देहरादून: पहाड़ों की रानी मसूरी का दीदार करने के लिए अब पर्यटकों को जल्द ही सेस चुकाना पड़ सकता है. सेस कितना वसूला जाएगा इसे निर्धरित करने की जिम्मेदारी एमडीडीए को सौंपी गई है. मसूरी में पर्यटन सुविधाओं पर सेस लगाने का मुख्य उद्देश्य पर्यटक सुविधाओं और स्थानीय व्यापारियों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाना है.
एमडीडीए के उपाध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि सचिव आवास के निर्देश पर पर्यटक सुविधाओं पर सेस लगाने के प्रस्ताव पर कार्य शुरू कर दिया गया है. जल्दी ही प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेज दिया जाएगा. वहीं, शासन से स्वीकृति मिलते ही इसे मसूरी की पर्यटन सुविधाओं पर लागू कर दिया जाएगा.
बता दें कि भविष्य में मसूरी आने वाले पर्यटक मामूली सेस देकर ई-वाहनों में मुफ्त यात्रा कर सकेंगे. साथ ही होटल में ठहरने रेस्टोरेंट में खाना खाने, रोप-वे यात्रा करने पर पर्यटकों से सेस वसूला जाएगा. हालांकि कितना सेस वसूला जाएगा फिलहाल यह निर्धारित नहीं किया गया है.