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13 जिलों में कोरोना संक्रमण दर 5% से नीचे, अभी भी सरकार के सामने खड़ी कई चुनौतियां

उत्तराखंड में बीते दो हफ्तों के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो प्रदेश के 13 जिलों में संक्रमण दर (uttarakhand corona infection rate) पांच प्रतिशत से भी नीचे चली गई है.

संक्रमण दर में गिरावट.
संक्रमण दर में गिरावट.
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Published : Jun 14, 2021, 4:57 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण दर में लगातार कमी आ रही है. बीते दो सप्ताह की बात करें तो प्रदेश में कोरोना संक्रमण (uttarakhand corona infection rate) किसी भी जिले में पांच प्रतिशत से ज्यादा नहीं रही है. वहीं पिछले हफ्ते के आंकड़ों पर बात करें तो प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दर 1.62 प्रतिशत रही है. वहीं प्रदेश के 10 जिले तो ऐसे हैं, जहां संक्रमण दर तीन प्रतिशत से नीचे चली गई.

हालांकि अभी चुनौतियां कम नहीं हुई है. उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण (uttarakhand corona news) दर कम होने के साथ ही रिवकरी रेट काफी अच्छा हुआ है, जिससे एक्टिव मरीजों की संख्या में लगातार कमी आ रही है. रविवार 13 जून तक के मिले आंकड़ों की बात करें तो प्रदेश में एक्टिव केस घटकर 4633 पर आ गए है. एक्टिव केसों की संख्या पांच हजार से नीचे आने पर ये मान लेना कि उत्तराखंड में कोरोना खत्म हो गया है, ये अभी जल्दबाजी होगी.

जानकारी देते हुए सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटीज फाउंडेशन (SDC) के अध्यक्ष

उत्तराखंड में कोरोना के मामलों की लगातार स्टडी करे सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटीज फाउंडेशन (SDC) के अध्यक्ष अनूप नौटियाल के मुताबिक प्रदेश में कोरोना की संक्रमण दर (corona infection rate in uttarakhand) घटकर 1.62% पर आ गई है. हालांकि सरकार और स्वास्थ्य विभाग के सामने कुछ चुनौतियां है, जिसे पार पाए बिना संक्रमण को खत्म नहीं किया जा सकता है.

uttarakhand
संक्रमण दर में गिरावट.

(SDC) के संस्थापक अनूप नौटियाल के मुताबिक सरकार के समक्ष कोरोना के घटते मामलों के बीच जो सात चुनौतियां खड़ी हैं, उसमें सबसे बड़ी चुनौती कोरोना जांच की प्रक्रिया का निरंतर जारी रखना है. इसके अलावा कोविड वैक्सीनेशन की रफ्तार को बढ़ाना है, जिससे आने वाले समय में जंग जीतने में आसानी हो. इसके साथ ही सरकार को ब्लैक फंगस के साथ ही अभी से कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारियां भी शुरू कर देनी चाहिए.

पढ़ें- PM मोदी से मिले तीरथ, 2022 के चुनावों की रणनीति पर भी हुई चर्चा

क्योंकि विशेषज्ञों और जानकारों के मुताबिक तीसरी लहर में सबसे बड़ा संक्रमण का खतरा बच्चों को है. अनूप नौटियाल यह भी कहते हैं कि कोरोना से निपटने में लोगों को भी अपना सहयोग देना होगी. मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा होगा. तभी कोरोना को हाराया जा सकता है.

कोरोना का अब तक का हाल (पहली में दूसरी लहर को मिलाकर)

  • कुल संक्रमित, 3,36,879
  • संक्रमण दर, 6.56
  • कुल स्वस्थ हुए, 3,19,559
  • एक्टिव केस, 4633
  • रिकवरी रेट, 94.86
  • कुल मौत, 6935
  • मौत की दर, 2.06 फीसदी

ये सभी आंकड़ें 13 जून तक के हैं.

देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण दर में लगातार कमी आ रही है. बीते दो सप्ताह की बात करें तो प्रदेश में कोरोना संक्रमण (uttarakhand corona infection rate) किसी भी जिले में पांच प्रतिशत से ज्यादा नहीं रही है. वहीं पिछले हफ्ते के आंकड़ों पर बात करें तो प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दर 1.62 प्रतिशत रही है. वहीं प्रदेश के 10 जिले तो ऐसे हैं, जहां संक्रमण दर तीन प्रतिशत से नीचे चली गई.

हालांकि अभी चुनौतियां कम नहीं हुई है. उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण (uttarakhand corona news) दर कम होने के साथ ही रिवकरी रेट काफी अच्छा हुआ है, जिससे एक्टिव मरीजों की संख्या में लगातार कमी आ रही है. रविवार 13 जून तक के मिले आंकड़ों की बात करें तो प्रदेश में एक्टिव केस घटकर 4633 पर आ गए है. एक्टिव केसों की संख्या पांच हजार से नीचे आने पर ये मान लेना कि उत्तराखंड में कोरोना खत्म हो गया है, ये अभी जल्दबाजी होगी.

जानकारी देते हुए सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटीज फाउंडेशन (SDC) के अध्यक्ष

उत्तराखंड में कोरोना के मामलों की लगातार स्टडी करे सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटीज फाउंडेशन (SDC) के अध्यक्ष अनूप नौटियाल के मुताबिक प्रदेश में कोरोना की संक्रमण दर (corona infection rate in uttarakhand) घटकर 1.62% पर आ गई है. हालांकि सरकार और स्वास्थ्य विभाग के सामने कुछ चुनौतियां है, जिसे पार पाए बिना संक्रमण को खत्म नहीं किया जा सकता है.

uttarakhand
संक्रमण दर में गिरावट.

(SDC) के संस्थापक अनूप नौटियाल के मुताबिक सरकार के समक्ष कोरोना के घटते मामलों के बीच जो सात चुनौतियां खड़ी हैं, उसमें सबसे बड़ी चुनौती कोरोना जांच की प्रक्रिया का निरंतर जारी रखना है. इसके अलावा कोविड वैक्सीनेशन की रफ्तार को बढ़ाना है, जिससे आने वाले समय में जंग जीतने में आसानी हो. इसके साथ ही सरकार को ब्लैक फंगस के साथ ही अभी से कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारियां भी शुरू कर देनी चाहिए.

पढ़ें- PM मोदी से मिले तीरथ, 2022 के चुनावों की रणनीति पर भी हुई चर्चा

क्योंकि विशेषज्ञों और जानकारों के मुताबिक तीसरी लहर में सबसे बड़ा संक्रमण का खतरा बच्चों को है. अनूप नौटियाल यह भी कहते हैं कि कोरोना से निपटने में लोगों को भी अपना सहयोग देना होगी. मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा होगा. तभी कोरोना को हाराया जा सकता है.

कोरोना का अब तक का हाल (पहली में दूसरी लहर को मिलाकर)

  • कुल संक्रमित, 3,36,879
  • संक्रमण दर, 6.56
  • कुल स्वस्थ हुए, 3,19,559
  • एक्टिव केस, 4633
  • रिकवरी रेट, 94.86
  • कुल मौत, 6935
  • मौत की दर, 2.06 फीसदी

ये सभी आंकड़ें 13 जून तक के हैं.

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