विकासनगर: पछवा दून इलाके के विकासनगर और जौनसार बावर के इलाकों में बीते दिनों भारी बारिश की वजह से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. इसका दौरान ग्रामीणों को काफी नुकसान उठाना पड़ा था और कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए थे. किसानों की फसल को भी काफी नुकसान पहुंचा. ऐसे में आपदा पीड़ितों को आर्थिक मदद दिलाने के लिए कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और चकराता विधायक प्रीतम सिंह मुख्य सचिव एसएस संधू को एक ज्ञापन सौंपा.
चकराता विधायक प्रीतम सिंह ने मुख्य सचिव एसएस संधू से मुलाकात कर जौनसार बावर क्षेत्र में अत्यधिक वर्षा से ग्रामीणों क्षेत्रों में हजारों बीघा जमीन बरसाती नदियां उफान में आने से पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गई. कई जगहों पर मकान में पशुधन की भी भारी क्षति हुई. इस आपदा में अधिकारियों का उदासीन रवैया देखकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है, जिस कारण तहसील का घेराव भी किया गया. जिससे कोई अप्रिय घटना हो सकती थी.
चकराता विधायक प्रीतम सिंह ने कहा कि जिन अधिकारियों को आपदा ग्रस्त क्षेत्र में होना चाहिए था, वह देहरादून में जमे रहे. उन्होंने पत्र में कहा कि जब वह 27 सितंबर 2022 को दैवीय आपदा से प्रभावित क्षेत्र में भ्रमण पर गए तो उन्होंने वहां की भयानक स्थिति देख जिला अधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी से वार्ता की. इसके अलावा सचिव आपदा से भी संपर्क साधने की कोशिश की गई. किंतु उनसे संपर्क नहीं हो पाया.
उन्होंने जिलाधिकारी से आग्रह किया कि दैवीय आपदा ग्रस्त क्षेत्र की स्थिति का आकलन करने के लिए अधिकारियों को क्षेत्र में भेजा जाए. दैवीय आपदा में हजारों बीघा जमीन बर्बाद हो गई है, जो दोबारा से खेती करने योग्य नहीं रही है. क्षेत्र के अधिकांश मोटर मार्ग भी बंद हो गए हैं. जौनसार बावर में ग्रामीणों की सिंचित कृषि भूमि दैवीय आपदा की भेंट चढ़ गई. ग्रामीणों के सामने जीवन यापन करने की कठिनाइयां उत्पन्न हो गई है. ऐसी परिस्थिति में ग्रामीणों का उभर पाना बहुत कठिन है.
वहीं, देरशाम जिलाधिकारी ने भारी वर्षा के कारण विकासखंड चकराता और कालसी में हुई आपदा से नुकसान को लेकर क्षेत्र में रेखीय विभाग द्वारा जारी राहत कार्य, क्षति का आंकलन और अनुमन्य राशि वितरण आदि के आदेश दिये हैं. जिलाधिकारी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि आपदा राहत कार्यों को गंभीरता से लिया जाएगा।ग्राम प्रधान और जनप्रतिनिधियों से वर्चुअल माध्यम से सीधे संवाद कर क्षेत्र में हुई क्षति का आंकलन और अनुमन्य राशि वितरण व कार्यों की जानकारी ली और मौके पर मौजूद अधिकारियों को कार्यों की जल्द निस्तारण के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. वहीं, आपदा में क्षतिग्रस्त हुई योजनाओं, सड़कों आदि का 25 सिंतबर को हुई क्षति को भी सम्मिलित करते हुए आंगणन तैयार करने के निर्देश दिए.