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कांग्रेस ने उठाया संविदाकर्मियों का मुद्दा, सीएमओ को दिया ज्ञापन - Congress news

कांग्रेस ने सरकारी अस्पतालों में तैनात संविदाकर्मियों को रेगुलर करने की मांग उठाई है.

ऋषिकेश
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Published : Jun 8, 2020, 5:36 PM IST

ऋषिकेश: कांग्रेस ने सरकारी अस्पतालों में काम करने वाले संविदाकर्मियों को नियमित करने की मांग उठाई है. कांग्रेस ने सुरक्षा की दृष्टि से संविदाकर्मियों का बीमा करने व उन्हें रेगुलर करने का मुद्दा उठाया है. इस संबंध में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेंद्र रमोला ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक राजकीय अस्पताल ऋषिकेश के माध्यम से मुख्य चिकित्साधिकारी देहरादून को ज्ञापन भेजा है.

रमोला ने कहा कि राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में कोविड वार्ड बनाया गया है. जिसमें अधिकतर संविदाकर्मियों को कार्य पर लगाया गया है. संविदा कर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना मरीजों की देखरेख कर रहे हैं. अगर ऐसे में उनकी देखरेख में कहीं ये भी बीमार हो गये तो उनके परिवारों का क्या होगा? क्योंकि न तो उनकी नौकरी रेगुलर है न ही अन्य रेगुलर कर्मियों की तरह उनका बीमा हुआ है.

पढ़ें- गैरसैंण बनी उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी, राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने दी स्वीकृति

रमोला ने कहा कि इस महामारी में अपना योगदान देने वाले संविदाकर्मियों को भी अन्य रेगुलर कर्मियों की तरह बीमा होना चाहिए. राजस्थान सरकार की तर्ज पर मुख्य चिकित्साधिकारी के माध्यम से ऐसे कोरोना वीरों की सेवा को देखते हुए इनकी नौकरी को 6 माह में रेगुलर करवाने की सरकार से सिफारिश होनी चाहिए.

ऋषिकेश: कांग्रेस ने सरकारी अस्पतालों में काम करने वाले संविदाकर्मियों को नियमित करने की मांग उठाई है. कांग्रेस ने सुरक्षा की दृष्टि से संविदाकर्मियों का बीमा करने व उन्हें रेगुलर करने का मुद्दा उठाया है. इस संबंध में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेंद्र रमोला ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक राजकीय अस्पताल ऋषिकेश के माध्यम से मुख्य चिकित्साधिकारी देहरादून को ज्ञापन भेजा है.

रमोला ने कहा कि राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में कोविड वार्ड बनाया गया है. जिसमें अधिकतर संविदाकर्मियों को कार्य पर लगाया गया है. संविदा कर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना मरीजों की देखरेख कर रहे हैं. अगर ऐसे में उनकी देखरेख में कहीं ये भी बीमार हो गये तो उनके परिवारों का क्या होगा? क्योंकि न तो उनकी नौकरी रेगुलर है न ही अन्य रेगुलर कर्मियों की तरह उनका बीमा हुआ है.

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रमोला ने कहा कि इस महामारी में अपना योगदान देने वाले संविदाकर्मियों को भी अन्य रेगुलर कर्मियों की तरह बीमा होना चाहिए. राजस्थान सरकार की तर्ज पर मुख्य चिकित्साधिकारी के माध्यम से ऐसे कोरोना वीरों की सेवा को देखते हुए इनकी नौकरी को 6 माह में रेगुलर करवाने की सरकार से सिफारिश होनी चाहिए.

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