने मैसेज में बिजली बिल भुगतान ना होने की सूरत में कभी भी कनेक्शन काट देने का डर दिखाकर बकायदा एक डाउनलोड ऐप के जरिए लाखों रुपए बैंक अकाउंट से गायब कर रहे हैं.
IFS अधिकारी से 10 लाख की ठगी: देहरादून में हाल फिलहाल में तमिलनाडु कैडर के एक आईएफएस अफसर को बकाया बिजली बिल का भुगतान नहीं करने पर कनेक्शन काटने का मैसेज आया. जिस पर उन्होंने दिए गए नंबर संपर्क किया तो साइबर क्रमिनल ने उनसे एक एप डाउनलोड कराने के बाद 10 लाख की ठगी को अंजाम दे दिया. मामले में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई जारी है.
व्यापारियों को इनकम टैक्स का डर दिखाकर ठगी: इन दिनों व्यापारियों को लंबित इनकम टैक्स मामले में छापेमारी का डर दिखाकर साइबर क्रिमिनल फर्जी मैसेज भेज रहे हैं. साइबर अपराधी आयकर विभाग की फर्जी वेबसाइट और फर्जी एप डाउनलोड करा कर व्यापारियों की बैंक डिटेल उसमें भरवा कर लाखों रुपए की ठगी को अंजाम दे रहे हैं. उत्तराखंड साइबर डिप्टी एसपी अंकुश मिश्रा के मुताबिक वर्तमान समय में बकाया बिजली बिल और इनकम टैक्स लंबित के नाम पर खूब धोखाधड़ी हो रही है.
ऐसे में लोगों को बेहद सतर्क रहने की आवश्यकता है. इस तरह के किसी भी मैसेज या फोन कॉल आने पर नजदीकी साइबर पुलिस या देहरादून और उधम सिंह नगर के साइबर थाने में शिकायत दर्ज करा सकते है. इसके अलावा फाइनेंशियल फ्रॉड मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर 1930 पर भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. ताकि, समय रहते तत्काल पुलिस कार्रवाई कर ठगी की रकम को रिकवरी करा सके.