देहरादून: उत्तराखंड में चुनाव बेहद करीब हैं और इसी के साथ दल-बदल का दौर शुरू हो चुका है. अबतक बीजेपी अपना खेमा भरने में लगी थी और अब बारी कांग्रेस की है. बीजेपी को बड़ा झटका देते हुए मंत्री यशपाल आर्य बेटे संजीव संग 'फिर से हाथ का साथ' देने आ गए हैं. इस पर जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की प्रतिक्रिया जाननी चाही तो उन्होंने शायराना अंदाज में जवाब दिया.
बीजेपी छोड़ घर वापसी करने वाले मंत्री यशपाल आर्य पर सत्ताधारी पार्टी की ओर से बयान आने शुरू हो चुके हैं. सबसे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बयान सामने आया है. मुख्यमंत्री धामी ने शायराना अंदाज में कहा कि, 'जाने वाले को कहां रोक पाया है कोई, ऐ जाने वाले तुझे और रोकने वाला नहीं कोई'.
सीएम ने कहा कि यशपाल आर्य का पार्टी छोड़कर जाना इस बात को दिखाता है कि उन्होंने अपने व्यक्तिगत हित को ऊपर रखा है. बीजेपी में सभी लोगों को उनका उचित सम्मान दिया जाता है, और पार्टी की एक कार्यशैली और विचारधारा है. बीजेपी की ये खास बात है कि यहां पर संगठन में सबसे पहले राष्ट्र को, उसके बाद पार्टी को, और आखिरी में व्यक्तिगत हितों को रखा जाता है.
कुमाऊं क्षेत्र में भाजपा को लगे इस बड़े झटके के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि पार्टी में किसी के जाने से और किसी के आने से कोई खास फर्क नहीं पड़ता. पार्टी अपनी रीति नीति और विचारधारा पर काम करती है. पार्टी में किसी चेहरे का कोई खास असर देखने को नहीं मिलता है.
गौर हो कि उत्तराखंड की राजनीति में आज बड़ा उलटफेर हुआ है. बीजेपी सरकार में कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने पार्टी छोड़ दी है. आर्य ने कांग्रेस में वापसी की है. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह व पूर्व सीएम हरीश रावत की उपस्थिति में प्रेस कांफ्रेंस करके विधिवत इसकी घोषणा की गई. इसके बाद सभी राहुल गांधी से मिले. इस दौरान यशपाल ने राहुल गांधी को एक पौधा भेंट दिया. 2022 चुनाव से ठीक पहले यशपाल आर्य की घर वापसी बीजेपी के लिए बड़ा झटका है.
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साल 2016 में सतपाल महाराज, हरक सिंह रावत, विजय बहुगुणा, अमृता रावत, शैलेंद्र मोहन, कुंवर प्रणव चैंपियन, सुबोध उनियाल, प्रदीप बत्रा, और उमेश शर्मा काऊ कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे. तब बीजेपी ने यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव को प्रत्याशी भी बनाया था, दोनों ने जीत भी दर्ज की थी. इसके बाद बीजेपी सरकार ने यशपाल आर्य को कैबिनेट मंत्री भी बनाया गया. अब 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले फिर राज्य में सियासी घटनाक्रम तेजी से बदल रहे हैं.