विकासनगर: चकराता छावनी के ग्रामीण इन दिनों पेयजल किल्लत से जूझ रहे हैं. पिछले दो वर्षों से लगातार बनी पेयजल की समस्या से चकराता से कई परिवार पलायन कर चुके हैं. चकराता के ग्रामीणों को मात्र एक घंटे पेयजल की आपूर्ति होती है. जबकि एक पेयजल लाइन अन्य स्रोत से भी जोड़ी गई है. बावजूद इसके पेयजल समस्या जस की तस बनी हुई है. जबकि चकराता वासियों को पेयजल व्यवस्था कैंट बोर्ड देता है. लेकिन पेयजल की देखरेख व सप्लाई सीपीडब्ल्यूडी के अधीन हैं.
कैंट बोर्ड सीपीडब्ल्यूडी को पेयजल लाइन से पेयजल सप्लाई को दुरुस्त करने में कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है. जबकि चकराता छावनी में सिविल की आबादी लगभग ढाई हजार के आसपास है. वहीं चकराता पर्यटन की दृष्टि से भी एक महत्वपूर्ण स्थल है, पेयजल की किल्लत के कारण स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटन पर भी काफी असर पड़ रहा है.
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चकराता के स्थानीय निवासी अनिल चांदना ने बताया कि पिछले दो वर्षों से चकराता में पेयजल की काफी समस्या है. ऐसी समस्या पिछले कई वर्षों से नहीं देखी. बताया कि यहां की पेयजल की सप्लाई सीपीडब्ल्यूडी द्वारा कैंट बोर्ड द्वारा की जाती है. कैंट बोर्ड छावनी वासियों को पेयजल सप्लाई करता है, लेकिन इन दिनों व्यवस्था चरमराई हुई है. ऐसे में चकराता छावनी की पेयजल व्यवस्था जल संस्थान को देनी चाहिए. ताकि जल संस्थान चकराता वासियों को पेयजल की आपूर्ति करा सकें.