देहरादून: नागरिकता कानून को लेकर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा कांग्रेस पर लगाए गए आरोपों को उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने निराधार करार दिया है. वहीं उन्होंने कांग्रेस पार्टी की ओर से मोर्चा संभालते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी फौज को सीएए और एनआरसी के मुद्दे पर उतारा है. यदि उस फौज को देश में बढ़ रही बेरोजगारी, महंगाई और गिरती जीडीपी का जवाब देने के लिए उतारते तो बेहतर रहता.
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि संख्या बल के आधार पर बीजेपी ने देश की संसद से नागरिकता संशोधन कानून पास कराया है. ऐसा करके बीजेपी ने डॉक्टर अंबेडकर और संविधान सभा में शामिल पंडित नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल जैसे नेताओं द्वारा तैयार संविधान की मूल भावना की हत्या करने का अपराध किया है. उन्होंने कहा कि इस कानून में धर्म के आधार पर नागरिकता देने का प्रावधान करके मोदी सरकार ने देश के संविधान की मूल प्रस्तावना को ही नष्ट कर दिया है.
ये भी पढ़ें: बदहाल बस अड्डे से यात्रियों को मिलेगी निजात, 2 करोड़ की लागत से होगा कायाकल्प
दरअसल, हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने बयान में कहा था कि कांग्रेस गांधी के नाम पर राजनीति तो करती है, लेकिन उस पर अमल नहीं करती है. जब कि मोदी सरकार गांधी की बातों को अमल में लाई है. उन्होंने कहा कि बीते 5 दिसंबर 1947 को कांग्रेस ने एक प्रस्ताव पारित किया था जिसमें बताया गया था कि जिन लोगों को पाकिस्तान में धर्म के आधार पर प्रताड़ित किया जा रहा है उन्हें भारत में नागरिकता दी जाए. अब जब बीजेपी ने ये प्रस्ताव पास कर दिया है तो कांग्रेस इस प्रस्ताव का विरोध कर रही है. साथ ही जनता को भी गुमराह कर रही है.