देहरादून: सोशल मीडिया पर आजकल रील्स बनाने का चलन बड़ी तेजी से चल रहा है. फिल्मी गानों पर रील्स बनाकर सोशल मीडिया पर लोग खूब लाइक और कमेंट पा रहे हैं. वहीं, इस काम में उत्तराखंड के नेता भी पीछे नहीं हैं. सोशल मीडिया पर इन दिनों उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्रियों का भी रील्स खूब देखा रहा है. वो बात अलग है की मंत्री जी किसी गाने पर नहीं, बल्कि अपने भाषणों का रील्स बना कर डाल रहें है. वहीं, एक मंत्री अपनी बैठक या किसी भी कार्यक्रम में जाते वक्त अपने कॉलर पर कॉर्डलेस माइक लगाते दिख रहे हैं. मतलब साफ है कि उत्तराखंड के मंत्री अब हाईटेक हो रहे हैं.
रील्स में दिखें सौरभ बहुगुणा: उत्तराखंड के मंत्रियों में सबसे पहले हम बात पूर्व मुख्यमंत्री रहे विजय बहुगुणा के बेटे सौरभ बहुगुणा की करते हैं. सौरभ उत्तराखंड सरकार में युवा मंत्रियों में से एक हैं. राज्य सरकार में वो पशुपालन और कौशल विकास जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय संभाल रहे हैं. पिता से विरासत में मिली राजनीति को वह अपने काम में भी बखूबी दिखा रहे हैं. अपने सधे हुए बयान और एक शिक्षित नेता की तरह उनकी कार्य शैली, उन्हें कैबिनेट में थोड़ा अलग बना रही है, इन दिनों वह अपने भाषणों के कुछ अंश का रील्स बनाने के चलते चर्चाओं में हैं. बहुगुणा के अधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर हर रोज कुछ ना कुछ ऐसा कंटेंट जरूर डाल जा रहा है, जो उनको सोशल मीडिया पर एक नई पहचान दे रहा है.
सोशल मीडिया में एक्टिव बहुगुणा: कार्यक्रमों में मंच से दिए गए भाषण का कुछ अंश उनकी रील्स वीडियो में दिखाई दे रहा है. रंग-बिरंगे इफेक्ट और स्लो मोशन में कार्रवाई करते हुए उनके वीडियो फेसबुक पर लगातार पोस्ट हो रहे हैं. मंत्री बहुगुणा की इन वीडियो को देखकर कोई भी यह अंदाजा लगा सकता है कि उन्होंने युवाओं के पैटर्न पर लोगों को लुभाने के लिए इस तरह से छोटे छोटे रील्स बना रहे हैं. वहीं, सोशल मीडिया पर उनका यह अंदाज लोगों को खूब पसंद आ रहा है.
कौन हैं सौरभ बहुगुणा: बेहद शांत स्वभाव के सौरभ बहुगुणा पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के बेटे और हेमवती नंदन बहुगुणा के पोते हैं. वह पूर्व गोल्फ टीम के खिलाड़ी भी रहे हैं. अभी वह उत्तराखंड की कुमाऊं जनपद की सितारगंज सीट से विधायक हैं, वह पेशे से वकील भी. वर्तमान में वह धामी सरकार में कैबिनेट मंत्री की भूमिका निभा रहे हैं.
मंत्री भी हो रहे है हाईटेक: हाईटेक होने के मामले में सौरभ बहुगुणा अकेले ही नहीं है, बल्कि उत्तराखंड सरकार में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज भी पीछे नहीं है. अपनी अनोखी परिधान और अपने ज्ञान को लेकर अलग पहचान रखने वाले सतपाल महाराज वैसे तो किसी परिचय के मोहताज नहीं है. मौजूदा समय में सतपाल महाराज उत्तराखंड सरकार में महत्वपूर्ण मंत्रालय संभाल रहे हैं. उनके पास पर्यटन, संस्कृति और सिंचाई जैसे बड़े मंत्रालय तो है ही. साथ ही हरिद्वार जनपद के वह प्रभारी मंत्री भी हैं. स्वभाविक है कि मंत्रालय ज्यादा है तो बैठकें भी ज्यादा करनी पड़ रही हैं. ऐसे में हर बैठक, हर कार्रवाई के दौरान मंत्री जी का एक अलग अंदाज देखने के लिए मिल रहा है.
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सतपाल महाराज की कॉलर पर माइक: बीते साल जब सतपाल महाराज पौड़ी के एक अस्पताल में पहुंचकर औचक निरीक्षण कर रहे थे, तब उनकी कॉलर पर एक कॉर्डलेस माइक देखा गया था. मंत्री जी के कॉलर पर लगे माइक की वजह से कार्रवाई में कहे जा रहे उनके एक-एक शब्द को हर किसी ने सुना. हालांकि, बाद में उस कार्रवाई का नतीजा कुछ नहीं निकला. उसके बाद तमाम बैठक हो या औचक निरीक्षण सतपाल महाराज के कॉलर पर कॉर्डलेस माइक देखा जा रहा है. मंत्री जी इस माइक के जरिए अधिकारियों को कुछ भी कहते उनकी साफ आवाज कैमरे में कैद होती है. जो महत्वपूर्ण वीडियो, मीडिया में रिलीज किए जाने के साथ ही सोशल मीडिया पर डाले जा रहे हैं. सतपाल महाराज और सौरभ बहुगुणा को देखकर यह साफ लगता है कि नेताजी जानते हैं कि किस तरह से जनता का ध्यान अपनी ओर खींचा जा सकता है.
सोशल मीडिया की ताकत से अधिकारी अंजान: उत्तराखंड में हर मंत्री और विधायक सोशल मीडिया पर खूब एक्टिव हैं. इसकी एक वजह यह भी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार अपने नेताओं से सोशल मीडिया पर जनता से संवाद बनाए रखने की अपील करते रहे हैं. वहीं, दूसरी और उत्तराखंड में नौकरशाहों की हालत ऐसी है कि त्रिवेंद्र से लेकर तीरथ और अब धामी मुख्यमंत्री हो जाने के बाद भी लगातार सरकार नौकरशाहों से यह कह रही है कि वह ट्विटर, फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से जनता की आवाज सुने, लेकिन हैरानी इस बात की है कि उत्तराखंड में कई अधिकारी ऐसे हैं, जिन्हें सोशल मीडिया चलाना तक नहीं आता. जो अधिकारी सोशल मीडिया चला रहे हैं. वह कभी उसका इस्तेमाल करते ही नहीं. ऐसे में सोशल मीडिया जनता की आवाज सरकार तक पहुंचाने के लिए एक बेहतर साधन हो सकता है. बशर्ते अधिकारियों को यह बात समझनी होगी.