देहरादून: प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों में पलायन को रोकने के लिए राज्य सरकार ने युवाओं के लिए रिवर्स पलायन की योजना चलाने जा रही है. इस मुहिम के तहत युवाओं को पहाड़ों पर ही रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा. ऐसे में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भांग के रेशे से विभिन्न उत्पाद तैयार करने वाले गौरव व नम्रता को मशीन खरीदने के लिए विवेकाधीन कोष से दस लाख रुपए का चेक दिया.
बता दें कि पेशे से आर्किटेक्ट नम्रता व गौरव ने यमकेश्वर जैसे दूरदराज के गांव में हेम्प से उत्पाद बनाने का स्टार्टअप शुरू किया है. जिससे बाकी युवाओं को भी पहाड़ों पर वापसी कर स्वरोजगार की दिशा में बेहतर संदेश मिला है. गौरव और नम्रता ने हेम्प के रेशों से विभिन्न प्रकार के उत्पाद तैयार किए थे. वहीं, सीएम ने इन्हें इस उद्योग को बढ़ावा देने और स्थानीय युवाओं को इस उद्योग से जोड़ने के लिए 10 लाख रुपये का चेक प्रदान किया है.
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गौरव और नम्रता दोनों ही दिल्ली में रहते थे, लेकिन उन्होंने काफी रिसर्च के बाद पहाड़ पर पाए जाने वाले हेम्प को रोजगार का साधन बनाया. वर्तमान में वे इसके बीज के तेल से साबुन बना रहे हैं, इससे भवन निर्माण सामग्री भी बनाई जा सकती है. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इनकी इस पहल की काफी प्रशंसा की है.