देहरादून: उत्तराखंड में जमीनों के सर्किल रेट फिर से बढ़ने की संभावना प्रबल होती नजर आ रही है. जानकारी के मुताबिक 25%-30% सर्किल रेट में बढ़ोतरी हो सकती है. कृषि योग्य भूमि से लेकर व्यवसायिक भूमि तक के सर्किल रेट बढ़ाने की कवायद राजस्व विभाग द्वारा पूरी की जा रही है. ऐसे में जमीनों के रेट में एक बार फिर तेजी देखी जा सकती है. जमीनों के सर्किल रेट बढ़ने से आवासीय भवनों से लेकर व्यवसायिक भवनों की खरीद-फरोख्त में तेजी आना स्वभाविक है.
जमीनों के सर्किल रेट बढ़ने की संभावना को देखते हुए अचानक कृषि और आवासीय भूमि में खरीद-फरोख्त तेज हो गई है. देहरादून के राजपुर रोड, रायपुर स्टेडियम, जीएमएस रोड, मसूरी रोड, चकराता रोड सहित अन्य रिहायशी इलाकों में भवनों से जुड़े व्यवसायियों की सक्रियता बढ़ गई है. रायपुर स्थित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के आसपास के इलाकों में भी खरीद-फरोख्त की तेजी देखी जा रही है.
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उधर, कृषि योग्य भूमि के भी सर्किल रेट बढ़ने की संभावना को देखते हुए शिमला बाईपास, पांवटा साहिब रोड, सहारनपुर रोड, रुड़की रोड, हरिद्वार रोड सहित अन्य हाईवे से जुड़ने वाले ग्रामीण इलाकों में कृषि भूमि के खरीदारी में भी हलचल तेज हो गई.
देहरादून के इन मुख्य क्षेत्र में बढ़ सकते हैं सर्किल रेट
- देहरादून जनपद के अंतर्गत आने वाले हिमाचल रोड, शिमला बाईपास हाईवे, हरिद्वार हाईवे, डोईवाला क्षेत्र, हरबर्टपुर क्षेत्र, विकास नगर क्षेत्र में कृषि योग्य भूमि के सर्किल रेट बढ़ने तय माने जा रहे हैं.
- इसके अलावा उधम सिंह नगर, गदरपुर, रूद्रपुर, किच्छा, काशीपुर और जसपुर जैसे कृषि से जुड़े प्रमुख क्षेत्रों में सर्किल रेट बढ़ने के आसार पूरे हैं.
- टिहरी जनपद से जुड़े घनसाली, चंबा, देवप्रयाग, कीर्ति नगर, मलेथा और हिंडोलखाल जैसे कृषि योग्य क्षेत्रों में सर्किल रेट बढ़ने जा रहे हैं.
- उत्तरकाशी के चिन्यालीसौड़ बरकोट नौगांव में कृषि भूमि के रेट बढ़ेंगे.
- चमोली जिले के गडोरा, बाटाला, रुद्रप्रयाग के मल्ला-तल्ला जैसे कृषि भूमि में भी रेट बढ़ने की संभावना नजर आ रही है.
- अल्मोड़ा जिले के अंतर्गत आने वाले कृषि योग्य भूमि क्षेत्र भोंनखाल, सल्ट, मसरोंन.
- बागेश्वर जिले में मतरोला, सैंज, घटबगढ़.
- पिथौरागढ़ जिले में टिकोट, पिपली गांव, मलान. डीडीहाट
- चंपावत में भी कृषि व व्यवसायिक भूमियों के सर्किल रेट बढ़ सकते हैं.
- उत्तराखंड में भूमि के सर्किल रेट बढ़ाने से स्टांप ड्यूटी में भी बढ़ोतरी हो जाएगी, जबकि रजिस्ट्री रेट भी पहले से अधिक हो जाएगा.