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कोरोना से महिला स्वयं सहायता समूह प्रभावित, सरकार कर रही मदद पर विचार

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी महिला स्वयं सहायता समूहों से सीएम पुष्कर सिंह धामी ने संवाद किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार विचार करेगी कि कोरोना काल में प्रभावित महिला स्वयं सहायता समूहों की किस प्रकार सहायता की जा सकती है.

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
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Published : Aug 10, 2021, 4:06 PM IST

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय स्थित वीर चंद्र सिंह गढ़वाली सभागार में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़े महिला स्वयं सहायता समूहों से संवाद कर उनका फीडबैक लिया. उन्होंने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों को और मजबूती दी जाएगी. उत्पादों की अच्छी कीमत मिल सके, इसके लिए मांग आधारित उत्पादन किया जाए. साथ ही यह प्रयास किया जाएगा कि समूहों का टाईअप बड़ी कम्पनियों से हो.

मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूह बहुत अच्छा काम कर रहे हैं. इन्हें और अधिक मजबूती दी जाएगी. इन समूहों को क्या समस्याएं आ रही हैं, उनके अनुसार राज्य सरकार और क्या कर सकती है, इसे जानने के लिए यह संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया.

मांग आधारित उत्पादन: सीएम ने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों को उनके उत्पादों की बेहतर कीमत मिल सके, इसके लिए बाजार की मांग के अनुरूप उत्पादन किए जाने की जरूरत है. निजी कंपनियों के साथ समूहों के ज्वाइंट वेंचर की संभावनाएं भी देखी जाएंगी. दीनदयाल अन्त्योदय-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का उद्देश्य स्वरोजगार के माध्यम से समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्तियों को सशक्त करना है.

स्वरोजगार कैंप लगाए जाएंगे: मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी नौकरियां सीमित होती हैं. इसलिए राज्य सरकार रिक्त पदों पर भर्ती के साथ ही लाखें लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने पर फोकस कर रही है. लोगों को बहुत बार औपचारिकताएं पूरी न होने के कारण बैंक से ऋण स्वीकृत नहीं हो पाता है. इन समस्याओं को देखते हुए हमने कैंप लगाने के निर्देश दिए हैं, जहां सरकार के अधिकारी और बैंक अधिकारी मौके पर ही फार्म भरने और अन्य औपचारिकताएं पूरी करने में सहायता करेंगे.

ये भी पढ़ें: केंद्रीय मंत्रियों से मिलने दिल्ली चले CM धामी, लाएंगे प्रदेश के लिए सौगात

समूहों की सहायता पर विचार: मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में उद्यमियों के साथ ही महिला स्वयं सहायता समूहों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा है. राज्य सरकार विचार करेगी कि कोरोना काल में प्रभावित महिला स्वयं सहायता समूहों की किस प्रकार सहायता की जा सकती है. रक्षा बंधन तक इस संबंध में कुछ न कुछ निर्णय लिया जाएगा.

वैक्सीन के लिए जागरूकता: मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में मुफ्त वैक्सीन, सबको वैक्सीन अभियान शुरू किया है. उत्तराखंड में सरकार आगामी चार माह में शत प्रतिशत वैक्सीनेशन के लक्ष्य के साथ काम कर रही है. मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं से अपने आसपास के लोगों को वैक्सीन के प्रति जागरूक किए जाने का आह्वान किया.

वहीं, कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों के बैंक लिंकेज, वैल्यू एडीशन, प्रशिक्षण और गुणवत्ता सुधार पर विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है. निर्धारित लक्ष्यों को समय से पूरा करना सुनिश्चित किया जाए. अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार ने बताया कि दीनदयाल अन्त्योदय राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन 13 जिलों के 95 विकासखंडों में संचालित की जा रही है.

33 हजार से अधिक महिला स्वयं सहायता समूह इससे जुड़े हैं. लगभग 2.5 लाख महिलाएं इन समूहों की सदस्य हैं. प्रत्येक समूह को 10 से 15 हजार रुपए की राशि का रिवॉल्विंग फंड उपलब्ध करवाया जाता है.

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय स्थित वीर चंद्र सिंह गढ़वाली सभागार में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़े महिला स्वयं सहायता समूहों से संवाद कर उनका फीडबैक लिया. उन्होंने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों को और मजबूती दी जाएगी. उत्पादों की अच्छी कीमत मिल सके, इसके लिए मांग आधारित उत्पादन किया जाए. साथ ही यह प्रयास किया जाएगा कि समूहों का टाईअप बड़ी कम्पनियों से हो.

मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूह बहुत अच्छा काम कर रहे हैं. इन्हें और अधिक मजबूती दी जाएगी. इन समूहों को क्या समस्याएं आ रही हैं, उनके अनुसार राज्य सरकार और क्या कर सकती है, इसे जानने के लिए यह संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया.

मांग आधारित उत्पादन: सीएम ने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों को उनके उत्पादों की बेहतर कीमत मिल सके, इसके लिए बाजार की मांग के अनुरूप उत्पादन किए जाने की जरूरत है. निजी कंपनियों के साथ समूहों के ज्वाइंट वेंचर की संभावनाएं भी देखी जाएंगी. दीनदयाल अन्त्योदय-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का उद्देश्य स्वरोजगार के माध्यम से समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्तियों को सशक्त करना है.

स्वरोजगार कैंप लगाए जाएंगे: मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी नौकरियां सीमित होती हैं. इसलिए राज्य सरकार रिक्त पदों पर भर्ती के साथ ही लाखें लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने पर फोकस कर रही है. लोगों को बहुत बार औपचारिकताएं पूरी न होने के कारण बैंक से ऋण स्वीकृत नहीं हो पाता है. इन समस्याओं को देखते हुए हमने कैंप लगाने के निर्देश दिए हैं, जहां सरकार के अधिकारी और बैंक अधिकारी मौके पर ही फार्म भरने और अन्य औपचारिकताएं पूरी करने में सहायता करेंगे.

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समूहों की सहायता पर विचार: मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में उद्यमियों के साथ ही महिला स्वयं सहायता समूहों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा है. राज्य सरकार विचार करेगी कि कोरोना काल में प्रभावित महिला स्वयं सहायता समूहों की किस प्रकार सहायता की जा सकती है. रक्षा बंधन तक इस संबंध में कुछ न कुछ निर्णय लिया जाएगा.

वैक्सीन के लिए जागरूकता: मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में मुफ्त वैक्सीन, सबको वैक्सीन अभियान शुरू किया है. उत्तराखंड में सरकार आगामी चार माह में शत प्रतिशत वैक्सीनेशन के लक्ष्य के साथ काम कर रही है. मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं से अपने आसपास के लोगों को वैक्सीन के प्रति जागरूक किए जाने का आह्वान किया.

वहीं, कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों के बैंक लिंकेज, वैल्यू एडीशन, प्रशिक्षण और गुणवत्ता सुधार पर विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है. निर्धारित लक्ष्यों को समय से पूरा करना सुनिश्चित किया जाए. अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार ने बताया कि दीनदयाल अन्त्योदय राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन 13 जिलों के 95 विकासखंडों में संचालित की जा रही है.

33 हजार से अधिक महिला स्वयं सहायता समूह इससे जुड़े हैं. लगभग 2.5 लाख महिलाएं इन समूहों की सदस्य हैं. प्रत्येक समूह को 10 से 15 हजार रुपए की राशि का रिवॉल्विंग फंड उपलब्ध करवाया जाता है.

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