देहरादून: राज्य के औद्योगिक विकास मंत्री गणेश जोशी ने आईटी पार्क स्थित सिडकुल कार्यालय में सिडकुल की समीक्षा बैठक ली. सिडकुल के नवनियुक्त एमडी राहुल मीणा ने पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया. अधिकारियों ने विभागीय मंत्री को अवगत कराया कि राज्य में अब तक हरिद्वार, पंतनगर, कोटद्वार, सेलाकुई, काशीपुर, सितारगंज और टिहरी में मदन नेगी औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए गए हैं.
कैबिनेट मंत्री ने सिडकुल की आय के स्रोतों और देनदारियों की स्थिति को जानने के साथ ही अधिकारियों को निर्देशित किया कि घाटे को न्यूनतम करते हुए खत्म करने और उसके बाद लाभ की ओर ले जाने की कार्यशैली पर काम किया जाए. सिडकुल द्वारा लिए गए लोन की वजह से सालाना पैदा होने वाले ब्याज के भार को कम करने के लिए लोन के कुछ भाग का भुगतान बैंक को अति शीघ्र किया जाना चाहिए.
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गणेश जोशी ने सभी अधिकारियों से पूछा कि वे बताएं कि राज्य में उद्योग क्यों नहीं आ रहे हैं ? उन्होंने कहा राज्य के औद्योगिक विकास के लिए जारी की गई ‘औद्योगिक विकास स्कीम-2017’ के बाद हुए बदलावों से राज्य में औद्योगिकीकरण को जो बढ़ावा मिला था, उस मूवमेंटम को जारी रखने के लिए उद्योग फ्रेंडली माहौल तैयार किया जाए.
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उन्होंने कहा सेलाकुई में प्रस्तावित फार्मा सिटी-2 को चरितार्थ करने के लिए सिडकुल के स्तर से पहल लेकर कार्य किया जाए, ताकि रिजल्ट आ सकें. विद्युत आपूर्ति के लिए ऊर्जा विभाग से समन्वय कर उद्योगों को निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पुख्ता व्यवस्था की जाये.
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गणेश जोशी ने बताया मेडिकल डिवाइस पार्क हरिद्वार की डीपीआर, डिपार्टमेंट ऑफ फार्मास्यूटिकल्स, भारत सरकार को भेजी जा चुकी है. इसका निरंतर फॉलोअप कर इस कार्य को मूर्त रूप दिया जाए. काशीपुर, में लगभग 133 एकड़ भूमि पर इलेक्ट्रॉनिकी विनिर्माण क्लस्टर में 170 करोड़ के निवेश से प्रस्तावित एंकर यूनिट की स्थापना के कार्य का शासन तथा भारत सरकार के स्तर पर लगातार फॉलोअप किया जाए. उन्होंने कहा कि राज्य में लकड़ी आधारित उद्योगों के लिए पर्याप्त कच्चा माल उपलब्ध है, इसलिए कुमाऊं तथा गढ़वाल मण्डल में एक-एक काष्ठ आधारित उद्योग स्थापित करने के लिए प्रस्ताव तैयार किया जाए.