देहरादून: मशहूर बॉलीवुड अभिनेता और उत्तराखंड फिल्म विकास बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष हेमंत पांडे ने उत्तराखंड में फिल्म सिटी (Film City in Uttarakhand) को लेकर की जा रही कवायद पर अपनी प्रतिक्रिया दी. बॉलीवुड अभिनेता हेमंत पांडे (bollywood actor hemant pandey) ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने उत्तराखंड को देवभूमि के साथ संस्कृत साहित्य और कला की भूमि बताते हुए इन विधाओं को विस्तार दिए जाने पर बल दिया है. उन्होंने कहा कि राज्य में फिल्म सिटी को लेकर विचारों को भी आगे बढ़ाए जाने की जरूरत है. हेमंत पांडे ने आगे कहा कि प्रदेश में तनख्वाह देने को पैसे नहीं हैं तो फिर फिल्म सिटी कैसे बन सकती है.
हेमंत पांडे (hemant pandey) का कहना है उत्तराखंड एक ऐसा प्रदेश है जहां पर खड़े हो जाओ वहीं फिल्म सिटी है, क्योंकि यहां हर जगह शूटिंग के लिए लोकेशन मिल जाती है. लेकिन सच्चाई यही है कि देवभूमि के लिए जितना भी किया जाए वह कम है. उन्होंने कहा कि देवभूमि का आकर्षण इतना है कि दुनिया वैसे ही खिंची चली आती है. उन्होंने इस बात पर बल दिया कि प्रदेश को सीमेंट का ढांचा ना बनाकर प्रकृति के रूप में रहने दिया जाए तो समूचा उत्तराखंड अपने आप में फिल्म सिटी है. वहीं हेमंत पांडे का कहना है कि जब राज्य में तनख्वाह देने के लिए पैसे नहीं हैं तो फिर फिल्म सिटी कैसे बन सकती है.
उन्होंने प्रदेश में फिल्म सिटी बनाये जाने की संभावनाओं लेकर हैदराबाद के रामोजी फिल्म सिटी (Ramoji Film City of Hyderabad) का जिक्र करते हुए कहा कि अगर उस तर्ज पर यहां फिल्म सिटी का निर्माण होता है तो आधे राज्य का पैसा उसे बनाने में खर्च हो जाएगा और उन्हें ऐसा नहीं लगता कि कोई ऐसा कर पाएगा. क्योंकि राज्य में कर्मचारियों को तनख्वाह देने तक के पैसे नहीं हैं तो इसकी उम्मीद कम है. राज्य में फिल्म सिटी बनाए जाने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत (Former Chief Minister Trivendra Rawat) का बयान भी सामने आया था.
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इसमें उन्होंने साफ किया था कि फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों की आशाओं के अनुरूप मनमाफिक जगह नहीं मिल पा रही है, जिस कारण यहां फिल्म सिटी का निर्माण नहीं हो पा रहा है. ऐसे में हेमंत पांडे का कहना है कि देवभूमि का आकर्षण इतना है कि दुनिया वैसे ही यहां खिंची चली आती है, क्योंकि अपने आप में परमात्मा ने इस प्रदेश को फिल्म सिटी का रूप दे रखा है और ये एक गर्व की बात है.