देहरादून: उत्तराखंड में भूकंप से लगातार धरती डोल रही है. जिससे लोगों में खौफ का माहौल है. बीते दिन भी ऐसा ही मंजर देखने को मिला. वहीं राजधानी देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश और रुड़की में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग घरों से सुरक्षित स्थानों की ओर भागते नजर आए.
उत्तराखंड में लगातार आ रहे भूकंप: देहरादून में अचानक भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप आने की वजह से लोगों में अफरा-तफरी का माहौल रहा. लोगों में डर का माहौल पैदा हो गया और लोग घबराहट में घरों से बाहर निकल आए. भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान में था. लेकिन इसका असर उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में भी देखने को मिला. भूकंप के झटकों से देहरादून की धरती हिल गई. देहरादून में करीब मंगलवार रात 10:25 पर लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए. इससे लोगों में डर और घबराहट का वातावरण पैदा हो गया.
पूर्व में उत्तरकाशी में आए भूकंप के पांच झटके: उत्तरकाशी में बीते दिनों एक के बाद एक भूकंप के पांच झटकों ने लोगों को खौफजदा कर दिया था. लेकिन गनीमत यह रही कि भूकंप की तीव्रता कम होने से कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ. साथ ही इस दौरान प्रशासन की टीम लाउडस्पीकर से लोगों को सतर्क रहने की अपील करती दिखाई दी.
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रुद्रप्रयाग में भी डोली धरती: बीते दिनों रुद्रप्रयाग में शाम को 2.1 मैग्नीट्यूड का भूकंप आया. भूकंप से धरती डोलने पर लोग दहशत में आ गए और लोग घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों पर गए.
तबाही मचा चुका है भूकंप: गौरतलब है कि उत्तराखंड को भू वैज्ञानिकों ने पहले भी भूकंप के दृष्टिकोण से अति संवेदनशील माना है. समय-समय पर आगाह भी किया है. उत्तरकाशी, चमोली में आए भूकंप की विनाश लीला को लोग अभी भी याद करके सिहर उठते हैं. 5.5 तीव्रता से आए इस भूकंप की वजह से लोगों में डर का माहौल है. भूकंप के झटके दिल्ली एनसीआर, उत्तर प्रदेश, पंजाब में भी महसूस किए गए हैं.
मालपा भूस्खलन: 18 अगस्त 1998 में मालपा गांव में चट्टान दरकने से 225 लोगों की मलबे में दबने से मौत हो गई थी. इस हादसे ने गांव का नामोनिशान मिटा कर रख दिया था. हादसे में 55 लोग मानसरोवर यात्री थे.
चमोली भूकंप: साल 1999 में चमोली में 6.8 रिक्टर स्केल के भूकंप ने हिला कर रख दिया था. भूकंप की त्रासदी में सौ लोगों की जान चली गई थी. साथ ही बड़े पैमाने पर जनहानि के साथ लोगों के घर तबाह हो गए थे.
उत्तरकाशी में भूकंप: उत्तरकाशी में वर्ष 1991 में आए 6.6 रिक्टर स्केल के भूकंप ने बड़ी तबाही मचाई थी. भूकंप त्रासदी में 768 लोगों की मौत हुई थी. जबकि 5 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए थे.