देहरादून: उत्तराखंड में मौजूदा बीजेपी सरकार में विधायक गणेश जोशी और सहदेव सिंह पुंडीर की दो अलग-अलग मामलों में मंगलवार को देहरादून के सीजेएम कोर्ट में पेशी हुई. पहला मामला साल 2012 रेस कोर्स इलाके का है, जहां दोनों विधायकों पर आरोप है कि उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं के साथ एक भवन को कब्जाने का प्रयास किया. साथ ही कई लोगों से मारपीट और महिलाओं से दुर्व्यवहार किया था. इसी मामले में मसूरी भाजपा विधायक गणेश जोशी और सहसपुर विधायक सहदेव सिंह पुंडीर सीजेएम कोर्ट में पेश हुए. जानकारी के मुताबिक दोनों विधायक पर इस मामले में चार्ज फ्रेम हो गए हैं. अब इस मुकदमे में ट्रायल की कार्रवाई शुरू होगी.
बता दें, मामला 2012 का है जब रेसकोर्स में विश्व हिंदू परिषद से जुड़ी जमीन भूमि पर बने भवन को कब्जाने को लेकर मामला सामने आया था. जानकारी के मुताबिक दोनों ही भाजपा के विधायक अपने कार्यकर्ताओं के साथ घटनास्थल पर पहुंचे, जहां जमकर बवाल हुआ. इस घटनाक्रम के दौरान दोनों ही विधायक और कई लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया था.
हालांकि, इस मामले में साल 2016 में राज्य सरकार द्वारा केस वापस लेने के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल की गई थी. लेकिन अदालत ने अपील खारिज कर दी. अब दोनों ही विधायक पर आईपीसी की कई धाराओं में अब चार्ज फ्रेम हो गए हैं. ऐसे में जल्द ही इस मामले पर कोर्ट में ट्रायल प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.
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गणेश जोशी का दूसरा केस
दूसरा मामला मार्च 2016 विधानसभा घेराव के दौरान पुलिस के शक्तिमान घोड़े की टांग टूटने और उसकी मौत से जुड़ा है. जहां, इस मामले में आरोपित विधायक गणेश जोशी की देहरादून सीजेएम कोर्ट में गवाही हुई. अब इस मामले में भी कोर्ट में ट्रायल की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ेगी.
बता दें, मामला 14 मार्च 2016 का है, जब विधानसभा घेराव के दौरान भाजपा विधायकों और कार्यकर्ताओं के बवाल के दौरान पुलिस के शक्तिमान घोड़े का पैर टूट गया था. काफी दिनों तक इलाज करने के बाद शक्तिमान की मौत हो गई थी. इस मामले में आरोप के मुताबिक विधायक गणेश जोशी के खिलाफ नेहरू कॉलोनी में मुकदमा दर्ज करने के बाद पूरे मामले की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की गई. ऐसे में इस मामले में मसूरी भाजपा विधायक गणेश जोशी की मंगलवार को देहरादून के सीजेएम कोर्ट में पेश होकर गवाही हुई.