देहरादून: कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ के साथ कार्यकर्ताओं की बदसलूकी मामले ने तूल पकड़ लिया है. प्रदेश भाजपा में चल रहे घमासान के बीच कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि मुझे इस बात का पहले से ही आभास था कि भाजपा में गए नेताओं को कांग्रेस जैसा सम्मान नहीं मिलने वाला है. उन्होंने कहा कि यही हो भी रहा है.
गणेश गोदियाल ने भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ की पार्टी में चल रही नाराजगी पर कहा कि बीजेपी के भीतर बहुत खिचड़ी पक रही है. गणेश गोदियाल ने कहा कि उमेश शर्मा काऊ मेरे अच्छे मित्र हैं और रहेंगे, लेकिन मित्रता अपनी जगह है और राजनीतिक सोच अपनी जगह है.
उन्होंने 2016 में पार्टी छोड़कर गए बागियों का जिक्र करते हुए कहा कि 2016 में मुझे जब उनको कांग्रेस छोड़ने की सूचना मिली, उस दिन मैंने उमेश शर्मा काऊ को बहुत समझाया. लेकिन अफसोस रहा कि उन्होंने मेरी बात नहीं मानी और भाजपा के कुचक्रों में फंस गए. अब जबकि उमेश शर्मा भाजपा की सरकार और संगठन से अपेक्षा करें कि जो सम्मान उन्हें कांग्रेस में मिलता था, वहीं सम्मान उन्हें यहां भी मिले तो यह संभव नहीं है. यदि वो ऐसा समझ रहे हैं तो उमेश शर्मा अपने आपको झूठी दिलासा दे रहे हैं.
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गणेश गोदियाल ने नाराज भाजपा विधायकों के संपर्क साधे जाने को सिरे से नकारते हुए कहा कि मुझसे किसी ने संपर्क नहीं किया है. हालांकि उन्होंने कहा कि मेरी जानकारी के मुताबिक इनमें से एक व्यक्ति ने हमारे वरिष्ठ नेताओं से संपर्क किया है. गणेश गोदियाल ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि जिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ संपर्क किया गया है. उन्होंने इस बात की जानकारी कांग्रेस हाईकमान को दे दी है.
वहीं नाराज भाजपा विधायकों के कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से संपर्क साधे जाने के सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि मेरे संपर्क में कोई नहीं है. लेकिन यदि कोई आना चाहे तो पार्टी उसके गुण-अवगुणों पर विचार करेगी. लेकिन साथ ही कहा कि जिन्होंने 5 साल कठिन परिश्रम करते हुए कांग्रेस पार्टी का झंडा बुलंद किया, उनके प्रति हम सबकी जिम्मेदारियां हैं. जहां तक जीत की बात है या पार्टी के लिए जो उपयोगी नाम होंगे, उन पर विचार किया जाएगा.
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उन्होंने बागियों को लेकर कहा कि वो पहले कांग्रेस छोड़कर चले गए, इसलिए हमारा उनके प्रति कोई दायित्व नहीं बनता. क्योंकि वो भाजपा से क्लेम कर सकते हैं यह दायित्व भाजपा का बनता है. हरीश रावत का कहना है कि यदि कोई आने की इच्छा जाहिर करता है तो उनके गुण-दोष के आधार पर विचार किया जाएगा.
दरअसल, उत्तराखंड भाजपा में चल रहे विवाद के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के बयान भी सामने आए हैं. गणेश गोदियाल ने स्पष्ट कहा कि उनसे किसी भाजपा विधायक या मंत्री ने संपर्क नहीं किया लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से जरूर बीजेपी के एक नेता ने संपर्क साधा है. उन्होंने कहा कि वो अभी नाम बताने की स्थिति में नहीं है. लेकिन समय आने पर जरूर इसका खुलासा हो जाएगा.