देहरादूनः कंट्रोल रूम से मिली सूचना पर ड्यूटी में लापरवाही बरतने और शिकायतकर्ता प्रोफेसर से दुर्व्यवहार करने के मामले में देहरादून थाना पटेल नगर के एक सिपाही को डीजीपी के आदेश पर निलंबित कर दिया गया है. ड्यूटी के दौरान अनुशासनहीनता के इस मामले में गंभीरता को देखते हुए डीजीपी ने देहरादून एसपी सिटी सरिता डोभाल से निष्पक्ष जांच कर 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट तलब की है. जानकारी के मुताबिक थाने में तैनात सिपाही इकबाल मलिक पर लगाए गए आरोप प्रारंभिक जांच पड़ताल में सही पाए जाने पर डीजीपी के आदेश पर यह कार्रवाई हुई है.
संदिग्ध व्यक्ति की सूचना पर ड्यूटी ना करने का सिपाही पर आरोप
पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक बीती 31 मार्च को पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार को सोशल मीडिया के माध्यम से एक प्रोफेसर ने शिकायत दर्ज करायी थी. शिकायत में आरोप लगाया गया कि थाना पटेल नगर में तैनात एक सिपाही द्वारा एक सूचना पर न सिर्फ ड्यूटी में लापरवाही बरती गई बल्कि सूचना देने वाले प्रोफेसर के साथ दुर्व्यवहार भी किया गया.
शिकायतकर्ता प्रोफेसर के मुताबिक 31 मार्च के दिन उनके प्रीत विहार घर के पास संदिग्ध अवस्था में एक व्यक्ति पड़ा हुआ था. इसकी सूचना उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम को दी. उधर कंट्रोल रूम द्वारा इस सूचना को थाना पटेल नगर में दिया गया. जिसके बाद शिकायतकर्ता का मोबाइल नंबर देते हुए इकबाल मलिक सिपाही की ड्यूटी इस कार्य में लगाई गई. ऐसे में आरोप हैं कि ड्यूटी में सिपाही इकबाल द्वारा शिकायतकर्ता से फोन पर संपर्क करते हुए ना सिर्फ संदिग्ध व्यक्ति को कोविड का बहाना बनाते हुए चेक करने से मना किया गया, बल्कि शिकायतकर्ता प्रोसेसर के साथ दुर्व्यवहार किया गया. ऐसे में पुलिस को देने वाली सूचना को गंभीरता से ना लेने और अनुशासनहीनता दर्शाकर दुर्व्यवहार करने के मामले में सिपाही इकबाल मलिक को निलंबित कर मुख्यालय से जांच के आदेश दिए गए हैं.
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ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों को बख्शा नहीं जाएगा: डीजीपी
वहीं, इस मामले में डीजीपी अशोक कुमार के मुताबिक पुलिस ड्यूटी में लापरवाही बरतने और शिकायतकर्ता प्रोफेसर के साथ दुर्व्यवहार करने के मामले में प्रारंभिक जांच कराई गई. जिसमें आरोप सही पाए गए. इसी के अंतर्गत आरोपी कॉन्स्टेबल को एक जिम्मेदार व्यक्ति को सकारात्मक रिस्पांस ना देने और ड्यूटी में अनुशासनहीनता बरतने के चलते निलंबित करने के निर्देश दिए गए हैं. इतना ही नहीं डीजीपी ने साफ तौर पर कहा कि पब्लिक के साथ पुलिस द्वारा ऐसा व्यवहार कदापि स्वीकार नहीं है. जो भी पुलिस कर्मी ड्यूटी के दौरान अनुशासनहीनता कर कोताही बरतेगा उसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.