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पुलिस शहीद स्मृति दिवस पर सीएम त्रिवेंद्र ने की शिरकत, अतिरिक्त भत्ता बढ़ोत्तरी देने की घोषणा

21 अक्टूबर को प्रदेश भर में पुलिस शहीद स्मृति दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्मृति स्मारक पर शहीदों को नमन करते हुए भावभीन पुष्प श्रद्धांजलि अर्पित की. साथ ही सीएम ने विभाग के लिए अतिरिक्त भत्ता बढ़ोत्तरी की घोषणा की.

पुलिस शहीद स्मृति दिवस पर सीएम त्रिवेंद्र ने दी पुष्प श्रद्धांजलि.
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Published : Oct 21, 2019, 2:19 PM IST

Updated : Oct 21, 2019, 4:54 PM IST

देहरादून: देश में हर साल की तरह 21 अक्टूबर को आयोजित होने वाले 'पुलिस शहीद स्मृति दिवस' का कार्यक्रम दून के पुलिस लाइन में आयोजित किया गया. इस मौके पर आयोजित परेड की सलामी लेने के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्मृति स्मारक पर शहीदों को नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की. शहीद पुलिस कर्मियों को याद करते हुए पुलिस और शासन प्रशासन के आलाधिकारियों सहित राजनीतिक नेताओं ने शहीदों को नमन किया.

स्मृति दिवस के मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने साल 1959 लद्दाख सीमा पर चीनी सैनिकों के हमले से शहीद हुए पुलिस जवानों को याद कर नमन किया. सीएम ने शहीद कर्मियों के परिवारजनों को इस मौके पर शॉल भेंट कर सम्मानित किया.

पुलिस शहीद स्मृति दिवस पर सीएम त्रिवेंद्र ने दी पुष्प श्रद्धांजलि.

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि उत्तराखंड में पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती राज्य में हर साल मानसून सीजन में आने वाली प्राकृतिक आपदा हैं. इसमें पुलिस जवान अपनी जान जोखिम में डालकर कर्तव्य निष्ठा, सेवा भाव से जनता की रक्षा करते हैं.

अतिरिक्त भत्ता बढ़ोतरी की घोषणा

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्मृति दिवस के मौके पर शासन द्वारा मंजूरी मिले पुलिस बढ़ोत्तरी भत्ते की घोषणा की. मुख्यमंत्री ने पुलिस कांस्टेबल से लेकर इंस्पेक्टर तक के कर्मियों की वर्दी धुलाई का भत्ता 150 रुपये से बढ़ाकर 200 रुपये करने की घोषणा की. वहीं, अंशकालीन सफाईकर्मियों के मानदेय को 1500 रुपये से बढ़ाकर 2509 प्रति माह करने की भी घोषणा की. इसके साथ ही बंदीगृहों में कैदियों के भोजन डाइट राशि को 45 रुपये से बढ़ाकर 100 रुपये प्रतिदिन करने की घोषणा की.

21 अक्टूबर आजाद भारत के इतिहास में उस दिवस के लिए जाना जाता है, जब लद्दाख सीमा पर चीन की सेना ने भारतीय पुलिस की 21 जवानों पर घात लगाकर हमला कर दिया था. ये घटना वर्ष 1959 की है, जब लद्दाख के हॉट स्प्रिंग क्षेत्र में चीनी सेना ने घुसपैठ कर भारत तिब्बत सीमा पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों के साथ-साथ अन्य पुलिस बलों के 292 जवानों को शहीद किया था.

इसी शहादत को याद करते हुए 21 अक्टूबर को पुलिस शहीद स्मृति दिवस के नाम से जाना जाता है. साल 1960 में इस दिन को आधिकारिक रूप से पुलिस शहीद स्मृति दिवस का दर्जा प्रदान किया गया. वर्ष 2012 से देश हर साल इस स्मृति दिवस को मनाता है.

ये भी पढ़ें: नर्सिंग और सहायक वन संरक्षक परीक्षा के एडमिट कार्ड जारी, यहां से करें डाउनलोड

नई भर्तियों के निस्तारण का कार्य जल्द होगा पूरा: सीएम

पुलिस शहीद स्मृति दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से पुलिस महकमे में प्रमोशन मामले सहित नई पुलिस भर्तियों के बारे में बताया कि जल्द ही इस मामले के निस्तारण में संबंधित विभाग के अधिकारी जुटे हुए हैं. जल्द ही आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. सीएम ने बताया कि आगामी साल 2020 उत्तराखंड राज्य में अलग-अलग विभागों और अन्य संस्थानों में रोजगार देने से जुड़ा रहेगा. इसके लिए अभी से तैयारियों को अमलीजामा पहनाने का कार्य तेजी से चल रहा है.

डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी ने बताया कि वर्दीधारी पुलिस राष्ट्र और जनता की सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर है. उत्तराखंड पुलिस आंतरिक सुरक्षा से लेकर राज्य में प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए अपने पूरे कर्तव्य निष्ठा साथ लगातार अपना फर्ज निभाती रहेगी.

केंद्र सरकार से पुलिस मॉर्डनाइजेशन का बजट घटने पर डीजीपी चिंतित

केंद्र सरकार ने पुलिस मॉर्डनाइजेशन का बजट कम होने के संबंध में उत्तराखंड पुलिस डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी ने बताया कि इस मामले को लेकर राज्य सरकार को लगातार अवगत किया जा रहा है. बदलते समय के मुताबिक, पुलिस मॉर्डनाइजेशन सबसे बड़ा जरूरत का विषय बन गया है. ऐसे में इस मामले में राज्य सरकार की ओर से सकारात्मक आश्वासन मिल रहा है.

देहरादून: देश में हर साल की तरह 21 अक्टूबर को आयोजित होने वाले 'पुलिस शहीद स्मृति दिवस' का कार्यक्रम दून के पुलिस लाइन में आयोजित किया गया. इस मौके पर आयोजित परेड की सलामी लेने के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्मृति स्मारक पर शहीदों को नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की. शहीद पुलिस कर्मियों को याद करते हुए पुलिस और शासन प्रशासन के आलाधिकारियों सहित राजनीतिक नेताओं ने शहीदों को नमन किया.

स्मृति दिवस के मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने साल 1959 लद्दाख सीमा पर चीनी सैनिकों के हमले से शहीद हुए पुलिस जवानों को याद कर नमन किया. सीएम ने शहीद कर्मियों के परिवारजनों को इस मौके पर शॉल भेंट कर सम्मानित किया.

पुलिस शहीद स्मृति दिवस पर सीएम त्रिवेंद्र ने दी पुष्प श्रद्धांजलि.

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि उत्तराखंड में पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती राज्य में हर साल मानसून सीजन में आने वाली प्राकृतिक आपदा हैं. इसमें पुलिस जवान अपनी जान जोखिम में डालकर कर्तव्य निष्ठा, सेवा भाव से जनता की रक्षा करते हैं.

अतिरिक्त भत्ता बढ़ोतरी की घोषणा

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्मृति दिवस के मौके पर शासन द्वारा मंजूरी मिले पुलिस बढ़ोत्तरी भत्ते की घोषणा की. मुख्यमंत्री ने पुलिस कांस्टेबल से लेकर इंस्पेक्टर तक के कर्मियों की वर्दी धुलाई का भत्ता 150 रुपये से बढ़ाकर 200 रुपये करने की घोषणा की. वहीं, अंशकालीन सफाईकर्मियों के मानदेय को 1500 रुपये से बढ़ाकर 2509 प्रति माह करने की भी घोषणा की. इसके साथ ही बंदीगृहों में कैदियों के भोजन डाइट राशि को 45 रुपये से बढ़ाकर 100 रुपये प्रतिदिन करने की घोषणा की.

21 अक्टूबर आजाद भारत के इतिहास में उस दिवस के लिए जाना जाता है, जब लद्दाख सीमा पर चीन की सेना ने भारतीय पुलिस की 21 जवानों पर घात लगाकर हमला कर दिया था. ये घटना वर्ष 1959 की है, जब लद्दाख के हॉट स्प्रिंग क्षेत्र में चीनी सेना ने घुसपैठ कर भारत तिब्बत सीमा पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों के साथ-साथ अन्य पुलिस बलों के 292 जवानों को शहीद किया था.

इसी शहादत को याद करते हुए 21 अक्टूबर को पुलिस शहीद स्मृति दिवस के नाम से जाना जाता है. साल 1960 में इस दिन को आधिकारिक रूप से पुलिस शहीद स्मृति दिवस का दर्जा प्रदान किया गया. वर्ष 2012 से देश हर साल इस स्मृति दिवस को मनाता है.

ये भी पढ़ें: नर्सिंग और सहायक वन संरक्षक परीक्षा के एडमिट कार्ड जारी, यहां से करें डाउनलोड

नई भर्तियों के निस्तारण का कार्य जल्द होगा पूरा: सीएम

पुलिस शहीद स्मृति दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से पुलिस महकमे में प्रमोशन मामले सहित नई पुलिस भर्तियों के बारे में बताया कि जल्द ही इस मामले के निस्तारण में संबंधित विभाग के अधिकारी जुटे हुए हैं. जल्द ही आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. सीएम ने बताया कि आगामी साल 2020 उत्तराखंड राज्य में अलग-अलग विभागों और अन्य संस्थानों में रोजगार देने से जुड़ा रहेगा. इसके लिए अभी से तैयारियों को अमलीजामा पहनाने का कार्य तेजी से चल रहा है.

डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी ने बताया कि वर्दीधारी पुलिस राष्ट्र और जनता की सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर है. उत्तराखंड पुलिस आंतरिक सुरक्षा से लेकर राज्य में प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए अपने पूरे कर्तव्य निष्ठा साथ लगातार अपना फर्ज निभाती रहेगी.

केंद्र सरकार से पुलिस मॉर्डनाइजेशन का बजट घटने पर डीजीपी चिंतित

केंद्र सरकार ने पुलिस मॉर्डनाइजेशन का बजट कम होने के संबंध में उत्तराखंड पुलिस डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी ने बताया कि इस मामले को लेकर राज्य सरकार को लगातार अवगत किया जा रहा है. बदलते समय के मुताबिक, पुलिस मॉर्डनाइजेशन सबसे बड़ा जरूरत का विषय बन गया है. ऐसे में इस मामले में राज्य सरकार की ओर से सकारात्मक आश्वासन मिल रहा है.

Intro:pls नोट-डेस्क महोदय, इस स्टोरी से संबंधित विजुअल्स और बाइट्स live u 08 से भेजे गए हैं- फ़ाइल name- "smriti divas"


summary-पुलिस शहीद स्मृति दिवस,मुख्यमंत्री ने की पुलिस भत्तों में बढ़ोतरी,1959 लद्दाख़ में शहीद पुलिसकर्मियों के स्मारक पर पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि।


देश में हर वर्ष की भाँति 21 अक्टूबर को आयोजित होने वाले "पुलिस शहीद स्मृति दिवस" का कार्यक्रम सोमवार तय तिथि अनुसार उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के पुलिस लाइन में आयोजित किया गया। इस मौके पर आयोजित परेड की सलामी लेने के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्मृति स्मारक पर शहीदों को नमन करते हुए भावभीन पुष्प श्रद्धांजलि स्वरुप अर्पित किए। इसके बाद शहीद पुलिस कर्मियों को याद करते हुए पुलिस व शासन प्रशासन आलाधिकारियों सहित राजनीतिक नेताओं द्वारा एक-एक कर शहीद स्मारक में पुष्प मालाएं अर्पित।

स्मृति दिवस के मौके पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने वर्ष 1959 लद्दाख सीमा पर चीनी सैनिकों के हमले से शहीद हुए पुलिस जवानों के अदम्य साहस व उनकीं देश भक्ति समर्पित भाव को नमन याद कर नमन किया। मुख्यमंत्री शहीद कर्मियों के परिवार जनों को इस मौके पर शॉल भेंट करते हुए सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती राज्य में हर वर्ष मानसून सीजन में आने वाली प्राकृतिक आपदा हैं, जिसमें पुलिस जवान अपने जान जोख़िम में डालकर कर्तव्य निष्ठा सेवा भाव से जनता की जान माल की रक्षा करते हैं।

मुख्यमंत्री ने की शासन से मंजूरी मिलने वाले अतिरिक्त भत्ता बढ़ोतरी की घोषणा

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्मृति दिवस के मौके पर शासन द्वारा मंजूरी मिले पुलिस बढ़ोतरी भत्ते की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने पुलिस कांस्टेबल से लेकर स्पेक्टर तक के कर्मियों की वर्दी धुलाई का भत्ता डेड सो रुपए से बढ़ाकर ₹200 करने की घोषणा की। वहीं अंशकालीन स्वच्छ को के मानदेय को 1500 रुपये से बढ़ाकर 2509 प्रति माह करने की भी घोषणा की। इतना ही नहीं शासन द्वारा मंजूर किए गए बंदीगृहों में कैदियों के भोजन डाइड राशि को 45 रुपये से बढ़ाकर 100 रुपये प्रतिदिन करने की घोषणा की।




Body:1959 म3 लद्दाख सीमा पर सरहद में गश्त के दौरान चीनी हमले में शहीद हुए जवानों के याद में मनाया जाता है -"स्मृति दिवस"

21 अक्टूबर पुलिस शहीद स्मृति दिवस संपूर्ण भारत में पुलिस परिवारों के लिए विशेष महत्व का दिन है। 21 अक्टूबर आजाद भारत के इतिहास में उस दिवस के लिए जाना जाता है, जब लद्दाख सीमा पर चीन की सेना ने भारतीय पुलिस की 21 जवानों पर घात लगाकर हमला कर दिया था। यह घटना वर्ष 1959 की है, जब लद्दाख के हॉट स्प्रिंग क्षेत्र में चीनी सेना ने घुसपैठ कर भारत तिब्बत सीमा पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों के साथ-साथ अन्य पुलिस बलों के 292 जवानों को शहीद किया।

21 अक्टूबर वर्ष 1959 के दिन इसी लद्दाख के क्षेत्र में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के साथ अन्य बलों के जवान सीमा की रखवाली करते हुए गश्त लगा रहे थे तभी चीनी सेना ने अचानक धोखे से हमला किया। हालांकि भारत के जांबाज सिपाहियों ने पूरी बहादुर के साथ चीनी सैनिकों से लोहा लेते हुए डटकर मुकाबला किया। इस घटना के दौरान हमारी पुलिस गश्ती की एक टुकड़ी के जवान देश की राजद करते हुए शहीद हो गए।
इसी शहादत को याद करते हुए 21 अक्टूबर को पुलिस शहीद स्मृति दिवस के नाम से जाना जाता है। वर्ष 1960 में इस दिन को आधिकारिक रूप से पुलिस शहीद स्मृति दिवस का दर्जा प्रदान किया गया। जबकि वर्ष 2012 से देश हर वर्ष इस स्मृति दिवस का देशभर में आयोजन किया जाता हैं।


Conclusion:कांस्टेबल व दरोगा के प्रमोशन से लेकर नई भर्तियों पर जल्द होगा निस्तारण का कार्य पूरा:मुख्यमंत्री

पुलिस शहीद स्मृति दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से जब सिपाही कांस्टेबल से लेकर दरोगा प्रमोशन मामले सहित नई पुलिस भर्तियों के बारे में सवाल पूछा गया तो, उन्होंने कहा जल्द ही इस मामले के निस्तारण में संबंधित विभाग के अधिकारी जुटे हुए है, जल्द ही आगे की कार्रवाई अमल में लायी जाएगी। सीएम ने कहा कि आगामी 2020 वर्ष उत्तराखंड राज्य में अलग-अलग विभागों व अन्य संस्थानों में रोजगार देने से जुड़ा रहेगा। इसके लिए अभी से तैयारियों को अमलीजामा पहनाने का कार्य तेजी से चल रहा है।

बाइट -त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री उत्तराखंड

स्मृति दिवस के मौके पर उत्तराखंड के डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी ने कहा कि वर्दीधारी पुलिस राष्ट्र व जनत की सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर है। उत्तराखंड पुलिस आंतरिक सुरक्षा से लेकर राज्य में प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए अपने पूरे कर्तव्य निष्ठा साथ लगातार अपना फर्ज निभाती रहेगी।

बाइट- अनिल कुमार रतूड़ी, डीजीपी उत्तराखंड

केंद्र सरकार से पुलिस मॉर्डनाइजेशन का बजट घटने पर डीजीपी चिंतित

केंद्र सरकार द्वारा पुलिस मॉर्डनाइजेशन का बजट कम होने के संबंध में उत्तराखंड पुलिस डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी ने कहा कि, इस मामले को लेकर राज्य सरकार को लगातार अवगत किया जा रग है। बदलते समय के मुताबिक पुलिस मॉर्डनाइजेशन सबसे बड़ा जरूरत का विषय बन गया है,ऐसे में इस मामले में राज्य सरकार की ओर से सकारात्मक आश्वासन मिल रहा है, उसी की दृष्टिगत इस नए वित्तीय वर्ष 2019 में कुछ बजट आधुनिक पुलिस के लिए बड़ा है।


बाइट- अनिल कुमार रतूड़ी, डीजीपी उत्तराखंड
Last Updated : Oct 21, 2019, 4:54 PM IST
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