देहरादून: उत्तराखंड के चर्चित शिक्षक भर्ती घोटाले में 14 और आरोपित शिक्षकों के खिलाफ रुद्रप्रयाग में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. इन 14 शिक्षकों के शैक्षिक योग्यता वाले प्रमाण पत्रों की जांच अपर पुलिस अधीक्षक सीआईडी देहरादून द्वारा की जा रही थी. जांच में सभी दस्तावेज फर्जी पाए गए हैं. इसी के आधार उत्तराखंड गृह विभाग और मुख्यालय के आदेश पर सभी 14 शिक्षकों के खिलाफ रुद्रप्रयाग में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. इस मामले में अब तक 80 शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा चुका है.
उत्तराखंड में साल 2012 से 2016 तक हुए भर्ती घोटाले में इन 14 और शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है. सभी शिक्षक रुद्रप्रयाग जनपद के ही रहने वाले हैं. जिनके नाम कांति प्रसाद, संगीता विश्व, मोहनलाल, महेश सिंह, राकेश सिंह, माया सिंह, विजय सिंह, वीरेंद्र सिंह, जगदीश लाल, राजू लाल, संग्राम सिंह, मुल्क राज, रघुवीर सिंह और महेंद्र सिंह हैं.
सीआईडी के अधीन एसआईटी की ओर से अब तक फर्जी शिक्षक घोटाले में आरोपी लोगों के खिलाफ विधिक कार्रवाई के लिए 120 रिपोर्ट उत्तराखंड शिक्षा महानिदेशक को प्रेषित की जा चुकी हैं. इसमें से 68 अभियोग के तहत कुल 80 शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है. साल 2012 से 2016 तक नियुक्त कुल 9,602 शिक्षक जांच के दायरे में हैं.
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उनके नियुक्ति संबंधी कुल अभिलेख दस्तावेज 64,641 हैं, जिसमें से 35,722 अभिलेखों का सत्यापन कराया जा चुका है. शेष 28,916 अभिलेखों के सत्यापन की कार्रवाई चल रही है. वर्तमान में सीआईडी के अधीन कार्य कर रही एसआईटी का नेतृत्व अपर पुलिस अधीक्षक लोकगीत सिंह कर रहे हैं. उनके नेतृत्व में 8 इंस्पेक्टर हैं, जिसमें से देहरादून सेक्टर के चार और हल्द्वानी सेक्टर के चार जांचकर्ता नियुक्त हैं.