देहरादून: प्रदेश में कोविड-19 के हालातों के बीच ग्राम प्रधानों की भूमिका काफी अहम हो गई है. प्रवासी उत्तराखंड वासियों के गांवों में पहुंचने से क्वारंटाइन की पूरी जिम्मेदारी ग्राम प्रधानों के हाथों में आ गयी है. ई-पंचायत सम्मेलन में पंचायतीराज मंत्री अरविंद पांडेय ने ग्राम प्रधानों को कोरोना वॉरियर बताकर उनके कामों की प्रशंसा की.
इससे पहले पंचायतीराज मंत्री अरविंद पांडेय ने सम्मेलन को वर्चुअल क्लास रूम से ऑनलाइन शुरू किया. इस दौरान प्रधानों ने बजट की व्यवस्था न होने को लेकर नाराजगी जाहिर की. साथ ही कई दूसरी समस्याओं को भी बताया.
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अरविंद पांडेय ने कहा कि सरकार प्रधानों की समस्याओं को लेकर गंभीर है. मंत्री ने सभी ग्राम प्रधानों एवं उनकी टीम को 'फ्रंट लाइन कोरोना वारियर्स' बताया. कहा कि संपूर्ण प्रदेश में कोरोना संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम हेतु सभी अपने जीवन को दांव पर लगाकर लोगों की मदद कर रहे हैं, जो आगे भी करते रहेंगे.