ETV Bharat / state

राजभवन और मुख्यमंत्री आवास के आसपास धारा 144 लगाने पर कांग्रेस नाराज, बताया नीयत में खोट

राजभवन और मुख्यमंत्री आवास आने वाले रास्तों पर बैरिकेड के साथ ही धारा 144 लागू (Section 144 on Raj Bhavan and Chief Minister awas) कर दी गई है. कांग्रेस ने इसे सरकार की नीयत में खोट बताया है. कांग्रेस ने कहा है कि विपक्ष को संविधान ने इजाजत दी है कि धरना-प्रदर्शन के जरिए अपनी कोई भी बात रख सकता है.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Dec 6, 2022, 9:56 AM IST

Updated : Dec 6, 2022, 10:14 AM IST

देहरादून: बीते शनिवार को राजभवन के सामने हुए प्रदर्शन के बाद वहां की सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है. राजभवन और मुख्यमंत्री आवास आने वाले रास्तों पर बैरिकेड के साथ ही धारा 144 लागू (Section 144 on Raj Bhavan and Chief Minister awas) कर दी गई है. कांग्रेस ने इसे सरकार की नीयत में खोट बताया है और कहा है कि विपक्ष को संविधान ने इजाजत दी है कि धरना- प्रदर्शन के जरिए अपनी कोई भी बात रख सकता है. कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक ओर जहां बिना बॉडीगार्ड के भारत जोड़ो यात्रा में चल रहे हैं वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड में डबल इंजन की सरकार को अपनी ही जनता से खतरा पैदा हो गया है.

कांग्रेस का कहना है कि यह प्रतिकार करने का कौन सा तरीका है. यदि कोई विपक्षी दल है और प्रदेश में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा हो, जब प्रदेश की कानून व्यवस्था चरमरा गई हो और बेटियों की अस्मिता सुरक्षित ना हो तो ऐसे में फिर विपक्ष आखिर किस तरह प्रदर्शन करेगा. उन्होंने कहा कि जब ऋषिकेश में 52 दिन के अनशन के बाद सरकार के किसी नुमाइंदे ने वहां पहुंचने की जहमत नहीं उठाई, तब उन्होंने यह फैसला लिया कि जब शासन उनकी मांगों को नहीं सुन रहा है तो राजभवन जाकर गुहार लगाई जाए.

राजभवन और मुख्यमंत्री आवास के आसपास धारा 144 लगाने पर कांग्रेस नाराज
पढ़ें-'दो मित्रों की वार्ता को तूल देना उचित नहीं', नेपाल की तरफ से हुए पथराव पर बोले अजय भट्ट

कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी (Congress State Spokesperson Garima Dasouni) का कहना है कि केवल 5 लोग राज भवन के सामने धरने पर बैठने आए थे कि राज्यपाल संवेदनशील होकर उनकी भावनाओं को समझेंगे. लेकिन प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया. अब प्रशासन ने राजभवन और मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी है. उन्होंने कहा कि जिसके मन में और नीतियों में खोट होता है, वही लोग इस प्रकार ताले में बंद रहना पसंद करते हैं. उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक ओर जहां बिना बॉडीगार्ड के भारत जोड़ो यात्रा में चल रहे हैं वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड में डबल इंजन की सरकार को अपनी ही जनता से खतरा पैदा हो गया है.

वहीं भाजपा के मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान (BJP media incharge Manveer Chauhan) ने मुख्यमंत्री आवास और राजभवन की सुरक्षा बढ़ाए जाने को लेकर कहा कि यह प्रोटोकॉल के तहत व्यवस्था पहले से ही चली आ रही है. इसलिए व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा के और पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, ताकि अवांछित तत्व वहां तक ना जा सकें.

बता दें कि अंकिता भंडारी हत्याकांड (Ankita Bhandari murder case) के विरोध में बीते शनिवार को राजभवन के सामने प्रदर्शन हुआ था. अति संवेदनशील क्षेत्र में भीड़ की पुलिस से नोकझोंक हुई थी. ऐसे में एसएसपी ने डीजीपी के निर्देश पर वहां की सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी है, ताकि बिना चेकिंग वहां तक कोई पहुंच ना सके. इसके साथ ही अब बैरिकेड लगाकर पुलिस की तैनाती कर दी गई है. यदि 5 या इससे अधिक लोग वहां खड़े पाए गए तो उन पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.

देहरादून: बीते शनिवार को राजभवन के सामने हुए प्रदर्शन के बाद वहां की सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है. राजभवन और मुख्यमंत्री आवास आने वाले रास्तों पर बैरिकेड के साथ ही धारा 144 लागू (Section 144 on Raj Bhavan and Chief Minister awas) कर दी गई है. कांग्रेस ने इसे सरकार की नीयत में खोट बताया है और कहा है कि विपक्ष को संविधान ने इजाजत दी है कि धरना- प्रदर्शन के जरिए अपनी कोई भी बात रख सकता है. कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक ओर जहां बिना बॉडीगार्ड के भारत जोड़ो यात्रा में चल रहे हैं वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड में डबल इंजन की सरकार को अपनी ही जनता से खतरा पैदा हो गया है.

कांग्रेस का कहना है कि यह प्रतिकार करने का कौन सा तरीका है. यदि कोई विपक्षी दल है और प्रदेश में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा हो, जब प्रदेश की कानून व्यवस्था चरमरा गई हो और बेटियों की अस्मिता सुरक्षित ना हो तो ऐसे में फिर विपक्ष आखिर किस तरह प्रदर्शन करेगा. उन्होंने कहा कि जब ऋषिकेश में 52 दिन के अनशन के बाद सरकार के किसी नुमाइंदे ने वहां पहुंचने की जहमत नहीं उठाई, तब उन्होंने यह फैसला लिया कि जब शासन उनकी मांगों को नहीं सुन रहा है तो राजभवन जाकर गुहार लगाई जाए.

राजभवन और मुख्यमंत्री आवास के आसपास धारा 144 लगाने पर कांग्रेस नाराज
पढ़ें-'दो मित्रों की वार्ता को तूल देना उचित नहीं', नेपाल की तरफ से हुए पथराव पर बोले अजय भट्ट

कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी (Congress State Spokesperson Garima Dasouni) का कहना है कि केवल 5 लोग राज भवन के सामने धरने पर बैठने आए थे कि राज्यपाल संवेदनशील होकर उनकी भावनाओं को समझेंगे. लेकिन प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया. अब प्रशासन ने राजभवन और मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी है. उन्होंने कहा कि जिसके मन में और नीतियों में खोट होता है, वही लोग इस प्रकार ताले में बंद रहना पसंद करते हैं. उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक ओर जहां बिना बॉडीगार्ड के भारत जोड़ो यात्रा में चल रहे हैं वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड में डबल इंजन की सरकार को अपनी ही जनता से खतरा पैदा हो गया है.

वहीं भाजपा के मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान (BJP media incharge Manveer Chauhan) ने मुख्यमंत्री आवास और राजभवन की सुरक्षा बढ़ाए जाने को लेकर कहा कि यह प्रोटोकॉल के तहत व्यवस्था पहले से ही चली आ रही है. इसलिए व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा के और पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, ताकि अवांछित तत्व वहां तक ना जा सकें.

बता दें कि अंकिता भंडारी हत्याकांड (Ankita Bhandari murder case) के विरोध में बीते शनिवार को राजभवन के सामने प्रदर्शन हुआ था. अति संवेदनशील क्षेत्र में भीड़ की पुलिस से नोकझोंक हुई थी. ऐसे में एसएसपी ने डीजीपी के निर्देश पर वहां की सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी है, ताकि बिना चेकिंग वहां तक कोई पहुंच ना सके. इसके साथ ही अब बैरिकेड लगाकर पुलिस की तैनाती कर दी गई है. यदि 5 या इससे अधिक लोग वहां खड़े पाए गए तो उन पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.

Last Updated : Dec 6, 2022, 10:14 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.