देहरादूनः उत्तराखंड में नामी ब्रांडेड कंपनियों के दूध के सैंपल स्टैंडर्ड मानकों के अनुसार फेल पाए गए हैं. खाद्य सुरक्षा विभाग ने रुद्रपुर लैब से आई रिपोर्ट में इसकी पुष्टि की है. वहीं, विभाग अब कंपनियों के खिलाफ एडीएम कोर्ट में वाद दायर करने जा रहा है. जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि उत्तराखंड खाद्य सुरक्षा विभाग ने एक ड्राइव अभियान के तहत तीन महीने पहले बाजार से पैकेट बंद दूध और खुले दूध के 68 सैंपल लेकर रुद्रपुर लैब में भेजे गए थे. जिनमें 25 सैंपल के रिपोर्ट आने के बाद चार ब्रांडेड कंपनियों के पैकेट बंद दूध सैंपल स्टैंडर्ड मानकों के अनुसार फेल पाए गए हैं.
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जिनमें चार सबसे बड़े ब्रांडेड कंपनी पतंजलि, निरया, अमूल गोल्ड और हेरिटेज ब्रांड शामिल हैं. जो सरकारी मानकों के अनुसार फेल पाए गए हैं. लैब से आई रिपोर्ट के अनुसार फेल हुए दूध सैंपल में फैट की मात्रा काफी कम है. साथ ही इनमें पानी की मिलावट भी पाई गई है. हालांकि यह दूध सेहत के लिए हानिकारक नहीं पाए गए हैं.
सैंपल फेल होने वाली कंपनियों के खिलाफ जल्द कानूनी कार्रवाई होगी : खाद्य सुरक्षा विभाग
बाजार में ग्राहकों को बेहतर क्वालिटी देने का दावा पेश करने वाली इन कंपनियों के सैंपल लैब टेस्ट में फेल होने के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग सख्त हो गई है. विभाग इन कंपनियों के खिलाफ एडीएम कोर्ट में वाद दायर कर आगे की कानूनी कार्रवाई करने में जुट गया है.
दूध में फैट की मात्रा कम, लेकिन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं: खाद्य सुरक्षा अधिकारी
खाद्य सुरक्षा अधिकारी जीसी कंडवाल ने बताया कि बाजार में बिकने वाली दूध से बने सभी तरह के सामग्री के सैंपलों की परीक्षण के लिए लैब भेजा जा रहा है. जिन कंपनियों के सैंपल स्टैंडर्ड मानकों के मुताबिक फेल हुए हैं, उनमें फैट की मात्रा कम पाई गई है. साथ ही कहा कि दूध की क्वालिटी भी कंपनी दावे के अनुरुप हल्की मिली है, हालांकि दूध में कोई रासायनिक मिलावट नहीं पाई गई है. जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं हैं.
उन्होंने बताया कि गुरुवार से देहरादून के डिफेंस कॉलोनी रेजिडेंट्स वेलफेयर सोसायटी में मिल्क एनालाइजर के जरिए दूध की गुणवत्ता और मानकों की चेकिंग के साथ परीक्षण की सुविधा उपलब्ध होगी. साथ ही कहा कि इस अभियान के तहत डिफेंस कॉलोनी के बाद शहर के अन्य कालोनियों में विभाग और गुणवत्ता जांच एजेंसी अभियान चलाएगी. जिसमें दूध का परीक्षण कर उपभोक्ता को उससे संबंधित जानकारी देने के साथ उन्हें जागरुक किया जाएगा.