देहरादूनः 23 मई यानि कल लोकसभा चुनाव की मतगणना होनी है. उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर भी मतगणना होगी. ऐसे में मतगणना के दौरान विभिन्न पार्टियों के पोलिंग एजेंट मौजूद रहेंगे. जिसके लिए बीजेपी और कांग्रेस समेत अन्य पार्टियों के एजेंटों को ट्रेनिंग से लेकर जरूरी दिशा-निर्देश दिए जा चुके हैं. इस बार कांग्रेस संगठन टिहरी लोकसभा सीट पर फोकस कर रही है. बाकी चार लोकसभा सीटों पर मतगणना की जिम्मेदारी प्रत्याशियों पर ही छोड़ दी है. उधर, बीजेपी ने पांचों सीटों पर पोलिंग एजेंट तैनात कर दिए हैं.
उत्तराखंड में पांचों लोकसभा सीटों के लिए मतगणना की तैयारी अंतिम चरण में है. निर्वाचन आयोग समेत राजनीतिक दल भी मतगणना के लिए अपने स्तर पर तैयारी करने में जुटे हुए हैं, लेकिन कांग्रेस ने इस बार मतगणना स्थल पर पोलिंग एजेंट की ट्रेनिंग से लेकर तमाम निर्देशों को संगठन स्तर पर टिहरी लोकसभा सीट तक ही सीमित कर दिया है. इसके लिए टिहरी लोकसभा सीट पर कई दौर की बैठकें हो चुकी हैं, तो बाकी सीटों के लिए प्रत्याशियों पर ही पूरी जिम्मेदारी सौंप दी गई है.
ये भी पढ़ेंः मतदान के दिन हुई थी बड़ी गड़बड़ी, अब 'मॉक पोल' की खुली पोल
कांग्रेस सूत्रों की मानें तो संगठन ने टिहरी लोकसभा सीट के अलावा किसी भी सीट पर कोई खास दिलचस्पी ना तो चुनाव प्रचार-प्रसार के दौरान रही और अब मतगणना के दौरान भी नहीं है. मामले पर महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने मौखिक बातचीत में इस बात को स्वीकार किया है. वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने इस पर तर्क देते हुए कहा कि जिन लोगों को मतगणना का अनुभव है, उन्हीं लोगों को जिम्मेदारी सौंपी गई है. ऐसे में कांग्रेस की तैयारियों को अधूरा नहीं माना जा सकता.
लोकसभा चुनाव की मतगणना के करीब आते आते भी कांग्रेस में खामियां कम होने का नाम नहीं ले रही है. इस बार मामला मतगणना की तैयारी से जुड़ा है, जिसमें महज टिहरी लोकसभा सीट पर ही तैयारी होने से पार्टी के अंदर खाने नाराजगी दिख रही है. उधर, बीजेपी संगठन ने देहरादून से ही पांचों लोकसभा सीटों के पोलिंग एजेंट तैयार कर किए हैं. बीजेपी प्रवक्ता वीरेंद्र बिष्ट ने बताया कि एजेंट की ट्रेनिंग हो चुकी है. साथ ही पांचों सीटों पर एजेंट को मतगणना को लेकर निर्देशित कर दिया गया है.