ETV Bharat / state

छात्रवृत्ति घोटालाः नैनीताल के एक और शिक्षण संस्थान के खिलाफ मुकदमा दर्ज

नैनीताल जिला समाज कल्याण अधिकारी की ओर से उत्तर प्रदेश के छुटमलपुर, कमानपुर और सहारनपुर के कृष्णा आईटीआई में एससी और एसटी के छात्रों के नाम पर घोटाले का मामला सामने आया है. जिसमें समाज कल्याण अधिकारी ने 7 छात्रों के नाम पर 2 करोड़ 89 लाख रुपये के चेक पंजाब नेशनल बैंक की शाखा फतेहपुर (सहारनपुर) के प्रबंधन को जारी किए थे.

पुलिस मुख्यालय
author img

By

Published : Sep 30, 2019, 11:58 PM IST

देहरादूनः प्रदेश की बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले में एसआईटी ने जांच तेज कर दी है. इसी कड़ी में एसआईटी ने मामले में नैनीताल के एक और शिक्षण संस्थान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. आरोप है कि नैनीताल की इस शिक्षण संस्थान ने आईटीआई संस्थान के नाम पर यूपी के सहारनपुर, छुटमलपुर और कमानपुर में फर्जीवाड़ा किया है. साथ ही इन संस्थानों में फर्जी दस्तावेज और दाखिला दिखाकर छात्रवृत्ति की रकम डकारने का काम किया है.

छात्रवृत्ति घोटाला में एक और मुकदमा दर्ज.

एसआईटी आईजी संजय गुंज्याल के मुताबिक, नैनीताल जिला समाज कल्याण अधिकारी की ओर से उत्तर प्रदेश के छुटमलपुर, कमानपुर और सहारनपुर के कृष्णा आईटीआई में एससी और एसटी के छात्रों के नाम पर घोटाला किया है. जिसमें समाज कल्याण अधिकारी ने 7 छात्रों के नाम पर 2 करोड़ 89 लाख रुपये के चेक पंजाब नेशनल बैंक की शाखा फतेहपुर (सहारनपुर) के प्रबंधन को जारी किए थे.

ये भी पढ़ेंः ज्यादा रुपये कमाने के लालच में महिला ने गंवाए 5 लाख रुपये, अब आरोपियों को तलाश रही पुलिस

जांच पड़ताल में सामने आया है कि दूसरी अन्य योजनाओं का लाभ दिलाने का लालच देकर संबंधित छात्र- छात्राओं से उनकी शैक्षिक दस्तावेज प्राप्त किए गए. जिसके आधार पर उनका एडमीशन यूपी के कमालपुर और छुटमलपुर कृष्णा आईटीआई में दिखाया गया. इसके बाद सामान्य वर्ग के छात्रों को फर्जी तरीके से एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग में शामिल किया गया. वहीं, कॉलेज संचालकों ने बिचौलियों के जरिए और बैंक कर्मियों से साठगांठ कर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर छात्रवृत्ति का घोटाला कर बंदरबांट की.

वहीं, गुंज्याल की मानें तो उनकी अध्यक्षता में प्रदेश के 11 जिलों के लिए एसआईटी टीम गठित की गई है. इस टीम ने 26 सितंबर 2019 से अब तक घोटाले मामले में धोखाधड़ी करने वाले शिक्षण संस्थानों और अन्य लोगों के खिलाफ 8 मुकदमें दर्ज कर लिए हैं. इनमें से 4 उधमसिंह नगर, 3 नैनीताल और एक टिहरी गढ़वाल के शिक्षण संस्थान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया, जिनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.

देहरादूनः प्रदेश की बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले में एसआईटी ने जांच तेज कर दी है. इसी कड़ी में एसआईटी ने मामले में नैनीताल के एक और शिक्षण संस्थान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. आरोप है कि नैनीताल की इस शिक्षण संस्थान ने आईटीआई संस्थान के नाम पर यूपी के सहारनपुर, छुटमलपुर और कमानपुर में फर्जीवाड़ा किया है. साथ ही इन संस्थानों में फर्जी दस्तावेज और दाखिला दिखाकर छात्रवृत्ति की रकम डकारने का काम किया है.

छात्रवृत्ति घोटाला में एक और मुकदमा दर्ज.

एसआईटी आईजी संजय गुंज्याल के मुताबिक, नैनीताल जिला समाज कल्याण अधिकारी की ओर से उत्तर प्रदेश के छुटमलपुर, कमानपुर और सहारनपुर के कृष्णा आईटीआई में एससी और एसटी के छात्रों के नाम पर घोटाला किया है. जिसमें समाज कल्याण अधिकारी ने 7 छात्रों के नाम पर 2 करोड़ 89 लाख रुपये के चेक पंजाब नेशनल बैंक की शाखा फतेहपुर (सहारनपुर) के प्रबंधन को जारी किए थे.

ये भी पढ़ेंः ज्यादा रुपये कमाने के लालच में महिला ने गंवाए 5 लाख रुपये, अब आरोपियों को तलाश रही पुलिस

जांच पड़ताल में सामने आया है कि दूसरी अन्य योजनाओं का लाभ दिलाने का लालच देकर संबंधित छात्र- छात्राओं से उनकी शैक्षिक दस्तावेज प्राप्त किए गए. जिसके आधार पर उनका एडमीशन यूपी के कमालपुर और छुटमलपुर कृष्णा आईटीआई में दिखाया गया. इसके बाद सामान्य वर्ग के छात्रों को फर्जी तरीके से एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग में शामिल किया गया. वहीं, कॉलेज संचालकों ने बिचौलियों के जरिए और बैंक कर्मियों से साठगांठ कर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर छात्रवृत्ति का घोटाला कर बंदरबांट की.

वहीं, गुंज्याल की मानें तो उनकी अध्यक्षता में प्रदेश के 11 जिलों के लिए एसआईटी टीम गठित की गई है. इस टीम ने 26 सितंबर 2019 से अब तक घोटाले मामले में धोखाधड़ी करने वाले शिक्षण संस्थानों और अन्य लोगों के खिलाफ 8 मुकदमें दर्ज कर लिए हैं. इनमें से 4 उधमसिंह नगर, 3 नैनीताल और एक टिहरी गढ़वाल के शिक्षण संस्थान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया, जिनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.

Intro:summary- समाज कल्याण विभाग अधिकारियों की मिलीभगत से चर्चित करोड़ों के छात्र भी घोटाले में नैनीताल के एक और शिक्षण संस्थान के खिलाफ मुकदमा दर्ज। यूपी के सहारनपुर, छुटमलपुर व कमालपुर के आईटीआई संस्थान के नाम पर करोड़ो का घोटाले का फर्जीवाड़ा।

उत्तराखंड नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश पर 11 जनपदों (देहरादून वह हरिद्वार को छोड़कर) वर्ष 2012-16 के दौरान करोड़ों के छात्रवृत्ति घोटाले की अलग से गठित की गई एसआईटी जांच टीम ने नैनीताल जनपद के एक और घोटालेबाज शिक्षण संस्थान के खिलाफ भीमताल थाने में संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। आरोप है कि नैनीताल की इस शिक्षण संस्थान द्वारा यूपी के सहारनपुर,छुटमलपुर कमालपुर स्थित "कृष्णा आईटीआई" में फर्जी दाखिला दिखाकर विभिन्न जनपदों के छात्रों को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नैनीताल जिला समाज कल्याण अधिकारी से 2 करोड़ 89 लाख ₹100 की छात्रवृत्ति रक़म हड़पने का कार्य किया।
एसआईटी की प्रारंभिक जांच में 7 एसटी-एससी छात्रों का जब सत्यापन किया गया तो पता चला कि,इनके द्वारा ना तो नैनीताल के संबंधित संस्थान में दाखिला लिया गया और ना ही उन्हें छात्रवृत्ति के रुपए मिले... इसी पड़ताल के आधार पर एसआईटी ने नैनीताल संस्थान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर अब अन्य छात्रों के लिस्ट का सत्यापन अलग-अलग जनपदों में जांच शुरू कर दिया है।


Body:एसआईटी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के छुटमलपुर व कमालपुर स्थित कृष्णा आईटीआई संस्थान की शिकायत थी कि इसमें विभिन्न जनपदों के एसटी- एसटी और ओबीसी वर्ग छात्रों के संस्थान में फर्जी दाखिला देकर दिला कर घोटाला किया गया है।

घोटाले की रकम शिक्षण संस्थानों के साथ जिला कल्याण और बैंकों कर्मियों व दलालों के बीच हुई बंदरबांट

एसआईटी आईजी संजय गुंज्याल के मुताबिक नैनीताल जिला समाज कल्याण अधिकारी की ओर से उत्तर प्रदेश के छुटमलपुर व सहारनपुर के कृष्णा आईटीआई कमालपुर के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के 7 छात्रों के नाम पर कुल 2 करोड़ 89 लाख ₹100 के चेक पंजाब नेशनल बैंक शाखा फतेहपुर सहारनपुर के प्रबंधन को जारी किए गए थे।
जांच पड़ताल के दौरान जानकारी सामने आई कि दूसरी अन्य योजनाओं का लाभ दिलाने का लालच देकर संबंधित छात्र छात्राओं से उनकी शैक्षिक दस्तावेज प्राप्त किए गए जिसके आधार पर उनका एडमिशन यूपी के कमालपुर व छुटमलपुर कृष्णा आईटीआई में दर्शाया गया.. इसके बाद सामान्य वर्ग के छात्रों को फर्जी तरीके से एससी एसटी और ओबीसी वर्ग में शामिल दर्शाया गया कॉलेज संचालकों ने बिचौलियों के माध्यम और बैंक कर्मियों से सांठगांठ कर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर छात्रवृत्ति सरकारी धन का घोटाला कर बंदरबांट की।


Conclusion:SIT आईजी संजय गुंज्याल के मुताबिक उनकी अध्यक्षता में प्रदेश के 11 जिलों के लिए गठित की गई एसआईटी टीम ने 26 सितंबर 2019 से अब तक इस घोटाले मामले में धोखाधड़ी करने वाले शिक्षण संस्थानों व अन्य लोगों के विरुद्ध कुल 8 मुकदमे दर्ज कर लिए हैं। इनमें से 4 उधमसिंह नगर,3 नैनीताल और एक टिहरी गढ़वाल के शिक्षण संस्थान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू की है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.