देहरादून: हिमालयी राज्यों के सम्मेलन पर भाजपा के प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने जो वादा अपने घोषणा पत्र में किया है, उसका असर मसूरी में सम्मेलन के रूप में देखा जा सकता है. उन्होंने कहा कि कल तक हिमालयी राज्यों के हक हकूकों को लेकर कोई चर्चा भी नहीं की जाती थी, लेकिन आज मोदी सरकार के नेतृत्व में काम शुरू हो गया है.
कुछ समय पहले आए केंद्रीय बजट में ग्रीन बोनस की आस लगाए उत्तराखंड की निराशा 28 जुलाई को मसूरी में हुए हिमालय राज्यों के सम्मेलन से कुछ छटी जरूर है, लेकिन अभी भी धरातल पर इसका असर देखने के लिए इंतजार करना होगा. हालांकि श्रेय लपकने में भाजपा बिल्कुल भी कोताही नहीं बरत रही है. यही वजह है कि सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हिमालयी राज्यों के सम्मेलन के बाद पूरे एजेंडे को लेकर प्रेस की. इसके बाद पार्टी कार्यालय पर बीजेपी के प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू ने भी प्रेस के माध्यम से सम्मेलन को पार्टी के लिए भुनाने का पूरा प्रयास किया.
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बीजेपी प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू ने कहा कि मसूरी में हिमालयी राज्यों का सम्मेलन हुआ है, उसकी घोषणा बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में लोकसभा चुनाव से पहले ही कर दी थी. जिस विषय पर कल तक कभी कोई बात करने की हिम्मत नही कर पाता था, उस पर केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में काम शुरू हो चुका है. श्याम जाजू ने आगे कहा कि हिमालयी राज्यों की भौगोलिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विविधताओं के चलते विकास का नया खाका खींचने का काम भाजपा करने जा रही है, जो भविष्य के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा.