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जान से खिलवाड़: हाईटेंशन लाइन के नीचे धड़ल्ले से हो रहे निर्माण कार्य

खांडगांव से होकर पॉवर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (पिटकुल) की लाइन गुजर रही है. जिसके नीचे लोगों ने दो-दो मंजिल के घर बनवा लिए हैं.

rishikesh
हाईटेंशन लाइन के नींचे हो रहे निर्माण कार्य
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Published : Feb 8, 2020, 7:23 PM IST

ऋषिकेश: खांडगांव में कई जगहों पर हाईटेंशन लाइन के नीचे ही कालोनियां बना दी गई हैं, जबकि नियम के मुताबिक हाईटेंशन लाइन के 23 से 35 फुट के दायरे में कोई भी निर्माण कार्य नहीं होना चाहिए. बावजूद इसके लोगों ने कई जगहों पर हाईटेंशन लाइन के नीचे दो-दो मंजिल तक के मकान बनवा रखे हैं.

हाईटेंशन लाइन के नीचे हो रहे निर्माण कार्य

मामले में ग्राम प्रधान शंकर दयाल धनै ने बताया कि यहां पर बड़े पैमाने पर अवैध प्लाटिंग कर एचटी लाइन के नीचे अभी भी घर बनाए जा रहे हैं. रायवाला के खांडगांव से होकर पॉवर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (पिटकुल) की लाइन गुजर रही है. जिसके नीचे लोगों ने दो-दो मंजिल के घर बनवा लिए हैं. उधर लोगों की छतों से गुजर रही हाईटेंशन लाइन से लोगों के घरों तक में करंट दौड़ने और उससे झुलसने के मामले अक्सर सामने आते रहे हैं. बावजूद इसके हाईटेंशन तारों के नीचे लोग अभी भी नियमों को दरकिनार कर निर्माण कार्य करवाने से बाज नहीं आ रहे हैं.

ये भी पढ़ें: 'सुप्रीम' फैसला: उत्तराखंड में प्रमोशन में आरक्षण पर रोक, सामान्य वर्ग के कर्मचारियों को राहत

उधर राजाजी पार्क और छावनी से सटे एरिया में बहुमंजिला मकान धड़ल्ले से बनवाए जा रहे हैं, जोकि नियम के विरुद्ध हैं. इस पर रोक लगाने के लिए सेना द्वारा राजाजी पार्क, पिटकुल और तहसील अधिकारियों को पत्र देकर अवगत करा दिया गया है. वहीं, मामले में एसडीएम प्रेमलाल ने बताया कि ग्राम प्रधान द्वारा की गई शिकायत की जांच कर मामले में जल्द ही उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

ऋषिकेश: खांडगांव में कई जगहों पर हाईटेंशन लाइन के नीचे ही कालोनियां बना दी गई हैं, जबकि नियम के मुताबिक हाईटेंशन लाइन के 23 से 35 फुट के दायरे में कोई भी निर्माण कार्य नहीं होना चाहिए. बावजूद इसके लोगों ने कई जगहों पर हाईटेंशन लाइन के नीचे दो-दो मंजिल तक के मकान बनवा रखे हैं.

हाईटेंशन लाइन के नीचे हो रहे निर्माण कार्य

मामले में ग्राम प्रधान शंकर दयाल धनै ने बताया कि यहां पर बड़े पैमाने पर अवैध प्लाटिंग कर एचटी लाइन के नीचे अभी भी घर बनाए जा रहे हैं. रायवाला के खांडगांव से होकर पॉवर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (पिटकुल) की लाइन गुजर रही है. जिसके नीचे लोगों ने दो-दो मंजिल के घर बनवा लिए हैं. उधर लोगों की छतों से गुजर रही हाईटेंशन लाइन से लोगों के घरों तक में करंट दौड़ने और उससे झुलसने के मामले अक्सर सामने आते रहे हैं. बावजूद इसके हाईटेंशन तारों के नीचे लोग अभी भी नियमों को दरकिनार कर निर्माण कार्य करवाने से बाज नहीं आ रहे हैं.

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उधर राजाजी पार्क और छावनी से सटे एरिया में बहुमंजिला मकान धड़ल्ले से बनवाए जा रहे हैं, जोकि नियम के विरुद्ध हैं. इस पर रोक लगाने के लिए सेना द्वारा राजाजी पार्क, पिटकुल और तहसील अधिकारियों को पत्र देकर अवगत करा दिया गया है. वहीं, मामले में एसडीएम प्रेमलाल ने बताया कि ग्राम प्रधान द्वारा की गई शिकायत की जांच कर मामले में जल्द ही उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

Intro:Ready to air
ऋषिकेश--एचटी लाइन के नीच बन रहे मकान, न जान की फिक्र और न नियमों का पालन। सस्ते में जमीन मिल गई तो हाईटेंशन बिजली की तारों के नीचे ही मकान बनाये जा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र में कई जगहों पर ऐसा नजारा देखा जा सकता है, जहां हाईटेंशन लाइन के नीचे ही कालोनी बस गयी है।


Body:वी/ओ--रायवाला के खांडग़ांव से होकर पावर ट्रांमिशन कारपोरेशन ऑफ इंडिया (पिटकुल) की लाइन गुजर रही है। छत से गुजर रहे हाईटेंशन तार से घर में करंट दौड़ने और झुलसने के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं। बावजूद इससे हाईटेंशन तारों के नीचे दर्जनों घर बन गए हैं। खांडग़ांव में कई जगहों पर एचटी लाइन के नीचे कालोनियां बन गयी हैं। नियम यह है कि हाईटेंशन लाइन के 23 से 35 फुट के दायरे में कोई निर्माण नहीं होना चाहिए, लेकिन यहां तो कई जगहों पर लोगों ने हाईटेंशन लाइन के नीचे दो मंजिल तक मकान बना रखे हैं। ग्राम प्रधान शंकर दयाल धनै ने बताया कि खांडग़ांव में बड़े पैमाने पर अवैध प्लाटिंग हुई है और एचटी लाइन के नीचे घर बन रहे हैं। 


Conclusion:वी/ओ--राजाजी पार्क व सेना छावनी से सटे एरिया में बहुमंजिला मकान बन रहे हैं जो कि ठीक नहीं है। इनको रोकने के लिए सेना, राजाजी पार्क, पिटकुल व तहसील अधिकारियों को पत्र दिए गए हैं। वहीं एसडीएम प्रेमलाल ने बताया कि ग्राम प्रधान द्वारा की गई शिकायत की जांच कर उचित कार्यवाही की जाएगी।


बाईट-- शंकर  दयाल धनै, ग्राम प्रधान, ग्रामसभा, खाण्ड 

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