देहरादून: एसएसपी जन्मेजय खंडूरी (SSP Janmejay Khanduri) का कार्यालय शायद प्रोडक्ट्स की लॉन्चिंग की जगह बन गया है, ये हम यूं ही नहीं कर रहे हैं. एसएसपी कार्यालय (SSP Office) से कार कंपनी की ब्रांडिंग और लॉन्चिंग को लेकर सामने आ रही तस्वीरों को देखकर ऐसा कहा जा रहा है. जहां आज एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने एक नई कार लॉन्च की. इस लॉन्च को देखकर लग रहा है कि एसएसपी विज्ञापन की तर्ज पर प्रोडक्ट की सेल्स ब्रांडिंग कर रहे हैं.
देहरादून एसएसपी कार्यालय में सोमवार एक अजीबोगरीब नजारा देखने को मिला. यहां एसएसपी कार्यालय को एक कार कंपनी का विज्ञापन वेंडिंग का अखाड़ा बना दिया गया. यहां 3 दिनों से भारत की एक नामी कंपनी के लोग अपने नए मॉडल कार लॉन्चिंग की तैयारी कर रहे थे. सोमवार को जिस दिन एसएसपी कार्यालय में सबसे अधिक कर्मचारी और लोगों की आवाजाही होती है उस दिन को मुफीद मानकर कार कंपनी ने एसएसपी के हाथों न सिर्फ नई मॉडल की कार को लॉन्च किया, बल्कि आम लोगों से लेकर विभागीय लोगों तक इसे खरीदने के फायदे गिना कर इसकी सेल्स बढ़ाने के प्रयास भी कर डाले.
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जब इस मामले में एसएसपी (डीआईजी) जन्मेजय खंडूरी से बात की गई तो वो सफाई देते नजर आये. उन्होंने कहा कार कंपनी ने उनसे नए मॉडल लॉन्चिंग के लिए निवेदन किया गया था. जिसे उन्होंने स्वीकार किया. जिसके बाद एसएसपी ऑफिस में गाड़ी को unveil किया गया. इतना ही नहीं एसएसपी खंडूरी ने इस विषय पर हास्यास्पद सफाई देते हुए यह भी कहा कि कंपनी के पास कोई ग्राउंड नहीं था, जिसके कारण उनके ऑफिस परिसर में इसकी लॉन्चिंग की गई हैं.
इतनी ही नहीं देश की नामी कंपनी की नई कार के विज्ञापन ब्रांड के तौर पर प्रमोट करते हुए एसएससी खंडूरी के कहा ' यह नई कार बेस्ट क्वालिटी के साथ मध्यमवर्गीय इनकम लोगों के लिए बेहतरीन विकल्प है'.
सरकारी दफ्तर में निजी कंपनी की ब्रांडिंग गलत: इस तरह सरकारी कार्यालय को किसी निजी कंपनी के प्रोडक्ट लॉन्चिंग का अखाड़ा बनाकर उसे प्रमोट करने को जानकार गलत बता रहे हैं. पुलिस के पूर्व आला अधिकारियों का मानना है कि यह हरकत पूरी तरह से नासमझी या फिर निजी स्वार्थ से जुड़ी हो सकता है. जिस तरह से एसएसपी ऑफिस के प्रांगण में एक कंपनी के कार को न सिर्फ लॉन्च किया जा रहा है बल्कि उसकी विज्ञापन से जुड़ी ब्रांडिंग से जुड़ी गतिविधि भी की जा रही है. ये सरकारी पैमाने के मुताबिक पूरी तरह गलत है. वहीं, पुलिस मुख्यालय के ने भी सरकारी परिसर में इस तरह के क्रियाकलापों को गलत बताया है.
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पुलिस दफ्तर में पहले भी हो चुके हैं निजी प्रोडक्ट लॉन्च: देहरादून वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय में इस तरह से निजी कंपनियों के कार मॉडल को लांच कर ब्रांडेड करने का मामला संभवत: है. पहली बार देखा जा रहा है. इस मामले पर भी देहरादून एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने सफाई दी. उन्होंने कहा कंपनी के निवेदन को उन्होंने खुद स्वीकार किया था. इस तरह निजी कंपनी के प्रोडक्ट लॉन्च करने का यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी कार्यालय में ऐसे प्रोडक्ट की लॉन्चिंग हो चुकी है.
क्या कहते हैं कार कंपनी सेल्स रिप्रेजेंटेटिव: एसएसपी से कार लॉन्च कराने के संबंध में जब कंपनी के सीनियर सेल्स रिप्रेजेंटेटिव से पूछा गया तो उनका भी मानना था कि गाड़ी की खूबियों, तेल की बेहतर ईंधन खपत और तमाम क्वालिटी को देखते हुए ही एसएसपी ने इसके लॉन्चिंग के लिए हामी भरी थी. इसका दूसरा एक कारण यह भी था कि पुलिस कर्मचारियों को एसएसपी ऑफिस में ही नई मॉडल कार की खूबियों का पता चल सके. जिससे वह इसे खरीदने में दिलचस्पी दिखाएं. यहां लॉन्चिंग का यही मुख्य कारण था.