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सांसद अनिल बलूनी की मुहिम को आगे बढ़ाएंगे संबित पात्रा, बलूनी के पैतृक गांव में मनाएंगे ईगास पर्व - सांसद अनिल बलूनी न्यूज

संबित पात्रा उड़ीसा राज्य से आते हैं, लेकिन उनके द्वारा उठाया गया ये कदम काफी सराहनीय है.

सांसद अनिल बलूनी और संबित पात्रा,
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Published : Nov 4, 2019, 8:19 PM IST

Updated : Nov 4, 2019, 9:14 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड के राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने बाहरी प्रदेशों और विदेशों में रहने वाले लोगों को अपने पैतृक गांव से जोड़ने के लिए जिस मुहिम की शुरुआत की थी, उस मुहिम से कई बड़ी हस्तियां जुड़ने लगी हैं. यही कारण है कि बीजेपी के बड़े नेता संबित पात्रा खुद अनिल बलूनी के गांव जाकर ईगास पर्व मनाएंगे.

पढ़ें- उत्तराखंड: इंडिया के 'जेम्स बांड' को मानद उपाधि देगा गढ़वाल विश्वविद्यालय

दरअसल, अनिल बलूनी ने अपने गांव अपने वोट अभियान के तहत एक मुहिम की शुरुआत की थी. इस मुहिम के तहत उन्होंने उन लोगों से अपील की थी कि प्रदेश के जो लोग राज्य या देश से बाहर रह रहें है वो आगमी 8 नवंबर को ईगास पर्व अपने पैतृत गांव में आकर मनाएं, लेकिन इसी बीच उनकी तबीयत बिगड़ने की खबर सामने आ गई. जिससे उनके इस अभियान को बड़ा धक्का लगा है. इस वजह से वो अपने पैतृव गांव नहीं आ पा रहे हैं.

सांसद अनिल बलूनी की मुहिम को आगे बढ़ाएंगे संबित पात्रा

पढ़ें- सफेद चादर से ढकी चोटियों ने बढ़ाई केदार नगरी की खूबसूरती

लेकिन पार्टी ने उनके प्रतिनिधि के रूप में ईगास पर्व मनाने के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा को उत्तराखंड भेजने का निर्णय लिया है. संबित पात्रा ने खुद बयान जारी करते हुए कहा कि अनिल बलूनी की तबीयत इस समय सही नहीं है. ऐसे में वे अपने गांव आकर इस पर्व को नहीं मना सकते हैं. लेकिन उत्तराखंड की संस्कृति, सभ्यता और संस्कारों को गांव-गांव तक पहुंचाने और उसे बचाने के लिए अनिल बलूनी ने जो अभियान शुरू किया है उस अभियान को आगे बढ़ाने के लिए संबित पात्रा और पार्टी के दूसरे लोग अनिल बलूनी के गांव जाकर ईगास पर्व को मनाएंगे. हालांकि संबित पात्रा उड़ीसा राज्य से आते है, लेकिन उनके द्वारा उठाया गया ये कदम काफी सराहनीय है.

देहरादून: उत्तराखंड के राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने बाहरी प्रदेशों और विदेशों में रहने वाले लोगों को अपने पैतृक गांव से जोड़ने के लिए जिस मुहिम की शुरुआत की थी, उस मुहिम से कई बड़ी हस्तियां जुड़ने लगी हैं. यही कारण है कि बीजेपी के बड़े नेता संबित पात्रा खुद अनिल बलूनी के गांव जाकर ईगास पर्व मनाएंगे.

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दरअसल, अनिल बलूनी ने अपने गांव अपने वोट अभियान के तहत एक मुहिम की शुरुआत की थी. इस मुहिम के तहत उन्होंने उन लोगों से अपील की थी कि प्रदेश के जो लोग राज्य या देश से बाहर रह रहें है वो आगमी 8 नवंबर को ईगास पर्व अपने पैतृत गांव में आकर मनाएं, लेकिन इसी बीच उनकी तबीयत बिगड़ने की खबर सामने आ गई. जिससे उनके इस अभियान को बड़ा धक्का लगा है. इस वजह से वो अपने पैतृव गांव नहीं आ पा रहे हैं.

सांसद अनिल बलूनी की मुहिम को आगे बढ़ाएंगे संबित पात्रा

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लेकिन पार्टी ने उनके प्रतिनिधि के रूप में ईगास पर्व मनाने के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा को उत्तराखंड भेजने का निर्णय लिया है. संबित पात्रा ने खुद बयान जारी करते हुए कहा कि अनिल बलूनी की तबीयत इस समय सही नहीं है. ऐसे में वे अपने गांव आकर इस पर्व को नहीं मना सकते हैं. लेकिन उत्तराखंड की संस्कृति, सभ्यता और संस्कारों को गांव-गांव तक पहुंचाने और उसे बचाने के लिए अनिल बलूनी ने जो अभियान शुरू किया है उस अभियान को आगे बढ़ाने के लिए संबित पात्रा और पार्टी के दूसरे लोग अनिल बलूनी के गांव जाकर ईगास पर्व को मनाएंगे. हालांकि संबित पात्रा उड़ीसा राज्य से आते है, लेकिन उनके द्वारा उठाया गया ये कदम काफी सराहनीय है.

Intro:अनिल बलूनी के गाँव ईगास पर्व मानाने 8 नवम्बर को आ रहे है संबित पात्रा बोले बलूनी की तबियत ठीक नहीं


उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी द्वारा चलाए जा रहे अपने गांव अपने वोट अभियान के तहत बीते दिनों उन्होंने उत्तराखंड के तमाम ऐसे लोगों से अपील की थी जो राज्य से बाहर या देश से बाहर रह रहे हैं बलूनी ने कहा था कि आने वाली 8 नवंबर को ईगास पर्व सभी लोग अपनी पैतृक गांव में आकर मनाएं अनिल बलूनी की इस मुहिम से कई बड़ी हस्तियां भी जुड़ चुकी हैं

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लेकिन अब उनकी तबीयत खराब होने की वजह से इस अभियान को कहीं ना कहीं बड़ा धक्का भी लगाए आना की स्वास्थ्य लाभ ले रहे अनिल बलूनी भले ही अपने गांव ना आ रहे हो लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने उनके प्रतिनिधि के रूप में ईगास पर्व मनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा को उत्तराखंड भेजने का प्लान बनाया है
Conclusion:

संबित पात्रा ने खुद बयान देते हुए कहा है कि अनिल बलूनी इस समय इस हालत में नहीं है कि वह अपने गांव आकर इस पर्व को मना सके लेकिन उत्तराखंड की संस्कृति सभ्यता और संस्कारों को गांव-गांव तक पहुंचाने और उसे बचाने के लिए अनिल बलूनी ने जो अभियान शुरू किया है उस अभियान को आगे बढ़ाने के लिए संबित पात्रा और पार्टी के दूसरे लोग अनिल बलूनी के गांव जाकर ईगास पर्व को मनाएंगे हालांकि संबित पात्रा भले ही केरल राज्य से आते हो लेकिन उनके द्वारा उठाया गया ये कदम कहीं ना कहीं सराहनीय है भी है
Last Updated : Nov 4, 2019, 9:14 PM IST
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