देहरादून: विकासनगर में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी विपक्ष और विरोधियों पर जमकर बरसे. मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि वो युवाओं के सपनों के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे और प्रदेश से नकल माफियाओं को जड़ से सफाया करेंगे. मुख्यमंत्री धामी ने नकल माफियाओं को चेतावनी देते हुए कहा कि हम युवाओं के सपनों और आकांक्षाओं के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे. अब जो कोई भी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ करेगा, उसे कठोरतम सजा दी जाएगी. साथ ही संपत्ति भी जब्त कर ली जाएगी.
सीएम धामी ने कहा कि मुझे कई लोग कह रहे थे कि आप कार्यक्रम में मत जाइए. मैंने उनसे कहा मैं विरोध करने वालों से पूछूंगा कि विरोध किस बात का कर रहे हैं? 22 सालों में क्या किसी मुख्यमंत्री ने नकल करने वालों को अभी तक जेल की सलाखों के पीछे डाला? मुझे मालूम था कि नकल माफियाओं के विरुद्ध जो मैं निर्णय ले रहा हूं, इसका परिणाम होगा कि कुछ लोग हम को डराने का काम करेंगे. ये किसी कीमत पर नहीं हो सकता. मेरा लक्ष्य है नकल माफियाओं का जड़ से सफाया.
ये भी पढ़ें: Anti Copying Law in Uttarakhand: नकल विरोधी कानून को लेकर गरमाई सियासत, उठ रहे कई सवाल
सीएम धामी ने कहा ये उत्तराखंड की जनता बताएं कि पहली बार नकल माफियाओं की गर्दन में किसने हाथ डाला है? किसकी सरकार में गड़बड़ियों के संकेत मिलते ही परीक्षाएं रद्द की गई? नकल माफियाओं के खिलाफ किसने भारत का सबसे कड़ा कानून बनाया? जो लोग नकल करते पकड़े जाएंगे, उन्हें अगले 10 साल तक परीक्षा में नहीं बैठने दिया जाएगा. हम इसे लेकर एक कड़ा कानून लाए हैं.
सीएम धामी ने कहा कौन हमारे बच्चों और युवाओं के भविष्य को बर्बाद करने की कोशिश कर रहा है? यह हम सभी के मन में एक सवाल है और हमें इसका जवाब खोजने की जरूरत है. क्या कोई समूह इस पर काम कर रहा है? इसकी जांच करने की जरूरत है. मैं इस पर गौर करूंगा. हम अपने युवाओं के सपनों और आकांक्षाओं से समझौता नहीं करेंगे. अब से अगर कोई परीक्षा के बीच में नकल करता पाया गया तो उसे 10 साल कैद की सजा दी जाएगी और उसकी संपत्ति जब्त की जाएगी.
पौड़ी में भी सीएम धामी ने भरी हुंकार: पौड़ी में नकल माफियाओं को चेतावनी देते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड में अब देश का सबसे कठोर नकल निरोधक कानून लागू होने जा रहा है. कोई अगर नकल करते या कराते पकड़ा गया तो उम्र कैद तो होगी ही साथ ही उसकी सारी संपत्ति पर कुर्क हो सकती है.
सीएम ने साफ किया कि आने वाले दिनों में यदि कोई भी परीक्षाओं में नकल संबंधी गतिविधियों में लिप्त पाया गया तो उसे उम्रकैद तक की सजा हो सकती है. इतना ही नहीं उसकी संपत्ति भी कुर्क की जाएगी . सीएम ने बताया कि इस कानून के तहत यदि कोई परीक्षार्थी भी नकल करते या कराते पाया गया तो उसे अगले 10 सालों तक परीक्षा देने से बैन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार ने अभी तक 60 भर्ती परीक्षा घोटालेबाजों को जेल भेजा है और नकल कराने वाले आगे भी जेल भेजे जाएंगे.