ETV Bharat / state

Politics on Joshimath: महेंद्र भट्ट के माओवादी बयान को सीएम का समर्थन, कांग्रेस-वामपंथियों ने घेरा

इन दिनों उत्तराखंड में भले ही जोशीमठ में भू धंसाव का खतरा टला नहीं हो, लेकिन प्रदेश में राजनीति जोशीमठ में माओवादी कनेक्शन को लेकर हो रही है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कहना है कि जोशीमठ में इन दिनों माओवादी सक्रित हैं, जिसको लेकर कांग्रेस ने भाजपा और सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. कांग्रेस का कहना है कि अगर जोशीमठ में माओवादी ताकतें सक्रिय हैं तो, इसे सरकार का ही फेलियर समझा जाएगा.

Political on Joshimath
Etv Bharat
author img

By

Published : Jan 31, 2023, 4:08 PM IST

Updated : Jan 31, 2023, 10:57 PM IST

महेंद्र भट्ट के माओवादी बयान को सीएम का समर्थन.

देहरादून: उत्तराखंड का ऐतिहासिक शहर जोशीमठ इन दिनों बुरे दौर से गुजर रहा है. दरअसल, जोशीमठ शहर में भू धंसाव की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं. ऐसे में उत्तराखंड सरकार प्रभावितों के पुनर्वास और विस्थापित करने के साथ ही राहत बचाव के कार्य में जुटी हुई है. जहां जोशीमठ को लेकर पहले से ही सियासत गर्म है वहीं, अब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का माओवादी को लेकर दिया गया बयान, एक बार फिर सूबे की सियासत को गरमा रहा है. जिस पर बीजेपी अब सफाई देती नजर आ रही है. जबकि कांग्रेस भाजपा को घेरने में जुटी हुई है.

बता दें कि महेंद्र भट्ट बदरीनाथ विधानसभा सीट से पूर्व में विधायक रह चुके हैं. इसी विधानसभा सीट के अंतर्गत जोशीमठ शहर भी आता है. जहां इन दिनों प्राकृतिक आपदा आई है. इसी आपदा के बीच अब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने जोशीमठ में माओवादी ताकतों के सक्रिय होने की बात कही है. जिनका कनेक्शन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने पड़ोसी देश चीन से होना बताया है. जो आने वाली चारधाम यात्रा को प्रभावित कर सकते हैं. महेंद्र भट्ट के इस बयान के बाद उत्तराखंड में आरोप प्रत्यारोप की राजनीति शुरू हो गयी है. जिसने सत्ताधारी दल भाजपा की चिंताएं बढ़ानी शुरू कर दी हैं.
ये भी पढ़ें: Mahendra Bhatt on Joshimath Sinking: महेंद्र भट्ट का वामपंथियों पर गंभीर आरोप, बोले- चाइना को पहुंचा रहे लाभ

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के इस बयान का समर्थन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी कर रहे हैं. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के बयान पर सीएम धामी ने कहा कि ऐसे लोग राज्य में अभी भी मौजूद हैं, जिन्हें राज्य के विकास से ज्यादा विकास को अवरुद्ध करना प्राथमिकता रहती है. क्योंकि जब चारधाम की सड़कें बन रही थी, उस दौरान भी तमाम लोग अड़ंगा लगाने का काम कर रहे थे. ऐसे लोगों के लिए देश, उत्तराखंड और यहां की जनता का हित कभी प्राथमिकता नहीं रही है.

वहीं, महेंद्र भट्ट के बयान पर कांग्रेस ने जमकर भाजपा और सरकार को घेरा है. कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि महेंद्र भट्ट का जोशीमठ के परिपेक्ष में दिया गया बयान बहुत ही गंभीर है. यदि सामरिक दृष्टि और राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर से महत्वपूर्ण जोशीमठ में माओवादी ताकतें सक्रिय हैं और महेंद्र भट्ट के पास इसके पुख्ता सबूत हैं तो, ऐसे में इसे राज्य सरकार का फेलियर ही समझा जाएगा. क्योंकि अभी तक राज्य सरकार ने इस ओर कोई कार्रवाई नहीं की है.

गरिमा ने कहा राज्य सरकार को इनपुट देने वाली तमाम खुफिया एजेंसियां धता साबित हुई हैं. यह बयान देकर महेंद्र भट्ट ने अपनी ही सरकार पर कई प्रश्न खड़े कर दिए हैं. यदि जोशीमठ में राज्य विरोधी और देश विरोधी ताकतें सक्रिय हैं तो, ऐसे में धामी सरकार कार्रवाई करने में देर क्यों लगा रही है?

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के इस बयान ने भले ही कांग्रेस को मुद्दा दे दिया हो और कांग्रेस सरकार को घेरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही हो, लेकिन जोशीमठ की जनता को अब भी सरकार से राहत पैकेज का इंतजार है, जो उनके दुख दर्द को कम कर सके.

श्रीनगर में आइसा का प्रदर्शन: वहीं, महेंद्र भट्ट के माओवादी वाले बयान को लेकर में छात्रों में उबाल देखा जा रहा है. श्रीनगर में आइसा छात्र संगठन ने गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के गेट के सामने महेंद्र भट्ट का पुतला फूंका. इस दौरान छात्रों ने भट्ट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया. छात्रों ने महेंद्र भट्ट पर आपदा पीड़ितों का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा महेंद्र भट्ट को सार्वजनिक मंच से आपदा पीड़ितों से माफी मांगनी चाहिए.

आइसा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य शिवानी पांडेय ने कहा पूरा विश्व जोशीमठ के लोगों के साथ खड़ा है, लेकिन सत्ताधारी दल के प्रदेश अध्यक्ष आपदा पीड़ितों का मजाक बना रहे हैं. उन्हें चीन का एजेंट और माओवादी बोल रहे हैं. लोगों के पास रहने के लिए जोशीमठ में घर नहीं है. लोगों की समस्या को सुलझाने के बजाय भाजपा सरकार लोगों का मजाक बना रही है. जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होने महेंद्र भट्ट से जनता से माफी मांगने की मांग की.

महेंद्र भट्ट के माओवादी बयान को सीएम का समर्थन.

देहरादून: उत्तराखंड का ऐतिहासिक शहर जोशीमठ इन दिनों बुरे दौर से गुजर रहा है. दरअसल, जोशीमठ शहर में भू धंसाव की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं. ऐसे में उत्तराखंड सरकार प्रभावितों के पुनर्वास और विस्थापित करने के साथ ही राहत बचाव के कार्य में जुटी हुई है. जहां जोशीमठ को लेकर पहले से ही सियासत गर्म है वहीं, अब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का माओवादी को लेकर दिया गया बयान, एक बार फिर सूबे की सियासत को गरमा रहा है. जिस पर बीजेपी अब सफाई देती नजर आ रही है. जबकि कांग्रेस भाजपा को घेरने में जुटी हुई है.

बता दें कि महेंद्र भट्ट बदरीनाथ विधानसभा सीट से पूर्व में विधायक रह चुके हैं. इसी विधानसभा सीट के अंतर्गत जोशीमठ शहर भी आता है. जहां इन दिनों प्राकृतिक आपदा आई है. इसी आपदा के बीच अब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने जोशीमठ में माओवादी ताकतों के सक्रिय होने की बात कही है. जिनका कनेक्शन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने पड़ोसी देश चीन से होना बताया है. जो आने वाली चारधाम यात्रा को प्रभावित कर सकते हैं. महेंद्र भट्ट के इस बयान के बाद उत्तराखंड में आरोप प्रत्यारोप की राजनीति शुरू हो गयी है. जिसने सत्ताधारी दल भाजपा की चिंताएं बढ़ानी शुरू कर दी हैं.
ये भी पढ़ें: Mahendra Bhatt on Joshimath Sinking: महेंद्र भट्ट का वामपंथियों पर गंभीर आरोप, बोले- चाइना को पहुंचा रहे लाभ

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के इस बयान का समर्थन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी कर रहे हैं. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के बयान पर सीएम धामी ने कहा कि ऐसे लोग राज्य में अभी भी मौजूद हैं, जिन्हें राज्य के विकास से ज्यादा विकास को अवरुद्ध करना प्राथमिकता रहती है. क्योंकि जब चारधाम की सड़कें बन रही थी, उस दौरान भी तमाम लोग अड़ंगा लगाने का काम कर रहे थे. ऐसे लोगों के लिए देश, उत्तराखंड और यहां की जनता का हित कभी प्राथमिकता नहीं रही है.

वहीं, महेंद्र भट्ट के बयान पर कांग्रेस ने जमकर भाजपा और सरकार को घेरा है. कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि महेंद्र भट्ट का जोशीमठ के परिपेक्ष में दिया गया बयान बहुत ही गंभीर है. यदि सामरिक दृष्टि और राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर से महत्वपूर्ण जोशीमठ में माओवादी ताकतें सक्रिय हैं और महेंद्र भट्ट के पास इसके पुख्ता सबूत हैं तो, ऐसे में इसे राज्य सरकार का फेलियर ही समझा जाएगा. क्योंकि अभी तक राज्य सरकार ने इस ओर कोई कार्रवाई नहीं की है.

गरिमा ने कहा राज्य सरकार को इनपुट देने वाली तमाम खुफिया एजेंसियां धता साबित हुई हैं. यह बयान देकर महेंद्र भट्ट ने अपनी ही सरकार पर कई प्रश्न खड़े कर दिए हैं. यदि जोशीमठ में राज्य विरोधी और देश विरोधी ताकतें सक्रिय हैं तो, ऐसे में धामी सरकार कार्रवाई करने में देर क्यों लगा रही है?

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के इस बयान ने भले ही कांग्रेस को मुद्दा दे दिया हो और कांग्रेस सरकार को घेरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही हो, लेकिन जोशीमठ की जनता को अब भी सरकार से राहत पैकेज का इंतजार है, जो उनके दुख दर्द को कम कर सके.

श्रीनगर में आइसा का प्रदर्शन: वहीं, महेंद्र भट्ट के माओवादी वाले बयान को लेकर में छात्रों में उबाल देखा जा रहा है. श्रीनगर में आइसा छात्र संगठन ने गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के गेट के सामने महेंद्र भट्ट का पुतला फूंका. इस दौरान छात्रों ने भट्ट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया. छात्रों ने महेंद्र भट्ट पर आपदा पीड़ितों का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा महेंद्र भट्ट को सार्वजनिक मंच से आपदा पीड़ितों से माफी मांगनी चाहिए.

आइसा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य शिवानी पांडेय ने कहा पूरा विश्व जोशीमठ के लोगों के साथ खड़ा है, लेकिन सत्ताधारी दल के प्रदेश अध्यक्ष आपदा पीड़ितों का मजाक बना रहे हैं. उन्हें चीन का एजेंट और माओवादी बोल रहे हैं. लोगों के पास रहने के लिए जोशीमठ में घर नहीं है. लोगों की समस्या को सुलझाने के बजाय भाजपा सरकार लोगों का मजाक बना रही है. जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होने महेंद्र भट्ट से जनता से माफी मांगने की मांग की.

Last Updated : Jan 31, 2023, 10:57 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.