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चार ब्रांडेड कंपनियों के दूध के सैंपल हुए फेल, कार्रवाई में जुटा खाद्य सुरक्षा विभाग - देहरादून न्यूज

उत्तराखंड में चार सबसे बड़े ब्रांडेड कंपनी पतंजलि, निरया, अमूल गोल्ड और हेरिटेज ब्रांड के दूध के सैंपल फेल पाए गए हैं. जिस पर उत्तराखंड खाद्य सुरक्षा विभाग अब इन कंपनियों के खिलाफ एडीएम कोर्ट में वाद दायर करने जा रहा है.

milk samples failed in uttarakhand
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Published : Jul 11, 2019, 1:38 AM IST

Updated : Jul 11, 2019, 5:30 AM IST

देहरादूनः उत्तराखंड में नामी ब्रांडेड कंपनियों के दूध के सैंपल स्टैंडर्ड मानकों के अनुसार फेल पाए गए हैं. खाद्य सुरक्षा विभाग ने रुद्रपुर लैब से आई रिपोर्ट में इसकी पुष्टि की है. वहीं, विभाग अब कंपनियों के खिलाफ एडीएम कोर्ट में वाद दायर करने जा रहा है. जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

जानकारी देते खाद्य सुरक्षा अधिकारी जीसी कंडवाल.

बता दें कि उत्तराखंड खाद्य सुरक्षा विभाग ने एक ड्राइव अभियान के तहत तीन महीने पहले बाजार से पैकेट बंद दूध और खुले दूध के 68 सैंपल लेकर रुद्रपुर लैब में भेजे गए थे. जिनमें 25 सैंपल के रिपोर्ट आने के बाद चार ब्रांडेड कंपनियों के पैकेट बंद दूध सैंपल स्टैंडर्ड मानकों के अनुसार फेल पाए गए हैं.

ये भी पढ़ेंः शिक्षक-पुस्तक आंदोलन पर बोले उच्च शिक्षा मंत्री, 6 हजार छात्रों को एक लाख पुस्तकें दी गई हैं

जिनमें चार सबसे बड़े ब्रांडेड कंपनी पतंजलि, निरया, अमूल गोल्ड और हेरिटेज ब्रांड शामिल हैं. जो सरकारी मानकों के अनुसार फेल पाए गए हैं. लैब से आई रिपोर्ट के अनुसार फेल हुए दूध सैंपल में फैट की मात्रा काफी कम है. साथ ही इनमें पानी की मिलावट भी पाई गई है. हालांकि यह दूध सेहत के लिए हानिकारक नहीं पाए गए हैं.

सैंपल फेल होने वाली कंपनियों के खिलाफ जल्द कानूनी कार्रवाई होगी : खाद्य सुरक्षा विभाग
बाजार में ग्राहकों को बेहतर क्वालिटी देने का दावा पेश करने वाली इन कंपनियों के सैंपल लैब टेस्ट में फेल होने के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग सख्त हो गई है. विभाग इन कंपनियों के खिलाफ एडीएम कोर्ट में वाद दायर कर आगे की कानूनी कार्रवाई करने में जुट गया है.

दूध में फैट की मात्रा कम, लेकिन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं: खाद्य सुरक्षा अधिकारी
खाद्य सुरक्षा अधिकारी जीसी कंडवाल ने बताया कि बाजार में बिकने वाली दूध से बने सभी तरह के सामग्री के सैंपलों की परीक्षण के लिए लैब भेजा जा रहा है. जिन कंपनियों के सैंपल स्टैंडर्ड मानकों के मुताबिक फेल हुए हैं, उनमें फैट की मात्रा कम पाई गई है. साथ ही कहा कि दूध की क्वालिटी भी कंपनी दावे के अनुरुप हल्की मिली है, हालांकि दूध में कोई रासायनिक मिलावट नहीं पाई गई है. जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं हैं.

उन्होंने बताया कि गुरुवार से देहरादून के डिफेंस कॉलोनी रेजिडेंट्स वेलफेयर सोसायटी में मिल्क एनालाइजर के जरिए दूध की गुणवत्ता और मानकों की चेकिंग के साथ परीक्षण की सुविधा उपलब्ध होगी. साथ ही कहा कि इस अभियान के तहत डिफेंस कॉलोनी के बाद शहर के अन्य कालोनियों में विभाग और गुणवत्ता जांच एजेंसी अभियान चलाएगी. जिसमें दूध का परीक्षण कर उपभोक्ता को उससे संबंधित जानकारी देने के साथ उन्हें जागरुक किया जाएगा.

देहरादूनः उत्तराखंड में नामी ब्रांडेड कंपनियों के दूध के सैंपल स्टैंडर्ड मानकों के अनुसार फेल पाए गए हैं. खाद्य सुरक्षा विभाग ने रुद्रपुर लैब से आई रिपोर्ट में इसकी पुष्टि की है. वहीं, विभाग अब कंपनियों के खिलाफ एडीएम कोर्ट में वाद दायर करने जा रहा है. जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

जानकारी देते खाद्य सुरक्षा अधिकारी जीसी कंडवाल.

बता दें कि उत्तराखंड खाद्य सुरक्षा विभाग ने एक ड्राइव अभियान के तहत तीन महीने पहले बाजार से पैकेट बंद दूध और खुले दूध के 68 सैंपल लेकर रुद्रपुर लैब में भेजे गए थे. जिनमें 25 सैंपल के रिपोर्ट आने के बाद चार ब्रांडेड कंपनियों के पैकेट बंद दूध सैंपल स्टैंडर्ड मानकों के अनुसार फेल पाए गए हैं.

ये भी पढ़ेंः शिक्षक-पुस्तक आंदोलन पर बोले उच्च शिक्षा मंत्री, 6 हजार छात्रों को एक लाख पुस्तकें दी गई हैं

जिनमें चार सबसे बड़े ब्रांडेड कंपनी पतंजलि, निरया, अमूल गोल्ड और हेरिटेज ब्रांड शामिल हैं. जो सरकारी मानकों के अनुसार फेल पाए गए हैं. लैब से आई रिपोर्ट के अनुसार फेल हुए दूध सैंपल में फैट की मात्रा काफी कम है. साथ ही इनमें पानी की मिलावट भी पाई गई है. हालांकि यह दूध सेहत के लिए हानिकारक नहीं पाए गए हैं.

सैंपल फेल होने वाली कंपनियों के खिलाफ जल्द कानूनी कार्रवाई होगी : खाद्य सुरक्षा विभाग
बाजार में ग्राहकों को बेहतर क्वालिटी देने का दावा पेश करने वाली इन कंपनियों के सैंपल लैब टेस्ट में फेल होने के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग सख्त हो गई है. विभाग इन कंपनियों के खिलाफ एडीएम कोर्ट में वाद दायर कर आगे की कानूनी कार्रवाई करने में जुट गया है.

दूध में फैट की मात्रा कम, लेकिन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं: खाद्य सुरक्षा अधिकारी
खाद्य सुरक्षा अधिकारी जीसी कंडवाल ने बताया कि बाजार में बिकने वाली दूध से बने सभी तरह के सामग्री के सैंपलों की परीक्षण के लिए लैब भेजा जा रहा है. जिन कंपनियों के सैंपल स्टैंडर्ड मानकों के मुताबिक फेल हुए हैं, उनमें फैट की मात्रा कम पाई गई है. साथ ही कहा कि दूध की क्वालिटी भी कंपनी दावे के अनुरुप हल्की मिली है, हालांकि दूध में कोई रासायनिक मिलावट नहीं पाई गई है. जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं हैं.

उन्होंने बताया कि गुरुवार से देहरादून के डिफेंस कॉलोनी रेजिडेंट्स वेलफेयर सोसायटी में मिल्क एनालाइजर के जरिए दूध की गुणवत्ता और मानकों की चेकिंग के साथ परीक्षण की सुविधा उपलब्ध होगी. साथ ही कहा कि इस अभियान के तहत डिफेंस कॉलोनी के बाद शहर के अन्य कालोनियों में विभाग और गुणवत्ता जांच एजेंसी अभियान चलाएगी. जिसमें दूध का परीक्षण कर उपभोक्ता को उससे संबंधित जानकारी देने के साथ उन्हें जागरुक किया जाएगा.

Intro:summary_ नामी ब्रांडेड कंपनियों के दूध सैंपल SNS स्टैंडर्ड मानकों के अनुसार हुए फेल, खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा सैंपलिंग के दौरान रुद्रपुर लैब से आई रिपोर्ट में हुई इसकी पुष्टि, कंपनियों के खिलाफ विभाग एडीएम कोर्ट में वाद दायर कर कार्रवाई करेगा।

उत्तराखंड खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा तीन माह पहले निरक्षण के लिए बाजार से उठाए गए चार ब्रांडेड कंपनियों के पैकेट बंद दूध सैंपल स्टैंडर्ड मानकों के अनुसार फेल पाए गए हैं। रुद्रपुर लैब से आयी रिपोर्ट के अनुसार फेल हुए दूध सैंपल में फैट की मात्रा बहुत कम है साथ ही इनमें पानी की मिलावट भी पाई गई है। खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा एक ड्राइव अभियान के तीन महीने पहले बाजार से पैकेट बंद दूध और खुले दूध के 68 सैंपल लेकर रुद्रपुर लैब में भेजे गए थे, जिसके बाद 25 सैंपल के रिपोर्ट आने के बाद उसमें से सबसे बड़े 4 ब्रांडेड कंपनी -पतंजलि, निरया ,अमूल गोल्ड व हेरिटेज ब्रांड वाली के सैंपल सरकारी SNS मानकों के अनुसार फेल पाए गए हैं। हालांकि यह दूध सेहत के लिए किसी तरह से हानिकारक नहीं पाए गए हैं।

सैंपल फेल होने वाली कंपनियों के खिलाफ जल्द कानूनी कार्रवाई होगी : खाद्य सुरक्षा विभाग

वही बाजार में ब्रांडेड कंपनियों द्वारा ग्राहकों को बेहतर क्वालिटी का दावा पेश कर पैकेटबंद दूध बेचने वाली इन कंपनियों के सैंपल मानकों के अनुसार लैब टेस्ट में फेल होने के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग इन कंपनियों के खिलाफ एडीएम कोर्ट में वाद दायर कर आगे की कानूनी कार्रवाई करने में जुट गया है।





Body:
दूध में फैट की मात्रा कम लेकिन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं यह दूध: खाद्य सुरक्षा अधिकारी

चार ब्रांडेड कंपनियों के पैकेट बंद दूध मानकों के अनुसार फेल पाए जाने पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी जीसी कंडवाल ने बताया कि विभाग लगातार बाजार में लगातार आ रहे दूध सामग्री से बने सभी तरह के सैंपल ओं को परीक्षण के लिए लैब भेज रहा है ऐसे में जिन कंपनियों के सैंपल SNS स्टैंडर्ड मानकों के अनुसार फेल हुए हैं उनमें फैट की मात्रा कम पाई गई है साथ ही दूध की क्वालिटी भी कंपनी दावे के अनुसार हल्की पाई गई है, हालांकि यह दूध स्वास्थ्य के लिए किसी तरह से हानिकारक नहीं पाए गए हैं। नाही इनमें कोई रासायनिक मिलावट पाई गई है।

बाइट- जीसी कंडवाल, खाद्य सुरक्षा अधिकारी देहरादून


जल्द अन्य कंपनियों के सैंपल फेल होने पर भी होगी बड़ी कार्रवाई: खाद्य सुरक्षा विभाग

खाद्य सुरक्षा विभाग के अनुसार लगातार बाजार में अलग-अलग कंपनियों के दूध बहुत से बने अन्य तरह के सामग्री पनीर लस्सी छाछ जैसे उत्पादों की लगातार सैंपलिंग भर परीक्षण के लिए रुद्रपुर लैब भेजा जा रहा है रिपोर्ट आने के बाद जिन कंपनियों का उत्पाद सरकारी SNS स्टैंडर्ड मानकों के अनुसार इधर पाया जाएगा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।


बाइट- जीसी कंडवाल, खाद्य सुरक्षा अधिकारी देहरादून


Conclusion:कॉलोनी में जाकर उपभोक्ताओं की दूध की जांच निशुल्क की जाएगी: खाद्य सुरक्षा विभाग

वही ब्रांडेड कंपनियों के साथ खुले दूध सैंपल फेल होने के बाद जानकारी सामने आने के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग गुरुवार को देहरादून के डिफेंस कॉलोनी रेजिडेंट्स वेलफेयर सोसायटी में डेयरी विभाग के सहयोग से मिल्क एनालाइजर के माध्यम से दूध की गुणवत्ता व मानकों की चेकिंग व परीक्षण के लिए उपभोक्ताओं को सुविधा उपलब्ध कराने जा रहा है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी जीसी कंडवाल ने बताया कि गुरुवार से शुरू होने वाले इस अभियान के तहत डिफेंस कॉलोनी के बाद शहर के अन्य कालोनियों में विभाग व गुणवत्ता जांच एजेंसी द्वारा अभियान चलाकर आम जनता के दूध का परीक्षण कर उपभोक्ता को दूध से संबंधित जानकारी के लिए जागरूक कराने जा रहा है।


बाइट- जीसी कंडवाल, खाद्य सुरक्षा अधिकारी देहरादून


pls note_input_महोदय, यह किरण कांत शर्मा का मोजो मोबाइल हैं,जिसे मैं (परमजीत सिंह )इसे इस्तेमाल कर रहा हूं। मेरा मोजो मोबाइल खराब हो गया हैं, ऐसे मेरी स्टोरी इस मोजो से भेजी जा रही हैं.. ID 7200628










Last Updated : Jul 11, 2019, 5:30 AM IST
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