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बीजेपी विधायक देशराज कर्णवाल ने सवर्णं आरक्षण पर ली चुटकी

हाल ही उत्तराखंड न्यायिक सेवा सिविल जज (ज्यूडिशियल) की प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट आया है. जिसमें अनुसूचित जाति की मेरिट 108.25 यानी 54.12 प्रतिशत हो गई. वहीं, आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग की मेरिट काफी कम यानी 30.75 जो 15.30 प्रतिशत पर आई.

बीजेपी विधायक देशराज कर्णवाल
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Published : Oct 10, 2019, 4:46 PM IST

देहरादून: बीजेपी विधायक देशराज कर्णवाल ने उत्तराखंड न्यायिक सेवा सिविल जज (ज्यूडिशियल) की प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य वर्ग में आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग की मेरिट 15.37% पर सिमटने पर चुटकी ली है. उन्होंने कहा कि ये मेरिट लिस्ट सामान्य वर्ग के उन लोगों के लिए करारा तमाचा है, जो आरक्षण की खिलाफत करते है.

उन्होंने कहा कि जो लोग यह कहते हैं कि अनुसूचित जाति, जनजाति या अन्य पिछड़ा वर्ग के हाथों आरक्षण से प्रशासनिक गुणवत्ता प्रभावित होगी, वे इस बात का जवाब दें कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के व्यक्ति यदि 30.75 अर्थात् 15.37 प्रतिशत अंक पर जज बन गए तो क्या राज्य की गुणवत्ता बनी रहेगी.

बीजेपी विधायक ने सवर्ण आरक्षण पर ली चुटकी.

पढ़ें- ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन को लेकर सीएम ने की बैठक, कार्य जल्द पूरा करने के दिए निर्देश

हालांकि, उन्होंने आर्थिक रूप पिछड़े सामान्य वर्ग को 10 फीसदी आरक्षण देने का स्वागत किया है, लेकिन आरक्षण को शक की निगाह से देखने वाले सवर्णों के लिए तमाचा है.

बात दें कि हाल ही उत्तराखंड न्यायिक सेवा सिविल जज (ज्यूडिशियल) की प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट आया है. जिसमें अनुसूचित जाति की मेरिट 108.25 यानी 54.12 प्रतिशत हो गई. वहीं, आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग की मेरिट काफी कम यानी 30.75 जो 15.30 प्रतिशत पर आई. जिसके बाद उन्होंने आरक्षण को विरोध करने वाले सवर्णों पर चुटकी ली है.

देहरादून: बीजेपी विधायक देशराज कर्णवाल ने उत्तराखंड न्यायिक सेवा सिविल जज (ज्यूडिशियल) की प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य वर्ग में आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग की मेरिट 15.37% पर सिमटने पर चुटकी ली है. उन्होंने कहा कि ये मेरिट लिस्ट सामान्य वर्ग के उन लोगों के लिए करारा तमाचा है, जो आरक्षण की खिलाफत करते है.

उन्होंने कहा कि जो लोग यह कहते हैं कि अनुसूचित जाति, जनजाति या अन्य पिछड़ा वर्ग के हाथों आरक्षण से प्रशासनिक गुणवत्ता प्रभावित होगी, वे इस बात का जवाब दें कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के व्यक्ति यदि 30.75 अर्थात् 15.37 प्रतिशत अंक पर जज बन गए तो क्या राज्य की गुणवत्ता बनी रहेगी.

बीजेपी विधायक ने सवर्ण आरक्षण पर ली चुटकी.

पढ़ें- ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन को लेकर सीएम ने की बैठक, कार्य जल्द पूरा करने के दिए निर्देश

हालांकि, उन्होंने आर्थिक रूप पिछड़े सामान्य वर्ग को 10 फीसदी आरक्षण देने का स्वागत किया है, लेकिन आरक्षण को शक की निगाह से देखने वाले सवर्णों के लिए तमाचा है.

बात दें कि हाल ही उत्तराखंड न्यायिक सेवा सिविल जज (ज्यूडिशियल) की प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट आया है. जिसमें अनुसूचित जाति की मेरिट 108.25 यानी 54.12 प्रतिशत हो गई. वहीं, आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग की मेरिट काफी कम यानी 30.75 जो 15.30 प्रतिशत पर आई. जिसके बाद उन्होंने आरक्षण को विरोध करने वाले सवर्णों पर चुटकी ली है.

Intro:
एंकर- उत्तराखंड में सिविल जज परीक्षा की मेरिट में सामान्य वर्ग में 10 फीसदी आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग की मेरिट 15.37% पर सिमटने पर भजापा के ही विधायक देशराज कर्णवाल ने चुटकी ली है और कहा है कि ये मेरिट लिस्ट सामान्य वर्ग के उन लीगों के लिए करारा तमाचा है जो आरक्षण की खिलाफत करते हैं।


Body:वीओ- हाल ही में सिविल जल की प्रारंभिक परीक्षा का उत्तराखंड लोक सेवा आयोग से रिजल्ट आउट हुआ जिसमें अनुसूचित जाती की मेरिट 108.25 यानी 54.12% गयी तो वहीं आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग की मेरिट काफी कम यानी 30.75 जो 15.37% गयी जिस पर भाजपा के ही आरक्षित वर्ग से आने वाले झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल ने चुटकी ली है।

देशराज कर्णवाल का कहना है कि जो लोग अरक्षण की खिलाफत करते हैं। आरक्षण को गलत नजर से देखते हैं और आरोप लगाते हैं कि आरक्षण की वजह से बड़े पदों पर बिना पढ़े लिखे लोग चले जाते ये मेरिट लिस्ट उन के लिए करारा तमंचा है क्योंकि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की मेरिट लिस्ट अनुसूचित से काफी नीचे है। हालांकि देशराज कर्णवाल ने 10 फीसदी आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षिण के फैसले का स्वागत जरूर किया है और कहा कि आर्थिक रूप से आरक्षण एक बेहतरीन पहल है लेकिन अरक्षण को शक की निगाह से देखने वाले श्रवणों के लिए विधायक का ये तंज था।

बाइट- देशराज कर्णवाल, भाजपा विधायक झबरेड़ा विधानसभा


Conclusion:
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